Bangladesh: चुनाव से पहले 15 सेना अधिकारियों को जेल, शेख हसीना समेत सभी फरार हुए लोगों की गिरफ्तारी का आदेश
बांग्लादेश की ICT-BD ने मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप में 15 सक्रिय सेना अधिकारियों को जेल भेजा। पूर्व पीएम शेख हसीना के शासनकाल के दौरान ये मामले दर्ज हैं। ट्रिब्यूनल ने जमानत अर्जी खारिज की और फरार हसीना समेत अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी का भी आदेश दिया।
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बांग्लादेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले देशभर की राजनीति में गर्माहट है। इतना ही नहीं राजनीतिक तनाव भी अपने चरम पर है। इसी बीच बांग्लादेश की इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल (आईसीटी-बीडी) ने बुधवार को 15 सक्रिय सेना अधिकारियों को मानवाधिकार उल्लंघन, जबरन गायब कराने, हत्याओं और हिरासत में यातना के आरोपों में जेल भेज दिया।
ये अधिकारी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के दौरान आरोपित हैं। सेना ने 11 अक्तूबर को इन अधिकारियों को हिरासत में लिया था, जब ट्रिब्यूनल ने उनके गिरफ्तारी आदेश दिए थे। अधिकारियों में एक मेजर जनरल, छह ब्रिगेडियर जनरल और कई कर्नल, लेफ्टिनेंट कर्नल और मेजर शामिल हैं।
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ट्रिब्यूनल ने खारिज की जमानत अर्जी
ट्रिब्यूनल ने किसी भी अधिकारी की जमानत अर्जी नहीं सुनी और कहा कि वे नवंबर पांच को अगली सुनवाई से पहले औपचारिक जमानत आवेदन कर सकते हैं। साथ ही, फरार पूर्व प्रधानमंत्री हसीना और अन्य आरोपितों की भी गिरफ्तारी का आदेश दिया गया है।
बता दें कि यह मामला फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनावों के पहले राजनीतिक तनाव को बढ़ा रहा है। नई अंतरिम सरकार ने कानून में बदलाव कर सेना के सक्रिय अधिकारियों को सिविल कोर्ट में ट्रायल का रास्ता बनाया है, जिससे सेना में नाराजगी बढ़ी है।
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पूर्व पीएम खलीदा जिया की अपील
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री खलीदा जिया की पार्टी बीएनपी ने सरकार से सेना के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की अपील की है ताकि देश में अस्थिरता न हो। इस बीच, राजधानी ढाका और अन्य शहरों में अवामी लीग के समर्थकों द्वारा छोटे-छोटे प्रदर्शन जारी हैं, जिनमें पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।