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WFI: भारतीय कुश्ती महासंघ ने राष्ट्रीय शिविर में भागीदारी अनिवार्य की, इन पहलवानों को अब भी मिलेगी छूट
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शोभित चतुर्वेदी
Updated Thu, 18 Dec 2025 04:16 PM IST
सार
भारतीय कुश्ती महासंघ ने नई चयन नीति बनाई है जिसके तहत सभी पहलवानों को राष्ट्रीय शिविर में शामिल होना होगा। हालांकि, महासंघ ने कुछ छूट भी दी है।
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कुश्ती
- फोटो : Adobe
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विस्तार
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने नई चयन नीति लागू की है जिसके तहत अब सभी के लिए राष्ट्रीय शिविर में शामिल होना अनिवार्य है। व्यक्तिगत अभ्यास कर रहे पहलवानों को इससे छूट रहेगी। इसके साथ ही ओलंपिक खेलों में कोटा जीतने वाले पहलवानों को एक दौर के अंतिम चयन ट्रायल में भाग लेना होगा। डब्ल्यूएफआई की आम परिषद की हाल ही में अहमदाबाद में हुई बैठक में इस नीति को मंजूरी दी गई। इसे फीडबैक और समीक्षा लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को भी दिया गया है।
नीति में कहा गया, राष्ट्रीय कोचिंग शिविरों में भागीदारी सभी पहलवानों के लिए अनिवार्य होगी जिसमे एलीट और दिग्गज पहलवान शामिल हैं। शिविर में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक जीतना जरूरी है। एक बार चुने जाने पर पहलवानों को राष्ट्रीय शिविर में अभ्यास करना होगा। किसी को दूसरे किसी स्थान पर व्यक्तिगत अभ्यास की अनुमति नहीं होगी।
विनेश को घरेलू स्तर पर करना होगा अच्छा प्रदर्शन
इसके मायने हैं कि हाल ही में संन्यास से वापसी का फैसला लेने वाली विनेश फोगाट को राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा। नीति में स्पष्ट है कि शिविर में भाग नहीं लेने पर पहलवान चयन ट्रायल में भाग नहीं ले सकेंगे। नीति में रिजर्व पहलवान रखने का भी प्रावधान है जो चयनित पहलवान के चोटिल होने पर खेल सकेंगे। इसमे यह भी स्पष्ट किया गया है कि चयन ट्रायल में पिछला प्रदर्शन ध्यान नहीं रखा जाएगा। नीति में यह भी कहा गया है कि ओलंपिक, एशियाई खेलों, उपमहाद्वीपीय चैंपियनशिप और विश्व चैंपियनशिप जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए ट्रायल अनिवार्य होंगे।
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नीति में कहा गया, राष्ट्रीय कोचिंग शिविरों में भागीदारी सभी पहलवानों के लिए अनिवार्य होगी जिसमे एलीट और दिग्गज पहलवान शामिल हैं। शिविर में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक जीतना जरूरी है। एक बार चुने जाने पर पहलवानों को राष्ट्रीय शिविर में अभ्यास करना होगा। किसी को दूसरे किसी स्थान पर व्यक्तिगत अभ्यास की अनुमति नहीं होगी।
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विनेश को घरेलू स्तर पर करना होगा अच्छा प्रदर्शन
इसके मायने हैं कि हाल ही में संन्यास से वापसी का फैसला लेने वाली विनेश फोगाट को राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा। नीति में स्पष्ट है कि शिविर में भाग नहीं लेने पर पहलवान चयन ट्रायल में भाग नहीं ले सकेंगे। नीति में रिजर्व पहलवान रखने का भी प्रावधान है जो चयनित पहलवान के चोटिल होने पर खेल सकेंगे। इसमे यह भी स्पष्ट किया गया है कि चयन ट्रायल में पिछला प्रदर्शन ध्यान नहीं रखा जाएगा। नीति में यह भी कहा गया है कि ओलंपिक, एशियाई खेलों, उपमहाद्वीपीय चैंपियनशिप और विश्व चैंपियनशिप जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए ट्रायल अनिवार्य होंगे।