भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को एशिया कप का छठा मुकाबला खेला जाना है। इस मुकाबले से पहले ही देश में सियासी घमासान तेज हो गया है। विपक्ष लगातार मैच रद्द करने की मांग कर रहा है, तो वहीं, भाजपा व सरकार का कहना है कि भारत किसी भी द्विपक्षीय टूर्नामेंट में पाकिस्तान से नहीं खेलेगा। लेकिन बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में दोनों देशों की भिड़ंत हो सकती है। आपको बता दें कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 14 सितंबर को दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का कड़ा विरोध किया है।
शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, तो खून और क्रिकेट एक साथ कैसे बह सकते हैं? युद्ध और क्रिकेट एक साथ कैसे हो सकते हैं? उन्होंने देशभक्ति का व्यापार किया है। देशभक्ति का व्यापार केवल पैसे के लिए है। वे कल भी मैच खेलने जा रहे हैं, क्योंकि उन्हें उस मैच से मिलने वाला सारा पैसा चाहिए। कल, शिवसेना (यूबीटी) की महिला कार्यकर्ता महाराष्ट्र में सड़कों पर उतरेंगी और वे हर घर से पीएम मोदी को सिंदूर भेजेंगी।'
अमेरिका में बनाए गए वीडियो में सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने याद दिलाया कि उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष को मैच रद्द करने के लिए एक पत्र लिखा था, क्योंकि पाकिस्तानी क्रिकेटर अक्सर अपने सोशल मीडिया पर भारत और ऑपरेशन सिंदूर का अपमान करते पाए गए हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि एशिया कप में 14 सितंबर को दुबई में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच होना है। मैंने संसद में यह मुद्दा इसलिए उठाया था, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब मैं संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ विभिन्न देशों के दौरे पर गई थी, तो हमें बताया गया था कि आतंकवाद से कोई बातचीत या व्यापार नहीं होगा। पहलगाम में 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई और 26 महिलाएं विधवा हो गईं। इसीलिए ऑपरेशन सिंदूर हुआ और हमने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। हमने यह भी संकल्प लिया था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खात्मे की दिशा में काम नहीं करता, तब तक उसके साथ सभी तरह की बातचीत और व्यापार बंद कर देंगे। अब इस क्रिकेट मैच की घोषणा हो गई है।