उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने खुशी व्यक्त की और इसे अति पिछड़ा मल्लाह समुदाय के लिए एक बड़ी उम्मीद बताया। उन्होंने कहा कि यह पद करोड़ों लोगों के लिए उम्मीद है, और यह पहली बार होगा कि मल्लाह का बेटा डिप्टी सीएम बनेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह पद उनका अपना जागीर नहीं है, बल्कि एक मौका है जनता के लिए काम करने का और नया बिहार बनाने का।
मुकेश सहनी ने यह भी कहा कि "मैं लीडर हूँ, कोई लोडर नहीं हूँ"। उन्होंने अपनी पार्टी के महत्व को दर्शाते हुए कहा कि उनके पास नाव (पार्टी) है और उनकी ज़िम्मेदारी है पार लगाने की, चाहे वह तेजस्वी यादव हों या श्रीराम। उन्होंने स्पष्ट किया कि बात सीटों की संख्या की नहीं है, बल्कि करोड़ों लोगों की उम्मीद पूरी करने की है। सहनी ने यह भी संकल्प लिया कि महागठबंधन का जो संयुक्त घोषणा पत्र जारी हुआ है, उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा और वे अगले 25 से 30 साल तक जनता के बीच रहकर सेवा करेंगे। उन्होंने अति पिछड़ों और दलितों की उम्मीदों को पूरा करने और उनके अधिकारों के लिए लड़ने पर भी जोर दिया। "मैं बहुत खुश हूँ। मैंने कभी नहीं सोचा था कि अति पिछड़ा समुदाय से कोई डिप्टी सीएम उम्मीदवार बनेगा। मैंने इसके लिए पिछले 11-12 साल से कड़ी मेहनत की है
मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि सत्ता में आने पर वह हर एक वादे को प्राण देकर भी पूरा करेंगे। उन्होंने कहा है कि उनका लक्ष्य सरकार बनाना नहीं, बल्कि बिहार बनाना है। घोषणा पत्र में प्रमुख वादे जैसे कि सरकारी नौकरियों, पंचायती राज प्रतिनिधियों के भत्तों को दोगुना करने, पेंशन, और 200 यूनिट मुफ्त बिजली के माध्यम से उन्होंने सीधे तौर पर जनता से जुड़ने की कोशिश की है। वे लगातार एनडीए सरकार पर भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी, अपराध और अफसरशाही के लिए हमलावर रहे हैं और बिहार की जनता से बदलाव लाने का आह्वान कर रहे हैं।