पर्यटन नगरी जैसलमेर के विश्व प्रसिद्ध सम सैंड ड्यून्स क्षेत्र में बुधवार देर रात अचानक उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब जैन टेंट एम्पायर रिसोर्ट में भीषण आग भड़क उठी। कुछ ही मिनटों में लपटें इतनी तेज हो गईं कि पूरे रिसोर्ट में भगदड़ जैसे हालात बन गए। हालांकि स्थानीय लोगों और रिसोर्ट स्टाफ की सूझबूझ से बड़ी जनहानि टल गई लेकिन कई टेंट और सैलानियों का सामान आग की लपटों में जलकर खाक हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना रात लगभग 9 बजे की है। जब अधिकांश सैलानी अपने-अपने टेंट में आराम कर रहे थे, तभी रिसोर्ट के बीच वाले हिस्से से धुएं का गुबार उठता दिखा। कुछ ही देर में आग तेजी से फैलने लगी और देखते ही देखते एक के बाद एक टेंट उसकी चपेट में आते गए। अचानक उठे शोर-शराबे से सैलानी बाहर निकल आए और मदद के लिए दौड़ पड़े।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि रिसोर्ट के पास बैठे कुछ सैलानियों ने सिगरेट पी थी और संभवतः जलता टुकड़ा रेत पर फेंका गया, जो कपड़े और सजावटी सामग्री में आग लगने का कारण बना। रेगिस्तान की तेज हवाओं ने आग को और भड़का दिया, जिससे कुछ ही मिनटों में पास के टेंट भी जल गए।
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घटना की सूचना मिलते ही सम थाना प्रभारी बगडूराम पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन इससे पहले ही स्थानीय ग्रामीणों और रिसोर्ट कर्मचारियों ने अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए थे। उन्होंने रेत डालकर और पानी की बाल्टियों से आग को फैलने से रोका। रिसोर्ट में करीब 100 देशी पर्यटक मौजूद थे, जिन्हें समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
रिसोर्ट संचालक के अनुसार आगजनी में करीब 5 से 6 टेंट पूरी तरह जल गए हैं। इनमें रखे सैलानियों के कपड़े, बैग, मोबाइल, कैमरे और निजी सामान पूरी तरह नष्ट हो गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोट नहीं आई।
थाना प्रभारी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और आग लगने के सही कारणों के साथ-साथ नुकसान के स्तर का आकलन किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक रूप से यह हादसा लापरवाही का परिणाम प्रतीत होता है लेकिन सभी तरह की जांच की जाएगी।