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Himachal: आपदा राहत पैकेज में 30 हजार की बढ़ोतरी, मंडी में सीएम सुक्खू ने किया एलान, अनाथ हुई बच्ची को 21 लाख

अमर उजाला नेटवर्क, मंडी Published by: Krishan Singh Updated Mon, 10 Nov 2025 04:40 PM IST
सार

 पड्डल मैदान में हुए कार्यक्रम में सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आपदा राहत पैकेज को 7.70 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये करने की घोषणा की है।

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मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावितों को जारी की राहत राशि की पहली किस्त। - फोटो : संवाद
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विस्तार
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मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को मंडी में आपदा प्रभावितों को राहत राशि की पहली किस्त जारी की। पड्डल मैदान में हुए कार्यक्रम में  सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आपदा राहत पैकेज को 7.70 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये करने की घोषणा की है। घरेलू सामान खरीदने के लिए 70 हजार रुपये की जगह अब एक लाख रुपये मिलेंगे। इस तरह कुल आठ लाख रुपये आपदा प्रभावितों अब मिलेंगे। उन्होंने मंडी में समारोह के दौरान मंडी, कुल्लू और बिलासपुर जिलों से आए 4914 आपदा प्रभावितों को 81.28 करोड़ की राशि का आवंटन किया। उन्होंने आपदा प्रभावितों को पहली किश्त के तौर पर चार-चार लाख की धनराशि आवंटित की और गृह निर्माण का कार्य शुरू होने पर दूसरी किश्त भी तुरंत प्रभाव से जारी करने का एलान किया।

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सीएम सुक्खू ने कहा कि वन अधिनियम के तहत वह केंद्र की अनुमति के बीना कुछ नहीं कर सकते। इसलिए आपदा प्रभावितों को जमीन देने में दिक्कतें आ रही हैं। यह कानून उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। यदि यह मामला भी उनके अधिकार क्षेत्र का होता तो वे इस कानून में भी बदलाव करते आपदा प्रभावितों को वन भूमि आवंटित कर देते। केंद्र से इसमें मदद मांगी गई है जोकि अभी तक नहीं मिली है। वह बार-बार कह रहे हैं कि वह भाजपा नेताओं के नेतृत्व में दिल्ली जाने को तैयार है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। सीएम सुक्खू ने पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और मंडी के नौ भाजपा विधायकों पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि जयराम ठाकुर आपदा प्रभावितों के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं।
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आपदा में माता-पिता खोने वाली बच्चों को 21 लाख देने का एलान
आपदा में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का माैन रखा गया। इस दाैरान सीएम ने सराज आपदा में अपने माता-पिता खाने वाली बच्ची को सात लाख रुपये का चेक भेंट दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट योजना में बच्ची को 21 लाख रुपये देने का एलान किया। कहा कि यह एफडी के रूप में बच्ची के बैंक खाते में जमा होगा और 18 साल बाद उसके काम आएगी।

हालांकि चार लाख में से कुछ लोगों को फौरी राहत के रूप में 1.30 लाख रुपये दिए भी जा चुके हैं। सात लाख में से शेष तीन लाख रुपये दो अलग-अलग किस्तों में बाद में जारी किए जाएंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री सुबह पनारसा पहुंचे और वहां राजकीय डिग्री कॉलेज का लोकार्पण किया। इसके बाद पू मंडी पहुंचे और पड्डल मैदान में विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ संवाद किया। इसी दौरान सीएम इस बरसात में आपदा से प्रभावित परिवारों को राहत राशि वितरित की।
 

मंडी जिले के 717 घर पूरी तरह ध्वस्त हुए, जिन्हें पहली किस्त के तौर पर चार लाख रुपये मिलेंगे। इसके अलावा बिलासपुर जिले के करीब 600 और कुल्लू जिले के 500 ऐसे परिवार हैं, जिन्हें सीधे तौर पर यह लाभ मिलेगा। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के मामलों में 90 हजार रुपये प्रति प्रभावित परिवार दिए जाएंगे। आपदा के दौरान सामान की क्षति पर 70 हजार रुपये, गोशाला के क्षतिग्रस्त होने पर 50 हजार रुपये, खेती योग्य या बागवानी भूमि के नुकसान पर प्रति बीघा 10 हजार रुपये और फसलों के नुकसान पर प्रति बीघा 4 हजार रुपये देने का प्रावधान किया गया है। पशुधन के नुकसान पर 9 हजार रुपये प्रति पशु और दुधारू पशु की मृत्यु की स्थिति में 55 हजार रुपये प्रति पशु राहत राशि मिलेगी।

 राजकीय महाविद्यालय पनारसा का लोकार्पण किया
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी जिले के पनारसा में राजकीय महाविद्यालय पनारसा के 13.14 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भवन का लोकार्पण किया।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा प्रदेश सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा में व्यवस्था परिवर्तन के माध्यम से गुणात्त्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि नए संस्थान खोलने का उद्देश्य केवल इमारतें खड़ी करना नहीं होना चाहिए, बल्कि उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना है। वर्तमान प्रदेश सरकार विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही है ताकि उनमें आत्मविश्वास का संचार हो और वह भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें।

 

मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय पनारसा में अगले सत्र से सेल्फ फाइनेंसिंग आधार पर बीवॉक और बीसीए की कक्षाएं शुरू करने की घोषण की। उन्होंने कहा कि इन पाठ्यक्रमों को शुरू करने से विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख शिक्षा मिलेगी।  पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री का द्रंग विधानसभा क्षेत्र का तीव्र विकास सुनिश्चित करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय पनारसा में विज्ञान कक्षाएं शुरू करने से विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि होगी और इससे कुल्लू महाविद्यालय का दबाव भी कम होगा। पनारसा पहुंचने पर स्थानीय लोगों और विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी, पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर, एपीएमसी अध्यक्ष कुल्लू राम सिंह मियां, एचपीएमसी निदेशक जोगिंद्र गुलेरिया, जिला परिषद अध्यक्ष अनीता ठाकुर व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

 

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