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दुनिया भर में बिना वेतन के 710 लाख करोड़ रुपये का काम करती हैं महिलाएं

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला Published by: Gaurav Pandey Updated Tue, 22 Jan 2019 01:02 AM IST
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सार

  • बिना मेहनताने वाले कामों में घर और बच्चों की देखभाल जैसी जिम्मेदारियां शामिल  
  • भारतीय महिलाओं के ऐसे कामों की वैल्यू देश की जीडीपी के 3.1 प्रतिशत के बराबर 
  • दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एपल के सालाना कारोबार की 43 गुना है यह रकम

Women work around 710 lac crores of wages worldwide without salary
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दुनिया भर में महिलाएं बिना किसी भुगतान के साल में 710 लाख करोड़ रुपये के मेहनताने के बराबर काम करती हैं। यह रकम (10 ट्रिलियन डॉलर) दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एपल के सालाना कारोबार की 43 गुना है। ऑक्सफैम की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की महिलाएं घर और बच्चों की देखभाल जैसे बिना भुगतान वाले काम करती हैं। 

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इनकी कुल कीमत देश के जीडीपी के 3.1 प्रतिशत के बराबर है। भारत के शहरी इलाकों में महिलाएं रोजाना 312 मिनट का समय ऐसे कामों में लगाती हैं, जिनके लिए उन्हें कोई भुगतान नहीं मिलता। वहीं, ग्रामीण इलाकों की महिलाएं 291 मिनट ऐसे ही काम करती हैं। महिलाओं के मुकाबले शहरी इलाकों के पुरुष सिर्फ 29 मिनट और ग्रामीण इलाकों के 32 मिनट घर व बच्चों की देखभाल जैसे काम करते हैं।
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रिपोर्ट के मुताबिक, भारत समेत दुनिया भर में आर्थिक असमानता बढ़ रही है। इससे महिलाएं और लड़कियां सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। भारत में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को वेतन वाले काम मिलने के आसार कम रहते हैं। वहीं, देश के 119 अरबपतियों में सिर्फ 9 महिलाएं हैं।

महिलाओं और पुरुषों के वेतन में 34 फीसदी का फर्क

भारत में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के वेतन में काफी अंतर है। इसलिए महिलाओं की कमाई पर निर्भर परिवार गरीब रह जाते हैं। देश में महिला-पुरुषों के वेतन में 34 प्रतिशत का फर्क है। जाति, वर्ग, धर्म, आयु और लैंगिक नजरिये जैसे कारक भी महिलाओं के प्रति असमानता को प्रभावित करते हैं। 

ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स में भारत बांग्लादेश से पीछे

ऑक्सफैम की रिपोर्ट में ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स-2018 में भारत की 108वीं रैंकिंग का जिक्र भी किया गया है। इसमें 2006 के मुकाबले महज 10 पायदान की कमी आई है। इस मामले में भारत पड़ोसी देश चीन और बांग्लादेश से पीछे है। ग्लोबल एवरेज के मुकाबले भारत की रैंकिंग काफी कम है।
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