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Chamoli News: दुर्घटना के तुरंत बाद मिले प्राथमिक उपचार को बच सकती है जान
संवाद न्यूज एजेंसी, चमोली
Updated Sun, 21 Dec 2025 06:44 PM IST
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फोटो
एसजीआरआर कर्णप्रयाग में परिवहन विभाग ने आयोजित किया कार्यक्रम
संवाद न्यूज एजेंसी
कर्णप्रयाग। परिवहन विभाग की ओर से एसजीआरआर विद्यालय में फर्स्ट रिस्पांड ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। परिवहन विभाग ने एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर दुर्घटनाओं में एंबुलेंस या डॉक्टर के पहुंचने से पहले प्राथमिक उपचार (फर्स्ट एड) देने की जानकारी दी।
ट्रेनिंग का शुभारंभ आरटीओ प्रवर्तक पौड़ी बिमल पांडेय ने किया। स्वास्थ्य विभाग के डॉ. हरीश थपलियाल ने बताया कि दुर्घटना के बाद का पहला एक घंटा गोल्डन ऑवर होता है जिसमें सही और समय पर की गई मदद से घायल व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। एसडीआरएफ के अपर उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह ने स्ट्रेचर बनाना, रेस्क्यू उपकरण आदि की जानकारी दी। एआरटीओ अभिषेक भट्गांई ने बताया कि राहवीर योजना के तहत घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को पुरस्कार दिया जाता है और कोई पुलिस कार्रवाई भी नहीं होती है। इस मौके पर प्रधानाचार्य बीबी डोभाल, एआरटीओ प्रवर्तक पौड़ी मंगल सिंह, एआरटीओ प्रवर्तक धमेंद्र बिष्ट, एसडीआरएफ के कांस्टेबल राजेंद्र आदि मौजूद रहे। इसके बाद आरटीओ प्रवर्तक पौड़ी बिमल पांडेय ने परिवहन विभाग कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय की कार्यप्रणाली, अभिलेखों के रखरखाव को जांचा।
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कर्णप्रयाग। परिवहन विभाग की ओर से एसजीआरआर विद्यालय में फर्स्ट रिस्पांड ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। परिवहन विभाग ने एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर दुर्घटनाओं में एंबुलेंस या डॉक्टर के पहुंचने से पहले प्राथमिक उपचार (फर्स्ट एड) देने की जानकारी दी।
ट्रेनिंग का शुभारंभ आरटीओ प्रवर्तक पौड़ी बिमल पांडेय ने किया। स्वास्थ्य विभाग के डॉ. हरीश थपलियाल ने बताया कि दुर्घटना के बाद का पहला एक घंटा गोल्डन ऑवर होता है जिसमें सही और समय पर की गई मदद से घायल व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। एसडीआरएफ के अपर उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह ने स्ट्रेचर बनाना, रेस्क्यू उपकरण आदि की जानकारी दी। एआरटीओ अभिषेक भट्गांई ने बताया कि राहवीर योजना के तहत घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को पुरस्कार दिया जाता है और कोई पुलिस कार्रवाई भी नहीं होती है। इस मौके पर प्रधानाचार्य बीबी डोभाल, एआरटीओ प्रवर्तक पौड़ी मंगल सिंह, एआरटीओ प्रवर्तक धमेंद्र बिष्ट, एसडीआरएफ के कांस्टेबल राजेंद्र आदि मौजूद रहे। इसके बाद आरटीओ प्रवर्तक पौड़ी बिमल पांडेय ने परिवहन विभाग कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय की कार्यप्रणाली, अभिलेखों के रखरखाव को जांचा।
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