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बलाती फार्म में दस साल बाद आलू की पैदावार: उत्पाद भी हुआ अधिक, बीज तैयार करने के लिए प्रसिद्ध था यह क्षेत्र

अमर उजाला नेटवर्क, पिथौरागढ़ Published by: हीरा मेहरा Updated Wed, 19 Nov 2025 03:17 PM IST
सार

दस साल से बंजर बलाती फार्म में फिर से आलू की फसल लहलहाई है। जिस फार्म को बंजर छोड़ दिया गया वहां एक दशक बाद आलू का तीन गुना अधिक उत्पादन हुआ है। 

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Potato production at Balati Farm Pithoragarh after ten years
आलू
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आखिरकार 10 साल से बंजर बलाती फार्म में फिर से आलू की फसल लहलहाई है। जिस फार्म को बंजर छोड़ दिया गया वहां एक दशक बाद आलू का तीन गुना अधिक उत्पादन हुआ है। अब इस फार्म में फिर से बीज तैयार होने से मुनस्यारी के आलू का स्वाद उत्तराखंड के साथ ही उत्तर प्रदेश तक भी पहुंचेगा। उद्यान विभाग ने फार्म में 75 क्विंटल बीज बोया और आलू का उत्पादन 284 क्विंटल हुआ है।

 

मुनस्यारी के आलू के स्वाद के लिए उत्तराखंड के साथ ही अन्य प्रदेशों के लोग भी मुरीद हैं। मुनस्यारी का बलाती फार्म इस स्वादिष्ट आलू का बीज तैयार करने के लिए जाना जाता है। यहां तैयार बीज को उत्तराखंड के साथ ही यूपी के किसानों को उपलब्ध कराया जाता था। करीब एक दशक पूर्व तक फार्म में आलू का बीज तैयार होता था। निमिटोड रोग का इलाज करना छोड़ उद्यान विभाग ने तब यहां आलू का बीज तैयार करना ही बंद कर दिया।

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फार्म में खेत बंजर हो गए। किसानों की आय दोगुना करने की योजना दम तोड़ गई। आखिरकार 10 साल बाद फार्म में फिर से बीज तैयार करने की कवायद शुरू हुई। बीते वर्ष यहां 2.14 हेक्टेयर भूमि पर कुफरी ज्योति, कुफरी करन, कुफरी हिमालनी प्रजाति के 75 क्विंटल आलू के बीज को बोया गया। इसके बेहतरीन परिणाम सामने आए हैं। उद्यान विभाग की मेहनत रंग लाई है। यहां 284.50 क्विंटल आलू का उत्पादन हुआ है। विभाग ने पहले साल फाउंडेशन सीड तैयार किया है। इस उन्नत बीज को किसानों को उपलब्ध कराने की योजना है। 

उद्यान विभाग के अन्य फार्मों में भी होगी बुआई
उद्यान विभाग के मुताबिक पारंपरिक और नई तकनीक से तैयार आलू के इस बीज की प्रदेश के अन्य फार्मों में भी बुआई होगी। इस बीज को निदेशालय और राज्य के सभी पौधालयों को मांग के मुताबिक भेजा जाएगा। द्वितीय वर्ष में मुनस्यारी के छिपलाकेदार फेडरेशन की नर्सरी में आलू के बीज का उत्पादन होगा। एक क्विंटल आलू के बीज की कीमत चार हजार रुपये होगी। ऐसे में साफ है कि आलू के उत्पादन से उद्यान विभाग को 10 साल बाद 11 लाख से अधिक की आय हुई है।

 

बलाती में बोई गई आलू की प्रजाति और उत्पादन (क्विंटल में)

प्रजाति                         बुआई             उत्पादन

कुफरी ज्योति             25                         83

कुफरी करन             10                         36.50

 

कुफरी हिमालनी             40                    165

10 साल बाद बलाती फार्म में आलू के बीज का उत्पादन शुरू किया गया है। इसमें उम्मीद से अधिक सफलता मिली है। निदेशालय को आलू का बीज उपलब्ध कराया जाएगा जो प्रदेश के किसानों तक पहुंचेगा। - अभिनव कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी, पिथौरागढ़

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