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AI Jobs: भारत में तेजी से बढ़ी एआई स्किल्स की मांग, इस सेक्टर में हो रही सबसे ज्यादा भर्तियां
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Thu, 23 Oct 2025 01:57 PM IST
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सार
AI Skill Based Jobs Increases: भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ी नौकरियों की मांग तेजी से बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2025 में एआई स्किल्स वाली नौकरियों में 11.7% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

सांकेतिक तस्वीर( AI photo)
- फोटो : freepik
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विस्तार
भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित नौकरियों की मांग लगातार बढ़ रही है। ऑनलाइन जॉब प्लेटफॉर्म Indeed की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर 2025 में एआई स्किल्स वाली नौकरियों में 11.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 8.2 फीसदी थी। तीन महीने पहले यह वृद्धि दर 10.6 फीसदी रही थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि एआई टेक्नोलॉजी को लेकर कंपनियों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है।
डेटा और एनालिटिक्स सेक्टर में एआई की सबसे ज्यादा डिमांड
रिपोर्ट के अनुसार, एआई से जुड़ी नौकरियां अब सिर्फ टेक्नोलॉजी सेक्टर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनका विस्तार धीरे-धीरे अन्य क्षेत्रों में भी हो रहा है। डेटा और एनालिटिक्स सेक्टर में एआई की मांग सबसे अधिक रही, जहां 39 फीसदी नौकरियों में एआई स्किल्स की जरूरत दर्ज की गई। इसके बाद सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में 23 फीसदी, बीमा क्षेत्र में 18 फीसदी और वैज्ञानिक अनुसंधान में 17 फीसदी नौकरियों में एआई से संबंधित कौशल का उल्लेख मिला।
भर्तियों में गिरावट लेकिन संगठित क्षेत्र अब भी मजबूत
एआई स्किल्स की डिमांड अब इंजीनियरिंग सेक्टर में भी तेजी से बढ़ रही है। औद्योगिक इंजीनियरिंग में 17 फीसदी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 11 फीसदी और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 9.2 फीसदी नौकरियों में एआई का उपयोग देखा गया है। हालांकि, रिपोर्ट बताती है कि सितंबर में कुल भर्तियों के विज्ञापनों में 0.8 फीसदी की गिरावट आई है। यह लगातार छठा महीना है जब भर्ती के अवसरों में कमी दर्ज की गई है, लेकिन इसके बावजूद देश का संगठित रोजगार क्षेत्र स्थिर बना हुआ है और योग्य उम्मीदवारों के लिए पर्याप्त अवसर मौजूद हैं।
सिंगापुर के बाद भारत एआई भर्तियों में सबसे आगे
Indeed के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सीनियर इकोनॉमिस्ट कैलम पिकरिंग के अनुसार, भारत एआई जॉब्स के मामले में एशिया के अग्रणी देशों में शामिल है। उन्होंने बताया कि भारत के अलावा सिर्फ सिंगापुर ही ऐसा देश है जहां एआई से जुड़ी नौकरियों की मांग का प्रतिशत इतना अधिक है। यह साफ संकेत है कि भारत के नियोक्ता अब भविष्य की तकनीक यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं और इसे अपने व्यवसायिक संचालन का अहम हिस्सा बना रहे हैं।

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डेटा और एनालिटिक्स सेक्टर में एआई की सबसे ज्यादा डिमांड
रिपोर्ट के अनुसार, एआई से जुड़ी नौकरियां अब सिर्फ टेक्नोलॉजी सेक्टर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनका विस्तार धीरे-धीरे अन्य क्षेत्रों में भी हो रहा है। डेटा और एनालिटिक्स सेक्टर में एआई की मांग सबसे अधिक रही, जहां 39 फीसदी नौकरियों में एआई स्किल्स की जरूरत दर्ज की गई। इसके बाद सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में 23 फीसदी, बीमा क्षेत्र में 18 फीसदी और वैज्ञानिक अनुसंधान में 17 फीसदी नौकरियों में एआई से संबंधित कौशल का उल्लेख मिला।
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भर्तियों में गिरावट लेकिन संगठित क्षेत्र अब भी मजबूत
एआई स्किल्स की डिमांड अब इंजीनियरिंग सेक्टर में भी तेजी से बढ़ रही है। औद्योगिक इंजीनियरिंग में 17 फीसदी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 11 फीसदी और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 9.2 फीसदी नौकरियों में एआई का उपयोग देखा गया है। हालांकि, रिपोर्ट बताती है कि सितंबर में कुल भर्तियों के विज्ञापनों में 0.8 फीसदी की गिरावट आई है। यह लगातार छठा महीना है जब भर्ती के अवसरों में कमी दर्ज की गई है, लेकिन इसके बावजूद देश का संगठित रोजगार क्षेत्र स्थिर बना हुआ है और योग्य उम्मीदवारों के लिए पर्याप्त अवसर मौजूद हैं।
सिंगापुर के बाद भारत एआई भर्तियों में सबसे आगे
Indeed के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सीनियर इकोनॉमिस्ट कैलम पिकरिंग के अनुसार, भारत एआई जॉब्स के मामले में एशिया के अग्रणी देशों में शामिल है। उन्होंने बताया कि भारत के अलावा सिर्फ सिंगापुर ही ऐसा देश है जहां एआई से जुड़ी नौकरियों की मांग का प्रतिशत इतना अधिक है। यह साफ संकेत है कि भारत के नियोक्ता अब भविष्य की तकनीक यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं और इसे अपने व्यवसायिक संचालन का अहम हिस्सा बना रहे हैं।