{"_id":"6924429dd4a59cba6004c1d6","slug":"farmers-express-displeasure-over-not-receiving-adequate-insurance-claims-uttarkashi-news-c-54-1-uki1003-116207-2025-11-24","type":"story","status":"publish","title_hn":"Uttarkashi News: काश्तकारों ने उचित बीमा क्लेम न मिलने पर जताई नाराजगी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Uttarkashi News: काश्तकारों ने उचित बीमा क्लेम न मिलने पर जताई नाराजगी
संवाद न्यूज एजेंसी, उत्तर काशी
Updated Mon, 24 Nov 2025 05:03 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
- काश्तकारों ने जिलाधिकारी को भेजा पत्र, उचित बीमा भुगतान की मांग की
फोटो सहित।
पुरोला। मोरी विकासखंड के जखोल, सांकरी, कोट, सिदरी, पांव, सिरगा, धारा, सावणी और सटूडी सहित कई गांवों के बागवानों ने सेब फसल के बीमा क्लेम अत्यधिक कम मिलने पर नाराजगी जताई है। काश्तकारों ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी को पत्र भेजकर दोबारा जांच और उचित बीमा भुगतान की मांग की है। काश्तकार किशन सिंह रावत के नेतृत्व में भेजे गए ज्ञापन में बताया गया कि वर्ष 2024–25 में ओलावृष्टि, अत्यधिक वर्षा, तूफान और पाला से सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ था। प्रभावित बागवानों ने समय पर फसल बीमा योजना के तहत दावा प्रस्तुत किया, लेकिन बीमा कंपनियों की ओर से जारी क्लेम वास्तविक नुकसान की तुलना में बहुत कम बताया गया है। बागवानों ने सेब बागानों की क्षति का दोबारा सर्वेक्षण कराने, वास्तविक नुकसान के अनुरूप राशि प्रदान करने की मांग की है। साथ ही आवश्यक होने पर राजस्व व कृषि विभाग की संयुक्त निरीक्षण रिपोर्ट तैयार करने का आग्रह किया है, ताकि किसानों को उचित राहत मिल सके। ज्ञापन पर किशन सिंह रावत, किसन रावत, कमल सिंह, राजेंद्र, कमलेश, राजपाल रावत, रामकिशन, राजेश, सुरेंद्र सिंह, प्रहलाद रावत, सीलदार सिंह, हरपाल सिंह, विजय सिंह सहित अनेक बागवानों ने हस्ताक्षर किए हैं।
Trending Videos
फोटो सहित।
पुरोला। मोरी विकासखंड के जखोल, सांकरी, कोट, सिदरी, पांव, सिरगा, धारा, सावणी और सटूडी सहित कई गांवों के बागवानों ने सेब फसल के बीमा क्लेम अत्यधिक कम मिलने पर नाराजगी जताई है। काश्तकारों ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी को पत्र भेजकर दोबारा जांच और उचित बीमा भुगतान की मांग की है। काश्तकार किशन सिंह रावत के नेतृत्व में भेजे गए ज्ञापन में बताया गया कि वर्ष 2024–25 में ओलावृष्टि, अत्यधिक वर्षा, तूफान और पाला से सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ था। प्रभावित बागवानों ने समय पर फसल बीमा योजना के तहत दावा प्रस्तुत किया, लेकिन बीमा कंपनियों की ओर से जारी क्लेम वास्तविक नुकसान की तुलना में बहुत कम बताया गया है। बागवानों ने सेब बागानों की क्षति का दोबारा सर्वेक्षण कराने, वास्तविक नुकसान के अनुरूप राशि प्रदान करने की मांग की है। साथ ही आवश्यक होने पर राजस्व व कृषि विभाग की संयुक्त निरीक्षण रिपोर्ट तैयार करने का आग्रह किया है, ताकि किसानों को उचित राहत मिल सके। ज्ञापन पर किशन सिंह रावत, किसन रावत, कमल सिंह, राजेंद्र, कमलेश, राजपाल रावत, रामकिशन, राजेश, सुरेंद्र सिंह, प्रहलाद रावत, सीलदार सिंह, हरपाल सिंह, विजय सिंह सहित अनेक बागवानों ने हस्ताक्षर किए हैं।