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Kotdwar News: अक्तूबर के महीने में भी सामने आ रहे टायफाइड के मरीज
संवाद न्यूज एजेंसी, कोटद्वार
Updated Tue, 14 Oct 2025 05:43 PM IST
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संवाद न्यूज एजेंसी
कोटद्वार। मानसून जाते-जाते भी दर्द दे गया। अक्तूबर में भी टायफाइड के मरीज सामने आ रहे हैं। यह रोग जल जनित है। टायफाइड का कारण दूषित जल का सेवन और मौसम में काफी उठापटक माना जा रहा है। बेस अस्पताल में हर दिन चार-पांच मरीज टायफाइड से पीड़ित पहुंच रहे हैं। उपचार के साथ-साथ चिकित्सक मरीज को खानपान में सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
पिछले कुछ महीनों में कोटद्वार में कई जगहों पर पेयजल पाइप लाइन बिछाई गई है। इसके लिए कई जगहों पर तो खोदी गई सड़कों को दुरुस्त कर दिया गया है, जबकि कुछ जगह पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क की हालत बदतर है। पानी की निकासी अवरुद्ध होने पर तेज बरसात में पेयजल पाइप लाइन में दूषित जल के अपमिश्रण से पेयजल के खराब होने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे पानी के सेवन से लोग बीमार पड़ रहे हैं और मरीजों में टायफाइड के लक्षण नजर आ रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हरेंद्र कुमार का कहना है कि जल जनित रोग से बच्चे जल्दी ग्रसित हो जाते हैं। उनके खानपान पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने प्रतिदिन दो-तीन बच्चे टायफाइड से पीड़ित आ रहे हैं। इसके अलावा बच्चों के साथ निमोनिया, नजला-जुकाम की समस्या भी काफी बढ़ गई है। इसका मुख्य कारण मौसम में काफी उतार-चढ़ाव और खानपान में लापरवाही है।
.
- ये करें
पानी उबालकर सामान्य कर पीयें।
ताजे भोजन का ही सेवन करें।
घरेलू उपचार से बचें, चिकित्सक से मिलें।
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- ये न करें
कटे-फटे फलों का सेवन न करें।
बासी एवं फ्रिज में रखे पदार्थ न खाएं।
फ्रिज का ठंडा पानी पीने से बचें।

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पिछले कुछ महीनों में कोटद्वार में कई जगहों पर पेयजल पाइप लाइन बिछाई गई है। इसके लिए कई जगहों पर तो खोदी गई सड़कों को दुरुस्त कर दिया गया है, जबकि कुछ जगह पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क की हालत बदतर है। पानी की निकासी अवरुद्ध होने पर तेज बरसात में पेयजल पाइप लाइन में दूषित जल के अपमिश्रण से पेयजल के खराब होने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे पानी के सेवन से लोग बीमार पड़ रहे हैं और मरीजों में टायफाइड के लक्षण नजर आ रहे हैं।
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बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हरेंद्र कुमार का कहना है कि जल जनित रोग से बच्चे जल्दी ग्रसित हो जाते हैं। उनके खानपान पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने प्रतिदिन दो-तीन बच्चे टायफाइड से पीड़ित आ रहे हैं। इसके अलावा बच्चों के साथ निमोनिया, नजला-जुकाम की समस्या भी काफी बढ़ गई है। इसका मुख्य कारण मौसम में काफी उतार-चढ़ाव और खानपान में लापरवाही है।
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- ये करें
पानी उबालकर सामान्य कर पीयें।
ताजे भोजन का ही सेवन करें।
घरेलू उपचार से बचें, चिकित्सक से मिलें।
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- ये न करें
कटे-फटे फलों का सेवन न करें।
बासी एवं फ्रिज में रखे पदार्थ न खाएं।
फ्रिज का ठंडा पानी पीने से बचें।
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