Quantum Computing: IBM का क्वांटम कंप्यूटिंग की दिशा में बड़ा कदम, न्यूयॉर्क में बनाया 'लून' चिप
IBM ने 'लून' नाम का एक नया क्वांटम कंप्यूटिंग चिप बनाया है। कंपनी का कहना है कि यह चिप 2029 तक असली काम के लिए इस्तेमाल होने वाले क्वांटम कंप्यूटर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
विस्तार
IBM ने बताया है कि उसने एक नया क्वांटम कंप्यूटिंग चिप बनाया है, जिसका नाम 'लून' रखा गया है। कंपनी का कहना है कि यह चिप 2029 तक असली काम के लिए इस्तेमाल होने वाले क्वांटम कंप्यूटर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
क्या है क्वांटम कंप्यूटर?
क्वांटम कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो बहुत ही जटिल समस्याओं को बहुत तेजी से हल कर सकते हैं। ऐसी समस्याएं जिन्हें आम कंप्यूटर को हल करने में हजारों साल लग सकते हैं। लेकिन इन कंप्यूटर्स में एरर (गलती) की एक बड़ी दिक्कत होती है। क्वांटम तकनीक की अनिश्चितता के कारण इनमें गलतियां आसानी से हो सकती हैं।
IBM का नया तरीका
इन्हीं गलतियों को ठीक करने पर गूगल, अमेजन और IBM जैसी बड़ी कंपनियां काम कर रही हैं। 2021 में IBM ने एक नया तरीका सुझाया था जैसे मोबाइल नेटवर्क में सिग्नल को बेहतर करने के लिए एल्गोरिदम इस्तेमाल होते हैं, वैसे ही एल्गोरिदम को क्वांटम कंप्यूटर में भी लागू करना। इसके लिए उन्होंने साधारण और क्वांटम चिप्स को मिलाकर काम करने की योजना बनाई। हालांकि, इससे क्वांटम चिप्स बनाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, क्योंकि अब उनमें सिर्फ क्वांटम बिट्स (क्यूबिट्स) ही नहीं, बल्कि उनके बीच नए तरह के कनेक्शन भी बनाने पड़ते हैं।
कहां बनी है यह चिप
IBM के अनुसार, लून चिप को न्यूयॉर्क के अल्बानी नैनोटेक कॉम्प्लेक्स में तैयार किया गया है। यह जगह दुनिया की सबसे आधुनिक चिप फैक्ट्रियों में से एक मानी जाती है।
आगे की योजना
फिलहाल लून शुरुआती स्टेज में है और IBM ने ये नहीं बताया कि इसे कब आम लोग या डेवलपर्स टेस्ट कर पाएंगे। हालांकि, कंपनी ने एक और चिप 'नाइटहॉक' की घोषणा की है, जो इस साल के अंत तक उपलब्ध होगी। IBM का मानना है कि नाइटहॉक अगले साल तक कुछ कामों में साधारण कंप्यूटरों से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। कंपनी रिसर्चर्स और स्टार्टअप्स के साथ मिलकर इसका कोड खुले तौर पर साझा कर रही है ताकि कोई भी इसे टेस्ट कर सके। IBM के डायरेक्टर जे गैंबेटा ने कहा कि "हमें भरोसा है कि आने वाले समय में क्वांटम कंप्यूटर कई मामलों में बढ़त दिखाएंगे। लेकिन हम चाहते हैं कि ये सिर्फ खबरों तक सीमित न रहे, बल्कि एक ऐसी समुदाय बने जो खुद इसका कोड परीक्षण करे और असली समाधान ढूंढे"।