US-China: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आज बात करेंगे ट्रंप, टिकटॉक को लेकर समझौते पर बन सकती है सहमति
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन दौरे के दौरान कहा कि वे शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अमेरिका में टिकटॉक के भविष्य पर बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों इस एप को लेकर होने वाले समझौते के बेहद करीब हैं। ट्रंप ने बताया कि टिकटॉक में बड़ा मूल्य है और इसने उनके चुनाव अभियान में युवाओं के बीच असाधारण सफलता दिलाई थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन दौरे के दौरान कहा कि वे शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अमेरिका में टिकटॉक के भविष्य पर बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों इस एप को लेकर होने वाले समझौते के बेहद करीब हैं। ट्रंप ने बताया कि टिकटॉक में बड़ा मूल्य है और इसने उनके चुनाव अभियान में युवाओं के बीच असाधारण सफलता दिलाई थी।

विस्तार
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों ब्रिटेन के दौरे पर हैं। जहां उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि वे आज यानी शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अमेरिका में टिकटॉक के भविष्य को लेकर बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच इस मामले में काफी हद तक समझौता के करीब हैं। ट्रंप ने ये बात ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ प्रेव वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपति शी इसलिए बात करेंगे ताकि टिकटॉक पर कुछ फाइनल हो सकें।

इस दौरान ट्रंप ने भी कहा कि इस ऐप में बहुत मूल्य है और मैं इस मूल्य को छोड़ना नहीं चाहता, क्योंकि मुझे टिकटॉक पसंद है। उन्होंने कहा कि टिकटॉक ने उनके पिछले चुनाव अभियान में मदद की थी। इस ऐप ने युवा वोटरों के बीच मुझे असाधारण सफलता दिलाई, जिस तरह से कोई रिपब्लिकन पहले कभी सपने में भी नहीं सोच पाया।
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टिकटॉक को लेकर ट्रंप का रुख
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के पास टिकटॉक के ऑपरेशन पर एक रणनीतिक लाभ है। टिकटॉक का बहुत मूल्य है और यह मूल्य अमेरिका के हाथ में है क्योंकि हमें इसे मंजूरी देनी होती है। उन्होंने कहा कि खास तौर पर मेरे पास इसे मंजूरी देने का अधिकार है। ट्रंप ने कहा कि इस डील में शामिल निवेशक दुनिया के सबसे बड़े और अमीर निवेशकों में से हैं और वे अच्छा काम करेंगे। यह डील चीन के साथ मिलकर हो रही है। इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी बताया कि इस डील से अमेरिका को आर्थिक लाभ भी होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस डील के लिए बहुत बड़ा भुगतान मिलेगा, जिसे मैं फी-प्लस कहता हूं, और मैं इसे बेकार नहीं करना चाहता।
ट्रंप ने इस बात को लेकर चेतावनी भी दी
इसके साथ ही युवा वोटरों के बीच टिकटॉक की लोकप्रियता पर ध्यान देते हुए ट्रंप ने चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अगर इसे बंद किया गया तो बहुत से युवा नाराज होंगे। मैं टिकटॉक का इस्तेमाल बिलकुल ईमानदारी से करता हूं, रोज छोटे-छोटे बयान देता हूं। ट्रंप ने कहा कि टिकटॉक का मालिकाना हक पूरी तरह से अमेरिकी निवेशकों के पास होगा, जो "अच्छे, ईमानदार, अमीर लोग और कंपनियां होंगी जो अमेरिका से प्यार करती हैं।

फलस्तीन को लेकर स्टार्मर के रुख पर ट्रंप असहमत
उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के उस फैसले से असहमति जताई है जिसमें लंदन ने फलस्तीन को एक अलग राज्य के रूप में मान्यता देने की योजना बनाई है। यह बात ट्रंप ने लंदन में स्टार्मर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। ट्रंप ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर असहमति है। यह हमारी कुछ ही असहमतियों में से एक है।
इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने सात अक्तूबर को हमास की तरफ से इस्राइल पर किए गए हमले की भयानकता पर जोर देते हुए कहा कि उनका सबसे बड़ा मकसद बंदी बनाए गए लोगों की जल्द रिहाई है। उन्होंने कहा कि हमें सात अक्तूबर को नहीं भूलना चाहिए, जो दुनिया के इतिहास का सबसे भयंकर और हिंसक दिन था। मैं चाहता हूं कि बंदियों को तुरंत वापस लाया जाए। मैंने ऐसी कहानियां सुनी हैं जो कभी सोची भी नहीं थीं। वहां कोई इंसानियत नहीं थी। हमास ने कहा है कि वे हमले के सामने बंदियों को रखेंगे।
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गाजा की स्थिति को स्टार्मर ने बताया असहनीय
इस दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने गाजा की स्थिति को असहनीय बताया। साथ ही कहा कि वहां मदद जल्दी पहुंचानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गाजा की स्थिति असहनीय है। हमें वहां जल्दी से मदद पहुंचानी होगी। फलस्तीन को एक अलग राज्य के रूप में मान्यता देने पर स्टार्मर ने कहा कि यह उस पूरी योजना का हिस्सा है, जिससे हम वर्तमान भयंकर स्थिति से एक सुरक्षित और स्थिर इस्राइल और एक सक्षम फलस्तीनी राज्य की ओर बढ़ सकें।
हालांकि स्टार्मर ने साफ कहा कि ब्रिटेन हमास को एक आतंकवादी संगठन मानता है और वह फलस्तीन के शासन में कभी हिस्सा नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि वे एक आतंकवादी संगठन हैं और फलस्तीन के भविष्य के शासन में उनका कोई स्थान नहीं होगा। अंत में स्टार्मर ने कहा कि सात अक्तूबर को जो हुआ वह होलोकॉस्ट के बाद का सबसे भयानक हमला है।