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Vandana Katariya: भारत के लिए सबसे ज्यादा मैच खेलने वाली हॉकी खिलाड़ी वंदना ने लिया संन्यास, देखें करियर
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: स्वप्निल शशांक Updated Tue, 01 Apr 2025 01:34 PM IST
सार
32 वर्षीय अनुभवी स्ट्राइकर ने 320 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 158 गोल किए। वह 2020 टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थीं।
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वंदना कटारिया
- फोटो : ANI

भारत के लिए सबसे ज्यादा मैच खेलने वाली महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने मंगलवार को अपने शानदार 15 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया। उन्होंने कहा कि अपने चरम पर लिया गया यह फैसला उनके लिए कड़वा-मीठा और सशक्त बनाने वाला दोनों था। 32 वर्षीय अनुभवी स्ट्राइकर ने 320 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 158 गोल किए। वह 2020 टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थीं।
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वंदना कटारिया
- फोटो : ANI
वंदना ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, 'आज भारी लेकिन आभारी दिल के साथ मैं अंतरराष्ट्रीय हॉकी से अपने संन्यास की घोषणा करती हूं। यह एक ऐसा फैसला है जो मेरे लिए कड़वा-मीठा और सशक्त बनाने वाला है। मैं इसलिए पीछे नहीं हट रही हूं क्योंकि मेरे अंदर की आग फीकी पड़ गई है या मेरी हॉकी की ताकत खत्म हो गई है, बल्कि इसलिए क्योंकि मैं अपने चरम पर पहुंचकर खेल से विदा लेना चाहती हूं, जबकि मैं अभी भी अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर हूं।'
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वंदना कटारिया
- फोटो : ANI
वंदना ने लिखा, 'मैं थकान की वजह से हॉकी को अलविदा नहीं कह रही हूं, बल्कि मेरे पास अंतरराष्ट्रीय मंच को अपनी शर्तों पर छोड़ने का विकल्प था। मेरा सिर गर्व से ऊंचा है और मेरी स्टिक की आग अभी भी धधक रही है। भीड़ का उत्साह बढ़ाना, हर गोल का रोमांच और भारत की जर्सी पहनने का गर्व हमेशा मेरी आत्मा में गूंजता रहेगा।'

वंदना कटारिया
- फोटो : ANI
2009 में सीनियर टीम में डेब्यू के बाद से भारतीय हॉकी का स्तंभ रहीं वंदना ने खेल के लिए महत्वपूर्ण क्षणों को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह टोक्यो खेलों में हैट्रिक बनाने वाली पहली और एकमात्र भारतीय महिला बनीं। वंदना ने कहा, 'टोक्यो के बारे में सोचकर मेरे रोंगटे अभी भी खड़े हो जाते हैं। ओलंपिक खास होते हैं और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वह मैच मेरे जीवन के सबसे भावनात्मक खेलों में से एक था। मेरे लिए हैट्रिक खास था, लेकिन उससे भी अधिक यह साबित करने के लिए था कि हम उस मंच पर होने चाहिए।'
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वंदना कटारिया
- फोटो : ANI
हालांकि, यह उनकी हॉकी यात्रा का अंत नहीं है क्योंकि वह महिला हॉकी इंडिया लीग में खेलना जारी रखेंगी। वंदना ने कहा, 'मैं हॉकी छोड़ नहीं रही हूं। मैं हॉकी इंडिया लीग और उसके बाद भी खेलती रहूंगी, स्कोर करती रहूंगी और प्रेरित करती रहूंगी। मैदान पर अभी भी मेरे कदमों की छाप रहेगी और इस खेल के प्रति मेरा जुनून कभी कम नहीं होगा। फिलहाल मैं अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले रही हूं, लेकिन मैं हर याद, हर सबक और हर उस प्यार को अपने साथ लेकर चलूंगी जो आपने मुझे दिया है। मेरा परिवार, मेरा ईंधन और मेरी हमेशा की साथी बनने के लिए आपका धन्यवाद।'