26 साल बाद भी बाबरी मस्जिद विध्वंस और अयोध्या मंदिर की राजनीति चरम पर है। राम मंदिर के नाम पर सत्ता में आई बीजेपी की सरकार अब 2019 लोकसभा चुनाव को भी राम के भरोसे ही जीतना चाह रही है। लेकिन बाबरी विध्वंस की कहानी बस इतनी नहीं है। ये कहानी 26 साल पहले शुरू हुई हो ऐसा नहीं है। इसका बीज गुलाम भारत में ही पड़ चुका था।