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अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सकलेन तारिक से खास बातचीत, बोले- इस वजह से खिलाड़ियों में भविष्य की चिंता

अरुण कुमार, जम्मू Published by: प्रशांत कुमार Updated Thu, 12 Dec 2019 03:19 PM IST
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Saqlain Tariq said Jammu Kashmir players worries about future due to Sports policy
सकलेन तारिक - फोटो : सोशल मीडिया
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जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश से वालीबॉल के पहले अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सकलेन तारिक ओलांपिक क्वालिफायर कैंप में अपने कौशल को निखार रहे हैं। बंगलुरू में चले रहे कैंप से सकलेन सोमवार को नगरोटा खेल गांव में शुरू हुई 65वीं नेशनल स्कूल गेम्स प्रतियोगिता में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अमर उजाला से खास बातचीत में प्रदेश में स्पोर्ट्स पर अपनी राय रखी। सकलेन राष्ट्रीय वालीबॉल टीम का हिस्सा रह चुके हैं।

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वालीबॉल खेलना कब शुरू किया...
मैं पुंछ का रहना वाला हूं और सातवीं कक्षा से मैंने वालीबॉल खेला शुरू किया था। सबसे पहले मैंने मिनी नेशनल आंध्रप्रदेश में खेला था जहां से मैंने शुरुआत की थी। आठवीं के बाद मैं पंजाब चला गया, जहां स्पोर्ट्स हॉस्टल में तैयारी की।
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प्रदेश में खेलों को कितना बढ़ावा दिया जा रहा...
प्रदेश में हर खेल में बेहतर खिलाड़ी हैं। जैसे-जैसे प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं होंगी, खिलाड़ियों को नया सिखने को मिलेगा। इससे वह बेहतर कर पाएंगे। नगरोटा में नेशनल गेम्स होने से यहां के बच्चों में वालीबॉल के प्रति रुझान बढ़ेगा।

पिछले कुछ समय से प्रदेश सरकार स्पोर्ट्स ढांचे को बढ़ावा दे रही

किसी भी स्पोर्ट्स में खेलने वाला खिलाड़ी अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहता है। अगर स्पोर्ट्स में वह अपना भविष्य नहीं देख पाएगा तो उसका मनोबल टूट जाएगा। स्पोर्ट्स में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद भी अगर उसका लाभ नहीं मिलेगा तो वह बेहतर नहीं कर पाएगा। सरकार जिस तरह स्पोर्ट्स ढांचे को बढ़ावा दे रही है वैसी ही उसे खिलाड़ियों को नौकरी भी देनी चाहिए।

वालीबॉल में और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनें, इसके लिए क्या करना चाहिए...
पिछले कुछ समय से प्रदेश सरकार स्पोर्ट्स ढांचे को बढ़ावा दे रही है। वालीबॉल खेल के बुनियादी ढांचे में पहला पड़ाव मैदान होता है। अगर हम भविष्य में बेहतर खिलाड़ी चाहते हैं तो एक स्पोर्ट्स हॉस्टल होना चाहिए। इसमें प्रदेश के टीम एक साथ रहे और आने वाली प्रतियोगिताओं के लिए एक साथ तैयारी करे।

 

हर खिलाड़ी के पास एक लक्ष्य होना चाहिए

स्पोर्ट्स पॉलिसी नहीं होने से खिलाड़ियों का खेल के प्रति जुनून कुछ समय बाद कम होने लगता है। सरकार को चाहिए, जल्द स्पोर्ट्स पॉलिसी लागू करे। बता दें कि सकलेन ने हॉल में हुई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में टीम इवेंट में सिलवर जीता था, लेकिन अग तक न सरकार और न ही काउंसिल ने उन्हें सम्मानित किया है।

भविष्य में क्या रहे हैं और खिलाड़ियों के लिए क्या संदेश है...
हर खिलाड़ी के पास एक लक्ष्य होना चाहिए। मेरा एक लक्ष्य था, जिससे मुझे अच्छी दिशा मिली। खिलाड़ियों को अपने खेल पर फोकस करना चाहिए। अभी मैं ओलांपिक्स क्वालिफायर कैंप में भाग लेने जा रहा हूं, उम्मीद है टीम में चयन होगा।

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