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Chamoli News: कौंज-पोथनी गांव में भालू ने एक सप्ताह में नौ मवेशी मारे
संवाद न्यूज एजेंसी, चमोली
Updated Mon, 24 Nov 2025 05:51 PM IST
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चमोली जिले में चौतरफा दहशत, पोखरी और ज्योतिर्मठ में भालू अधिक सक्रिय
संवाद न्यूज एजेंसी
गोपेश्वर/पोखरी। चमोली जनपद में भालू की चौतरफा दहशत बनी हुई है। दशोली विकास खंड के कौंज-पोथनी गांव में भालू एक सप्ताह में नौ मवेशियों को मार चुका है। डर के मारे ग्रामीण शाम होते ही घरों में कैद हो रहे हैं। पोखरी क्षेत्र में महिलाएं अपने खेतों में हरी घास लेने के लिए भी नहीं जा पा रही हैं।
कौंज-पोथनी गांव की महिला मंगल दल अध्यक्ष दीपा देवी ने बताया कि गांव में पिछले एक सप्ताह में भालू नौ मवेशियों को मार चुका है। वन विभाग की टीम गश्त के लिए सिर्फ सड़क तक ही पहुंच रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में भय का माहौल है। इधर पोखरी ब्लाॅक के प्राथमिक विद्यालय विनगढ़ के समीप भालू दिखने से ग्रामीणों और छात्र-छात्राओं में दहशत का माहौल है। सरिता देवी, शांति देवी, पुष्पा ने बताया कि वह घास लेने के लिए जंगल गईं थीं। उन्हें विद्यालय के समीप एक पेड़ पर भालू दिखा। भालू देखकर वे वहां से गांव की ओर भागीं और जान बचाई। प्रावि के शिक्षक गिरीश चंद्र सती ने बताया कि विद्यालय परिसर के इर्द-गिर्द घना जंगल होने के कारण भालू का भय बना हुआ है। उन्होंने भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की।
इंसेट
निदेशक ने की बैठक, दिए निर्देश
ज्योतिर्मठ। नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व के निदेशक पंकज कुमार ने ज्योतिर्मठ रेंज में मानव-भालू संघर्ष रोकथाम विषय पर बैठक की। इस दौरान क्विक रिस्पांस टीम के साथ संवाद स्थापित करने, वन्यजीव रेस्क्यू के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा और विभागीय समन्वय को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
स्थानीय लोगों का नगर क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर भालू के विचरण करने, भोजन, पानी व निवास संबंधी व्यवहार की जानकारी दी। निदेशक ने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को सरकारी संस्थानों, स्कूल व नगर के वार्डों में जन जागरूकता, भालू की आबादी क्षेत्र में रोकथाम के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को नगर क्षेत्र की मेपिंग करने तथा संवेदनशील क्षेत्रों में मानव-भालू संघर्ष के विभिन्न कारणों की पहचान करने के लिए भी कहा गया। इस मौके पर उपवन संरक्षक महातिम यादव, वन क्षेत्राधिकारी गौरव नेगी, वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल के साथ ही कई वन अधिकारी मौजूद रहे। संवाद
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गोपेश्वर/पोखरी। चमोली जनपद में भालू की चौतरफा दहशत बनी हुई है। दशोली विकास खंड के कौंज-पोथनी गांव में भालू एक सप्ताह में नौ मवेशियों को मार चुका है। डर के मारे ग्रामीण शाम होते ही घरों में कैद हो रहे हैं। पोखरी क्षेत्र में महिलाएं अपने खेतों में हरी घास लेने के लिए भी नहीं जा पा रही हैं।
कौंज-पोथनी गांव की महिला मंगल दल अध्यक्ष दीपा देवी ने बताया कि गांव में पिछले एक सप्ताह में भालू नौ मवेशियों को मार चुका है। वन विभाग की टीम गश्त के लिए सिर्फ सड़क तक ही पहुंच रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में भय का माहौल है। इधर पोखरी ब्लाॅक के प्राथमिक विद्यालय विनगढ़ के समीप भालू दिखने से ग्रामीणों और छात्र-छात्राओं में दहशत का माहौल है। सरिता देवी, शांति देवी, पुष्पा ने बताया कि वह घास लेने के लिए जंगल गईं थीं। उन्हें विद्यालय के समीप एक पेड़ पर भालू दिखा। भालू देखकर वे वहां से गांव की ओर भागीं और जान बचाई। प्रावि के शिक्षक गिरीश चंद्र सती ने बताया कि विद्यालय परिसर के इर्द-गिर्द घना जंगल होने के कारण भालू का भय बना हुआ है। उन्होंने भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की।
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निदेशक ने की बैठक, दिए निर्देश
ज्योतिर्मठ। नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व के निदेशक पंकज कुमार ने ज्योतिर्मठ रेंज में मानव-भालू संघर्ष रोकथाम विषय पर बैठक की। इस दौरान क्विक रिस्पांस टीम के साथ संवाद स्थापित करने, वन्यजीव रेस्क्यू के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा और विभागीय समन्वय को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
स्थानीय लोगों का नगर क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर भालू के विचरण करने, भोजन, पानी व निवास संबंधी व्यवहार की जानकारी दी। निदेशक ने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को सरकारी संस्थानों, स्कूल व नगर के वार्डों में जन जागरूकता, भालू की आबादी क्षेत्र में रोकथाम के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को नगर क्षेत्र की मेपिंग करने तथा संवेदनशील क्षेत्रों में मानव-भालू संघर्ष के विभिन्न कारणों की पहचान करने के लिए भी कहा गया। इस मौके पर उपवन संरक्षक महातिम यादव, वन क्षेत्राधिकारी गौरव नेगी, वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल के साथ ही कई वन अधिकारी मौजूद रहे। संवाद