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शीर्ष श्रीलंकाई अधिकारियों ने जानबूझकर हमलों पर खुफिया जानकारी छुपाई: मंत्री
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला
Published by: अमर शर्मा
Updated Wed, 24 Apr 2019 05:47 PM IST
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श्रीलंका में हुए धमाकों के बाद एक मार्मिक तस्वीर
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श्रीलंका पर संभावित हमलों के बारे में खुफिया जानकारी को वरिष्ठ अधिकारियों ने जानबूझकर छुपाया। संसद के नेता ने बुधवार को यह जानकारी दी। ईस्टर के मौके पर रविवार को हुए आत्मघाती बम विस्फोटों में कम से कम 359 लोग मारे गए हैं।
यह भी पढ़ें: आतंकी हमलों से पहले भारत ने तीन बार श्रीलंका को दी थी चेतावनी
लक्ष्मण किरीला सार्वजनिक उद्यम मंत्री भी हैं। उन्होंने संसद को बताया, "खुफिया विभाग के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने खुफिया जानकारी को किसी उद्देश्य से छिपाया। सूचना मौजूद थी, लेकिन शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने उचित कार्रवाई नहीं की।"
उन्होंने कहा कि 4 अप्रैल को भारतीय खुफिया विभाग से चर्चों, होटलों और राजनेताओं पर संभावित आत्मघाती हमलों की जानकारी मिली थी और 7 अप्रैल को राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अध्यक्षता में सुरक्षा परिषद की बैठक भी हुई थी, लेकिन जानकारी को अधिक व्यापक रूप से साझा नहीं किया गया था।
मंत्री ने कहा, "कोई इन शीर्ष खुफिया अधिकारियों को नियंत्रित कर रहा है।" उन्होंन कहा, "सुरक्षा परिषद राजनीति कर रही है। हमें इसकी जांच करने की जरूरत है।"
इसके अलावा, पूर्व सेना प्रमुख और क्षेत्रीय विकास मंत्री सरथ फोंसेका ने संसद को बताया कि उनका मानना है कि इन हमलों के लिए "कम से कम 7-8 सालों तक योजना बनाई गई होगी।"
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लक्ष्मण किरीला सार्वजनिक उद्यम मंत्री भी हैं। उन्होंने संसद को बताया, "खुफिया विभाग के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने खुफिया जानकारी को किसी उद्देश्य से छिपाया। सूचना मौजूद थी, लेकिन शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने उचित कार्रवाई नहीं की।"
उन्होंने कहा कि 4 अप्रैल को भारतीय खुफिया विभाग से चर्चों, होटलों और राजनेताओं पर संभावित आत्मघाती हमलों की जानकारी मिली थी और 7 अप्रैल को राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अध्यक्षता में सुरक्षा परिषद की बैठक भी हुई थी, लेकिन जानकारी को अधिक व्यापक रूप से साझा नहीं किया गया था।
मंत्री ने कहा, "कोई इन शीर्ष खुफिया अधिकारियों को नियंत्रित कर रहा है।" उन्होंन कहा, "सुरक्षा परिषद राजनीति कर रही है। हमें इसकी जांच करने की जरूरत है।"
इसके अलावा, पूर्व सेना प्रमुख और क्षेत्रीय विकास मंत्री सरथ फोंसेका ने संसद को बताया कि उनका मानना है कि इन हमलों के लिए "कम से कम 7-8 सालों तक योजना बनाई गई होगी।"