पहाड़ जैसी चुनौती को पार कर गए हिमाचली मतदाता
हिमाचल में चुनाव पहाड़ पर फतह पाने से कम नहीं। लेकिन हिमाचली मतदाताओं ने ये चुनौती पार की। विकट भौगालिक स्थिति वाले इस सूबे के विधानसभा चुनाव में रिकार्ड 74 फीसदी वोट पड़े। नई सरकार चुनने के लिए हर उम्र के मतदाता में गजब का उत्साह दिखा। विश्व के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र हिक्कम के वोटरों के जज्बे को सलाम है, जहां माइनस 8 डिग्री पर 84 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
बूढे़, युवा और महिलाओं ने भारी संख्या में पहुंचकर मतदान किया। मंडी के नाचन में 115 साल की बुजुर्ग कलावती वोट देने से कतराने वालों के लिए मिसाल बनी, इस उम्र में भी वो अपने परिजनों की गोद में पोलिंग बूथ तक पहुंची। कुल्लू जिले में हिमाचली परिधान में सेहरा पहने एक दूल्हा जब मतदान केंद्र पहुंचा तो हलचल मच गई।
ये वोटर युवाओं के लिए एक नजीर बन गया। युवा मतदाताओं में जोश दिखा तो महिलाओं ने लंबी कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार किया। मतदान के दिन सुबह आठ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक मतदान के उत्साह के सामने कठिन हालात भी बौने साबित होते रहे। सूबे के लिए सबसे गर्व की बात ये कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
बाशिंग में बारातियों संग मतदान करने पहुंचा दूल्हा
कुल्लू। मनाली विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले बाशिंग मतदान केंद्र में एक दूल्हा बारात संग मतदान करने पहुंचा। अहम रस्मों को अदा करने के साथ दूल्हे ने लोकतंत्र के महापर्व में भी अपने परिजनों संग भागीदारी सुनिश्चित की। ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचे 26 साल के गोविंद सिंह ने मतदान किया।
इसके साथ ही बारातियों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद बारात बधू को लाने के लिए प्रस्थान कर गई। गोविंद सिंह के विवाह में सभी बारात प्रस्थान की सभी तैयारियां हो चुकी थी।
लेकिन पोलिंग बूथ पर बारात लेकर मतदान क रने पहुंचे गोविंद राम की बारात को देखकर आसपास व पोलिंग बूथ पर कार्यरत कर्मचारियों भी दंग रह गए। इसके बाद सभी ने मतदान किया। दूल्हे के पिता सीता राम ने कहा कि घर के शादी होने के बावजूद उन्होंने मतदान को जरूरी समझा।