अलवर के शांति कुंज और भवानी तोप चौराहे के बीच बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। शांति कुंज-111 निवासी 48 वर्षीय फॉरेस्ट अफसर जोगिंदर सिंह चौहान अपने 11 वर्षीय बेटे के साथ टहलने निकले थे। इसी दौरान तेज रफ्तार कार ने अचानक नियंत्रण खो दिया और उनकी ओर बढ़ गई। खतरा भांपते ही जोगिंदर सिंह ने फुर्ती दिखाते हुए बेटे को जोर से किनारे धकेल दिया, जिससे उसकी जान बच गई, लेकिन वे स्वयं कार की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
अस्पताल ले जाने के बाद भी नहीं बच सकी जान
हादसे के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन गंभीर चोटों के कारण कुछ ही देर में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बेटे को सुरक्षित देखकर पिता द्वारा दिया गया यह त्याग क्षेत्र में चर्चा और भावनाओं का केंद्र बना हुआ है।
परिवार में छाया मातम, जोगिंदर के स्वभाव की लोग कर रहे सराहना
जोगिंदर सिंह चौहान रेलवे (RPF) से रिटायर्ड विक्रम सिंह चौहान के पुत्र थे। परिवार में पत्नी, 11 वर्षीय बेटा और अन्य परिजन हैं, जो अचानक हुए इस हादसे से गहरे सदमे में हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि जोगिंदर शांत, मिलनसार और अत्यंत जिम्मेदार स्वभाव के व्यक्ति थे। बेटे को बचाने के लिए उनकी बहादुरी और त्याग की क्षेत्र में व्यापक सराहना हो रही है।
यह भी पढ़ें- Rajasthan: SIR कार्य के तनाव ने छीन ली जिंदगी, हार्ट अटैक से BLO की मौत; परिजन बोले- अधिकारी बना रहे थे दबाव
पुलिस और विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण कार की तेज रफ्तार और वाहन पर नियंत्रण खोना माना जा रहा है। पुलिस पूरे मामले की विस्तृत जांच में जुटी है।