{"_id":"6931c6ee8316d8a25d09094e","slug":"world-s-youngest-rated-prodigy-at-just-3-years-7-months-sarwagya-gets-fide-rapid-rating-2025-12-04","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"भारत का नया चेस स्टार: 3 साल 7 महीने के सरवज्ञ का रिकॉर्ड, बने दुनिया के सबसे कम उम्र के रैपिड रेटेड खिलाड़ी","category":{"title":"Other Sports","title_hn":"अन्य खेल","slug":"other-sports"}}
भारत का नया चेस स्टार: 3 साल 7 महीने के सरवज्ञ का रिकॉर्ड, बने दुनिया के सबसे कम उम्र के रैपिड रेटेड खिलाड़ी
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Thu, 04 Dec 2025 11:07 PM IST
सार
सरवज्ञ की यह उपलब्धि केवल एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि इस बात का संकेत है कि भारत में नई पीढ़ी शतरंज की दुनिया में क्रांति ला रही है। यदि यह गति बनी रही तो भविष्य में सरवज्ञ बड़े टूर्नामेंट्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते नजर आ सकते हैं।
विज्ञापन
सरवज्ञ
- फोटो : Twitter
विज्ञापन
विस्तार
जहां तीन साल के बच्चे खिलौनों में फर्क नहीं कर पाते, वहीं मध्य प्रदेश के छोटे से शहर सागर में रहने वाले सरवज्ञ सिंह कुशवाहा ने दुनिया को हैरान कर दिया है। मात्र तीन साल सात महीने और 13 दिन की उम्र में वे दुनिया के सबसे कम उम्र के फीडे रैपिड रेटेड खिलाड़ी बन गए हैं। FIDE (अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ) की दिसंबर रेटिंग सूची में सरवज्ञ को 1572 की रैपिड रेटिंग मिली है, जो उनके आयु वर्ग के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं। इससे पहले यह रिकॉर्ड अनिश सरकार के नाम था, जिन्होंने पिछले साल तीन साल 10 महीने की उम्र में फीडे रेटिंग हासिल की थी। लेकिन सरवज्ञ ने उससे भी कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल कर इतिहास लिख दिया।
Trending Videos
स्क्रीन टाइम कम करने के लिए शुरू हुआ सफर, अब विश्व रिकॉर्ड
सरवज्ञ की शतरंज की यात्रा बेहद दिलचस्प है। उनके माता-पिता ने उन्हें मोबाइल से दूर रखने के लिए शतरंज सिखाना शुरू किया। धीरे-धीरे इस खेल में उनकी रुचि बढ़ती गई और वह अभ्यास करने लगे। कुछ महीनों के भीतर सरवज्ञ ने इतनी महारत हासिल कर ली कि उनके माता-पिता ने उन्हें प्रतियोगिताओं में भाग दिलाना शुरू कर दिया।
सरवज्ञ की शतरंज की यात्रा बेहद दिलचस्प है। उनके माता-पिता ने उन्हें मोबाइल से दूर रखने के लिए शतरंज सिखाना शुरू किया। धीरे-धीरे इस खेल में उनकी रुचि बढ़ती गई और वह अभ्यास करने लगे। कुछ महीनों के भीतर सरवज्ञ ने इतनी महारत हासिल कर ली कि उनके माता-पिता ने उन्हें प्रतियोगिताओं में भाग दिलाना शुरू कर दिया।
विज्ञापन
विज्ञापन
कई अनुभवी खिलाड़ियों को हराया
सितंबर में आयोजित 24वें आरसीसी रैपिड रेटेड कप (मंगलूरू) में सरवज्ञ ने पहली बार प्रतिस्पर्धा की और 1542 रेटिंग वाले खिलाड़ी को हराकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। इसके बाद अक्तूबर में दूसरी रैपिड रेटिंग ओपन प्रतियोगिता (खंडवा) में उन्होंने 1559 रेटिंग वाले खिलाड़ी को मात दी।
नवंबर में भी उन्होंने छिंदवाड़ा और इंदौर में, दो प्रतियोगिताओं में भाग लिया। वहां भी अनुभवी खिलाड़ियों को हराते हुए अपने लिए आधिकारिक रेटिंग हासिल की। खास बात यह रही कि फीडे रेटिंग पाने के लिए कम से कम एक रेटेड खिलाड़ी को हराना होता है, लेकिन सरवज्ञ ने तीन खिलाड़ियों को मात दी।
सितंबर में आयोजित 24वें आरसीसी रैपिड रेटेड कप (मंगलूरू) में सरवज्ञ ने पहली बार प्रतिस्पर्धा की और 1542 रेटिंग वाले खिलाड़ी को हराकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। इसके बाद अक्तूबर में दूसरी रैपिड रेटिंग ओपन प्रतियोगिता (खंडवा) में उन्होंने 1559 रेटिंग वाले खिलाड़ी को मात दी।
नवंबर में भी उन्होंने छिंदवाड़ा और इंदौर में, दो प्रतियोगिताओं में भाग लिया। वहां भी अनुभवी खिलाड़ियों को हराते हुए अपने लिए आधिकारिक रेटिंग हासिल की। खास बात यह रही कि फीडे रेटिंग पाने के लिए कम से कम एक रेटेड खिलाड़ी को हराना होता है, लेकिन सरवज्ञ ने तीन खिलाड़ियों को मात दी।
भारत की बढ़ती चेस ताकत का नया चेहरा
सरवज्ञ की उपलब्धि भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वर्तमान में भारत के डी. गुकेश विश्व चैंपियन हैं और दिव्या देशमुख वुमेंस वर्ल्ड कप विजेता हैं। अब सरवज्ञ जैसे नए टैलेंट यह साबित कर रहे हैं कि भारत भविष्य में भी शतरंज की दुनिया में अपना दबदबा बनाए रखेगा।
सरवज्ञ की उपलब्धि भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वर्तमान में भारत के डी. गुकेश विश्व चैंपियन हैं और दिव्या देशमुख वुमेंस वर्ल्ड कप विजेता हैं। अब सरवज्ञ जैसे नए टैलेंट यह साबित कर रहे हैं कि भारत भविष्य में भी शतरंज की दुनिया में अपना दबदबा बनाए रखेगा।