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टाटा स्टील वर्ल्ड 25केः ओलंपिक पदक विजेता बेनडनरेक भारत की रनिंग संस्कृति से प्रभावित, रेस के लिए उत्साहित
अमर उजाला, ब्यूरो, कोलकाता
Published by: एन अर्जुन
Updated Fri, 19 Dec 2025 08:58 AM IST
सार
ओलंपिक पदक विजेता स्प्रिंटर केनी बेडनरेक टाटा स्टील वर्ल्ड 25के कोलकाता के इंटरनेशनल इवेंट एम्बेसडर के रूप में जुड़े हैं और वह इस रेस के लिए काफी उत्साहित हैं।
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केनी बेडनरेक
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
ओलंपिक रजत पदक विजेता और अमेरिका के स्टार स्प्रिंटर केनी बेडनरेक ने टाटा स्टील वर्ल्ड 25के कोलकाता के इंटरनेशनल इवेंट एम्बेसडर के रूप में जुड़ने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की वैश्विक स्तर की दौड़ प्रतियोगिताएं लोगों को फिटनेस को जीवनशैली के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और अगर सही कोचिंग, ट्रेनिंग स्ट्रक्चर और रिकवरी सिस्टम मिले, तो भारतीय खिलाड़ी वैश्विक मंच पर बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।
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उन्होंने युवा खिलाड़ियों से अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध रहने की अपील की। एलीट स्तर पर प्रदर्शन को लेकर बात करते हुए बेडनरेक ने मानसिक मजबूती को सबसे अहम बताया। उन्होंने कहा कि शारीरिक तैयारी और प्रतिभा के बावजूद अगर रेस के दिन मानसिक रूप से मजबूत नहीं हैं, तो कुछ भी मायने नहीं रखता। उनके अनुसार स्प्रिंटिंग लगभग 90 प्रतिशत मानसिक खेल है, जिसमें अनुशासन, जिम्मेदारी, आत्मविश्वास और रिकवरी की अहम भूमिका होती है।
अपने करियर के अनुभव साझा करते हुए बेडनरेक ने निरंतर सीखने और सुधार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वह हर साल खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं और जीत के बाद भी अपनी टीम के साथ यह सोचते हैं कि आगे क्या सुधार किया जा सकता है। उनके मुताबिक पूर्णता जैसी कोई चीज नहीं होती, केवल निरंतर प्रगति ही मायने रखती है। यह बातें उन्होंने जीडी बिड़ला सेंटर फॉर एजुकेशन के छात्रों से बातचीत के दौरान कहीं।
अपने करियर के अनुभव साझा करते हुए बेडनरेक ने निरंतर सीखने और सुधार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वह हर साल खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं और जीत के बाद भी अपनी टीम के साथ यह सोचते हैं कि आगे क्या सुधार किया जा सकता है। उनके मुताबिक पूर्णता जैसी कोई चीज नहीं होती, केवल निरंतर प्रगति ही मायने रखती है। यह बातें उन्होंने जीडी बिड़ला सेंटर फॉर एजुकेशन के छात्रों से बातचीत के दौरान कहीं।
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टोक्यो और पेरिस ओलंपिक में जीते हैं पदक
केनी बेडनरेक दुनिया के शीर्ष स्प्रिंटर्स में गिने जाते हैं। उन्होंने पुरुषों की 200 मीटर दौड़ में टोक्यो ओलंपिक 2020 और पेरिस ओलंपिक 2024 में रजत पदक जीता है। इसके अलावा वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के भी रजत पदक विजेता हैं। डायमंड लीग में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले बेडनरेक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 19.49 सेकेंड है।
केनी बेडनरेक दुनिया के शीर्ष स्प्रिंटर्स में गिने जाते हैं। उन्होंने पुरुषों की 200 मीटर दौड़ में टोक्यो ओलंपिक 2020 और पेरिस ओलंपिक 2024 में रजत पदक जीता है। इसके अलावा वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के भी रजत पदक विजेता हैं। डायमंड लीग में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले बेडनरेक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 19.49 सेकेंड है।
भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं
भारतीय एथलेटिक्स को लेकर बेडनरेक ने सकारात्मक रुख जताया। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और अगर सही कोचिंग, ट्रेनिंग स्ट्रक्चर और रिकवरी सिस्टम मिले तो भारतीय खिलाड़ी वैश्विक मंच पर बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। उन्होंने युवा खिलाड़ियों से अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध रहने की अपील की। भारत के खेल जगत से लंबे समय तक जुड़ाव को लेकर बेडनरेक ने कहा कि वह इंटरैक्शन, मेंटरशिप और अनुभव साझा करने के जरिए सार्थक योगदान देने के लिए हमेशा तैयार हैं। उनके मुताबिक खेल में जीवन बदलने की ताकत होती है और अगर उनकी मौजूदगी भारत में इस यात्रा को आगे बढ़ाने में मदद कर सके, तो उन्हें गर्व होगा।
भारतीय एथलेटिक्स को लेकर बेडनरेक ने सकारात्मक रुख जताया। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और अगर सही कोचिंग, ट्रेनिंग स्ट्रक्चर और रिकवरी सिस्टम मिले तो भारतीय खिलाड़ी वैश्विक मंच पर बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। उन्होंने युवा खिलाड़ियों से अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध रहने की अपील की। भारत के खेल जगत से लंबे समय तक जुड़ाव को लेकर बेडनरेक ने कहा कि वह इंटरैक्शन, मेंटरशिप और अनुभव साझा करने के जरिए सार्थक योगदान देने के लिए हमेशा तैयार हैं। उनके मुताबिक खेल में जीवन बदलने की ताकत होती है और अगर उनकी मौजूदगी भारत में इस यात्रा को आगे बढ़ाने में मदद कर सके, तो उन्हें गर्व होगा।
भारत की बढ़ती खेल संस्कृति पर टिप्पणी करते हुए ओलंपिक पदक विजेता ने कहा कि देश में खेलों के प्रति जुनून साफ नजर आता है। चाहे एथलेटिक्स हो, फुटबॉल, क्रिकेट या डिस्टेंस रनिंग, हर जगह प्रतिस्पर्धा और सामुदायिक भावना दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन खेल के जरिए लोगों को एकजुट करने का काम करते हैं।
कोलकाता 25के केवल रन नहीं, उत्सव है
टाटा स्टील वर्ल्ड 25के कोलकाता को लेकर बेडनरेक ने कहा कि यह सिर्फ एक रेस नहीं, बल्कि उत्सव है। उन्होंने कहा कि एक ही सड़क पर एलीट एथलीट्स, शौकिया धावकों और पहली बार दौड़ने वालों को साथ देखना प्रेरणादायक है और वह रविवार को होने वाली रेस को करीब से देखने और धावकों का उत्साह बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।
टाटा स्टील वर्ल्ड 25के कोलकाता को लेकर बेडनरेक ने कहा कि यह सिर्फ एक रेस नहीं, बल्कि उत्सव है। उन्होंने कहा कि एक ही सड़क पर एलीट एथलीट्स, शौकिया धावकों और पहली बार दौड़ने वालों को साथ देखना प्रेरणादायक है और वह रविवार को होने वाली रेस को करीब से देखने और धावकों का उत्साह बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।