{"_id":"69548c588676c4ec650c8b0b","slug":"mali-burkina-faso-impose-retaliatory-travel-ban-on-us-nationals-2025-12-31","type":"story","status":"publish","title_hn":"US: माली, बुर्किना फासो का यूएस को कड़ा जवाब, दोनों देशों ने भी अमेरिकी नागरिकों की एंट्री पर लगाया प्रतिबंध","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
US: माली, बुर्किना फासो का यूएस को कड़ा जवाब, दोनों देशों ने भी अमेरिकी नागरिकों की एंट्री पर लगाया प्रतिबंध
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बमाको
Published by: नितिन गौतम
Updated Wed, 31 Dec 2025 08:07 AM IST
विज्ञापन
सार
अमेरिकी सरकार ने बीते दिनों कई देशों के नागरिकों पर अमेरिका की यात्रा करने पर रोक लगा दी थी। अब माली और बुर्किना फासो ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी नागरिकों की उनके देश में एंट्री रोक दी है।
डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति
- फोटो : X @WhiteHouse
विज्ञापन
विस्तार
अफ्रीकी देशों माली और बुर्किना फासो ने मंगलवार को अमेरिकी नागरिकों को उनके देश में एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया। गौरतलब है कि यह कदम अमेरिका के जवाब में उठाया गया है क्योंकि बीते दिनों अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने इन दोनों देशों को नागरिकों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। दोनों पश्चिमी अफ्रीकी देशों के विदेश मंत्रियों ने बयान जारी कर इसकी घोषणा की।
अमेरिका ने लगाया था यात्रा प्रतिबंध
बीती 16 दिसंबर को ही अमेरिका की ट्रंप सरकार ने पहले से लागू यात्रा प्रतिबंधों को 20 और देशों तक बढ़ा दिया था, जिसमें माली, बुर्किना फासो और नाइजर जैसे देशों को भी शामिल किया गया। इन तीनों ही देशों में सैन्य शासन है। माली के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'पारस्परिकता के सिद्धांत के अनुसार, विदेश मामलों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सूचित करता है कि तत्काल प्रभाव से माली गणराज्य की सरकार अमेरिकी नागरिकों पर वही शर्तें और आवश्यकताएं लागू करेगी जो माली के नागरिकों पर लगाई गई हैं।' बुर्किना फासो के विदेश मंत्री करमोको जीन-मैरी ट्राओरे द्वारा हस्ताक्षरित एक अन्य बयान में बुर्किना फासो में प्रवेश करने वाले अमेरिकी नागरिकों पर प्रतिबंध के लिए भी इसी तरह के कारण बताए गए हैं।
व्हाइट हाउस ने यात्रा प्रतिबंध के कारणों में से एक के रूप में सशस्त्र समूहों द्वारा लगातार हमलों का उल्लेख किया। माली और बुर्किना फासो दोनों देश, तेजी से फैल रहे सशस्त्र समूहों को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सेना ने इस क्षेत्र में फैली असुरक्षा के कारण नागरिक सरकारों को हटाने के बाद सशस्त्र समूहों से लड़ने का वादा किया था।
ये भी पढ़ें- US: ट्रंप प्रशासन ने मिनेसोटा राज्य का बाल देखभाल फंड रोका, सोमाली मूल के अमेरिकी नागरिक निशाने पर
इन देशों पर ट्रंप सरकार ने लगाया था आर्थिक प्रतिबंध
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त करते हुए 20 और देशों के साथ-साथ फिलिस्तीनी अथॉरिटी को भी प्रतिबंध सूची में जोड़ दिया है। इससे पहले जून में अमेरिका ने 12 देशों पर पूर्ण और सात देशों पर आंशिक यात्रा प्रतिबंध लगाए थे। जून में जिन देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए गए, उनमें अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं। वहीं बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला पर आंशिक प्रतिबंध लगाए थे। वहीं बीते दिनों बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान और सीरिया को पूर्ण प्रतिबंध सूची से जोड़ दिया था। आंशिक प्रतिबंध की सूची में भी 15 नए देश जोड़े गए। जिनमें अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, आइवरी कोस्ट, डोमिनिका, गैबॉन, गाम्बिया, मलावी, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं।
अन्य वीडियो
Trending Videos
अमेरिका ने लगाया था यात्रा प्रतिबंध
बीती 16 दिसंबर को ही अमेरिका की ट्रंप सरकार ने पहले से लागू यात्रा प्रतिबंधों को 20 और देशों तक बढ़ा दिया था, जिसमें माली, बुर्किना फासो और नाइजर जैसे देशों को भी शामिल किया गया। इन तीनों ही देशों में सैन्य शासन है। माली के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'पारस्परिकता के सिद्धांत के अनुसार, विदेश मामलों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सूचित करता है कि तत्काल प्रभाव से माली गणराज्य की सरकार अमेरिकी नागरिकों पर वही शर्तें और आवश्यकताएं लागू करेगी जो माली के नागरिकों पर लगाई गई हैं।' बुर्किना फासो के विदेश मंत्री करमोको जीन-मैरी ट्राओरे द्वारा हस्ताक्षरित एक अन्य बयान में बुर्किना फासो में प्रवेश करने वाले अमेरिकी नागरिकों पर प्रतिबंध के लिए भी इसी तरह के कारण बताए गए हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
व्हाइट हाउस ने यात्रा प्रतिबंध के कारणों में से एक के रूप में सशस्त्र समूहों द्वारा लगातार हमलों का उल्लेख किया। माली और बुर्किना फासो दोनों देश, तेजी से फैल रहे सशस्त्र समूहों को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सेना ने इस क्षेत्र में फैली असुरक्षा के कारण नागरिक सरकारों को हटाने के बाद सशस्त्र समूहों से लड़ने का वादा किया था।
ये भी पढ़ें- US: ट्रंप प्रशासन ने मिनेसोटा राज्य का बाल देखभाल फंड रोका, सोमाली मूल के अमेरिकी नागरिक निशाने पर
इन देशों पर ट्रंप सरकार ने लगाया था आर्थिक प्रतिबंध
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त करते हुए 20 और देशों के साथ-साथ फिलिस्तीनी अथॉरिटी को भी प्रतिबंध सूची में जोड़ दिया है। इससे पहले जून में अमेरिका ने 12 देशों पर पूर्ण और सात देशों पर आंशिक यात्रा प्रतिबंध लगाए थे। जून में जिन देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए गए, उनमें अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं। वहीं बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला पर आंशिक प्रतिबंध लगाए थे। वहीं बीते दिनों बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान और सीरिया को पूर्ण प्रतिबंध सूची से जोड़ दिया था। आंशिक प्रतिबंध की सूची में भी 15 नए देश जोड़े गए। जिनमें अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, आइवरी कोस्ट, डोमिनिका, गैबॉन, गाम्बिया, मलावी, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं।
अन्य वीडियो