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सेना की जासूसी: अनुष्का की फर्जी आईडी के हनी ट्रैप में तो नहीं फंस गया पूर्व सैनिक, प्रेम जाल में फंसाती हैं पाकिस्तानी महिलाएं
अमर उजाला नेटवर्क, हापुड़
Published by: विक्रांत चतुर्वेदी
Updated Sun, 10 Jan 2021 01:22 PM IST
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सौरभ शर्मा
- फोटो : अमर उजाला
उत्तर प्रदेश एंटी टेरोरिज्म स्कॉयड (यूपी एटीएस) की गिरफ्त में आया पूर्व सैनिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से जुड़ी किसी महिला हैंडलर से फेसबुक से माध्यम से संपर्क में बताया गया है। इससे पूर्व भी इसी प्रकार हनी ट्रैप में दूसरे सैनिकों को भी अनुष्का चोपड़ा नाम की एक फर्जी आईडी के माध्यम से फंसाने का प्रयास होता रहा है। कहीं सौरभ भी तो इसी अनुष्का के चक्कर में तो नहीं फंस गया।
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- फोटो : सांकेतिक चित्र
दरअसल, पाकिस्तान में अनुष्का चोपड़ा नाम से पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) महिलाएं सक्रिय हैं। वह सामरिक व रणनीतिक रूप से जुड़े लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर सैन्य जानकारी जुटाने का प्रयास करती है। जानकारों की मानें तो कुछ ऐसे ही सोशल मीडिया पर चल रहे प्रेम जाल में हापुड़ का पूर्व सैनिक भी 2014 में फंस गया। वह प्रेम में फंसकर देश की सामरिक जानकारी भेजता रहा। इसका अंदाजा स्वयं पूर्व सैनिक को भी नहीं रहा होगा।
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सौरभ शर्मा
- फोटो : अमर उजाला
इसी के चक्कर में सैनिक को 2020 में महज सात साल की नौकरी करने के बाद वीआरएस दिला दिया गया। उसके बाद भी वह लगातार देश व सैन्य जानकारी पीआईओ को भेजता रहा। पीआईओ के माध्यम से बैंक खातों में फंडिंग भी कराता रहा। अब यूपी एटीएस ने पूर्व सैनिक को दबोचा है।
सौरभ शर्मा का परिवार
- फोटो : अमर उजाला
खुफिया एजेंसी भी सक्रिय
खुफिया एजेंसी भी जनवरी 2020 में उत्तर प्रदेश के आंतकवाद-रोधी दस्ते को इस संबंध में आगाह कर चुकी है। इसी को लेकर डेजर्ट चेंज नामक ऑपरेशन कोड किया जा रहा है। जिससे देश के अंदर आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे लोगों पर कानून प्रवर्तन एजेंसियां निगरानी कर सकें।
खुफिया एजेंसी भी जनवरी 2020 में उत्तर प्रदेश के आंतकवाद-रोधी दस्ते को इस संबंध में आगाह कर चुकी है। इसी को लेकर डेजर्ट चेंज नामक ऑपरेशन कोड किया जा रहा है। जिससे देश के अंदर आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे लोगों पर कानून प्रवर्तन एजेंसियां निगरानी कर सकें।
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सौरभ शर्मा के गांव का हाल
- फोटो : अमर उजाला
बिहूनी के ग्रामीणों में रोष
वहीं, गांव के पूर्व सैनिक के देशद्रोह से बिहूनी के ग्रामीणों में रोष है। शनिवार को पुलिस व एटीएस की दबिश के डर से गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं दिनभर ग्रामीण पूर्व सैनिक को लेकर चर्चा करते दिखे। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए गांव में कोई जगह नहीं है। उनका कहना है कि देश के गद्दारों के लिए गांव में कोई जगह नहीं है।
वहीं, गांव के पूर्व सैनिक के देशद्रोह से बिहूनी के ग्रामीणों में रोष है। शनिवार को पुलिस व एटीएस की दबिश के डर से गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं दिनभर ग्रामीण पूर्व सैनिक को लेकर चर्चा करते दिखे। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए गांव में कोई जगह नहीं है। उनका कहना है कि देश के गद्दारों के लिए गांव में कोई जगह नहीं है।