भारत में भी है पाकिस्तान की 'गीता', घर जाने की कर रही जिद्द
भारत की गीता तो पाकिस्तान से भारत लौट आई और कहीं पाकिस्तान की गीता हिमाचल में तो नहीं है। नारी सेवा सदन मशोबरा में रह रही एक महिला ने खुद को पाकिस्तानी करार दिया है। वह खुद को पाकिस्तान के गुजरात जिले की निवासी बता रही हैं। यह खुलासा उमंग फाउंडेशन शिमला के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने किया है। श्रीवास्तव ने मंगलवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में महम्मदा की तस्वीर भी जारी की।
अजय श्रीवास्तव ने कहा कि नारी सेवा सदन मशोबरा में गत अगस्त माह से रह रही एक मुस्लिम महिला महम्मदा 24 अक्तूबर को उमंग फाउंडेशन शिमला के दो सदस्यों ज्योति गौतम और रिदम गोस्वामी के साथ नारी सेवा सदन गए थे। रिकार्ड के मुताबिक इस मुस्लिम महिला का नाम ममता उर्फ महम्मदा है। इसकी आयु 45 साल है।
बार बार करती है पाकिस्तान जाने की जिद्द
पता पत्नी रजाह, मोहल्ला नूराना, गुजरात लिखा गया है। उन्होंने इस महिला को पूछा तो उसने कहा कि पता नहीं उसे क्यों ममता कहते हैं। वह मुस्लिम है और वह गुजरात सूबे की नहीं जिला गुजरात की रहने वाली है जो पाकिस्तान में है। उसने पति का नाम रज्जाक बताया। उसने अपने दो बच्चों के नाम जमीला (16) और राउल (14) बताए।
श्रीवास्तव ने बताया कि महम्मदा सात अगस्त 2015 को कसौली के पास रेनशेल्टर में मिली थी। वह कहती है कि उसका निकाह जिला गुजरात में हुआ है। पति रज्जाक बिहार में रहते हैं। उसे याद ही नहीं है कि वह पाकिस्तान से बिहार या हिमाचल में कैसे दाखिल हुई। वह बार-बार पाकिस्तान के जिला गुजरात जाने की जिद्द करती है। महम्मदा की हालत पूरी तरह से ठीक नहीं लग रही है। उसकी मनोचिकित्सक से जांच और काउंसलिंग करवाई जानी चाहिए।
नारी सदन में कई हैं ऐसी बेसराहा महिलाएं
अजय श्रीवास्तव का कहना है कि नारी सेवा सदन में ऐसी कई बेसहारा महिलाएं हैं, जो अपना पता ठिकाना बताती हैं, मगर विभाग ने उनके परिजनों को ढूंढने के कोई गंभीर कदम नहीं उठाए हैं।
वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक जेआर कटवाल का कहना है कि यह महिला पूरी बात नहीं बता पा रही है। मैंने खुद इस महिला से बात की है। वह अपना पति बिहार पुलिस में बता रही है। खुद को गुजरात से बताती है। वह पाकिस्तानी है कि नहीं। प्रथमदृष्टया यह निष्कर्ष निकालना मुश्किल है। इसकी पूरी तकहकीत की जा रही है। महिला को पूरी प्रोटेक्शन दी जा रही है।