राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कांग्रेस के शीर्ष नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को मिली कथित जान से मारने की धमकी पर भाजपा और केंद्र सरकार को घेरा है। जूली ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक भाजपा प्रवक्ता द्वारा लाइव टीवी बहस के दौरान राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी देना बेहद निंदनीय और गंभीर चिंता का विषय है।
जूली ने कहा कि यह घटनाक्रम दर्शाता है कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की विचारधारा को मानने वाले लोग अब भी गांधी परिवार और उनके विचारों से उतना ही डरते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राहुल गांधी की लोकप्रियता और उनके द्वारा बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और वोट चोरी जैसे जनसरोकार के मुद्दों को उठाने से बौखलाई हुई है।
ये भी पढ़ें: Sawai Madhopur News: सूरवाल बांध की भराव क्षमता बढ़ने से किसानों की जमीन डूबी, मुआवजे और समाधान की मांग
टीकाराम जूली ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि जिस देश में भाजपा नेताओं पर केवल राजनीतिक टिप्पणी करने पर विपक्षी नेताओं को जेल भेजा जाता है, उसी देश में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष को सार्वजनिक रूप से गोली मारने की धमकी दिए जाने के बावजूद न तो कोई कानूनी कार्रवाई की गई है और न ही भाजपा ने उस प्रवक्ता को पार्टी से निकाला है।
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा इस गंभीर मुद्दे पर चुप क्यों हैं? क्या भाजपा ऐसे बयानों को प्रोत्साहित कर रही है? उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी धमकियों की कोई जगह नहीं हो सकती और यदि इस पर तुरंत कार्रवाई नहीं की जाती तो यह खतरनाक परंपरा की शुरुआत होगी।
कांग्रेस ने पहले ही इस बयान की कड़ी निंदा की है और अब टीकाराम जूली ने भी इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला करार देते हुए भाजपा और केंद्र सरकार से जवाब मांगा है।