सब्सक्राइब करें

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
Hindi News ›   Shakti ›   Indian Women Cricketer Sneha Rana Biography inspirational story in hindi

Sneha Rana: स्नेह राणा......जिसने खुद से किया था वादा, “मैं डूबने से इंकार करती हूं”

लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिवानी अवस्थी Updated Fri, 07 Nov 2025 01:04 PM IST
सार

Sneha Rana Biography : स्नेह राणा की कहानी प्रेरणादायक है। चोट, पिता के निधन और आलोचनाओं के बीच खुद को फिर से गढ़ने वाली वो लड़की, जिसने अपनी कलाई पर लिखवाया “विद्रोही” और बना दी जीत की नई परिभाषा।
 

विज्ञापन
Indian Women Cricketer Sneha Rana Biography inspirational story in hindi
स्नेह राणा - फोटो : instagram
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

Sneha Rana Biography : जब उस लड़की से कहा गया कि “तुमसे नहीं होगा”, तो उसने झुककर हार नहीं मानी। उसने जवाब दिया, शब्दों में नहीं, कर्मों में। उसने अपनी कलाई पर खुद के नाम एक वादा लिखवा लिया, “विद्रोही”। ये सिर्फ एक टैटू नहीं था, बल्कि एक आग थी जो स्नेह राणा के अंदर जलती रही, हर बार मैदान पर उतरने, हर गिरावट से उठने और हर चोट को जीत में बदलने की।

Trending Videos


उत्तराखंड की बेटी ने सपनों को सच बना दिया

उत्तराखंड के सीनौला गांव में जन्मी स्नेह राणा बचपन में शर्मीली थीं। खेल में रुचि थी, पर आत्मविश्वास उतना नहीं। मैच खत्म होने के बाद वह अंपायर को गेंद लौटाने में भी झिझकती थीं। लेकिन शायद तब भी उनके अंदर कोई “विद्रोही” पल रहा था जो समय के साथ दुनिया को दिखना था।

विज्ञापन
विज्ञापन


उम्मीद टूटने पर शुरू हुआ असली सफर

2016 में घुटने की गंभीर चोट के बाद डॉक्टरों ने जवाब दे दिया कि अब वापसी मुश्किल है। लोगों ने भी कहना शुरू कर दिया, कि अब तुमसे नहीं हो पाएगा। पर स्नेह राणा ने अपनी बांह पर टैटू बनवाकर जवाब दिया I refuse to sink (मैं डूबने से इंकार करती हूँ)। इस एक वाक्य ने उनके पूरे करियर की दिशा बदल दी। उन्होंने अपने दर्द को ईंधन बनाया, गेंदबाज़ी को फिर से सीखा, फिटनेस पर काम किया, और मैदान पर दोबारा लौटीं पहले से कहीं ज़्यादा मजबूत होकर।

वो टेस्ट डेब्यू जिसने इतिहास लिखा

साल 2021 में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच हुआ। यह स्नेह राणा का डेब्यू था। उन्होंने पहले गेंद से चार विकेट चटकाए और फिर बल्ले से नॉट आउट 80 रन ठोके। वह भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनीं जिसने डेब्यू टेस्ट में 4 विकेट और अर्धशतक दोनों दर्ज किए। मैदान पर वह शांत थीं, पर हर गेंद में उनके संघर्ष की गूंज थी।

पिता की याद में एक व्रत, एक तारीख

उस ऐतिहासिक मैच से सिर्फ एक महीना पहले उन्होंने अपने पिता को खो दिया था। स्नेह ने अपनी कलाई पर रोमन अंकों में उस तारीख को लिखवा लिया। दूसरे हाथ पर उन्होंने संस्कृत में लिखवाया, “तव धैर्यं तव बलम् अस्ति” यानी तुम्हारा धैर्य ही तुम्हारी ताकत है। यही धैर्य उन्हें हर बार फिर से खड़ा करता रहा।  

कोलंबो की जीत और ‘विद्रोही’ का मंत्र

कोलंबो में जब टीम इंडिया ने ऐतिहासिक ODI ट्राई-सीरीज़ जीती तो स्नेह राणा ने उस जीत को अपने अंदाज़ में मनाया। उन्होंने अपनी कलाई दिखाकर कहा, “ये विद्रोह सिर्फ टैटू नहीं, मेरा वादा है खुद से।” यह वादा था कि जब तक सांस है, तब तक मैदान पर उनका जुनून जिंदा रहेगा।

 

विज्ञापन
विज्ञापन

सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें  लाइफ़ स्टाइल से संबंधित समाचार (Lifestyle News in Hindi), लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestyle section) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़ (Health  and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी, (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़ (relationship news in Hindi) और यात्रा (travel news in Hindi)  आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ (Hindi News)।  

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed