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US Politics: '2016 के चुनाव में ट्रंप को रूस से समर्थन नहीं मिला', CIA ने खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट खारिज की
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: बशु जैन
Updated Thu, 03 Jul 2025 08:09 AM IST
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सार
खुफिया एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस का ट्रंप ने समर्थन किया था। इस दावे को सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने अपनी रिपोर्ट में खारिज किया है।

John Ratcliffe
- फोटो : Facebook/John Ratcliffe

विस्तार
2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के ट्रंप के समर्थन की खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट को सीआईए ने खारिज कर दिया है। सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ की ओर से जारी किए गए एक पत्र में कहा गया है कि 2017 में खुफिया एजेंसियों की ओर से किया गया आकलन गलत था। जॉन रैटक्लिफ ट्रंप के वफादार हैं। उन्होंने कांग्रेस के सदस्य के रूप में रूसी जांच के खिलाफ आवाज उठाई थी।
आठ पन्नों के इस पत्र में ट्रंप और उनके करीबी सहयोगियों द्वारा रूस के संबंध में लंबे समय से चल रही जांच के इतिहास की समीक्षा करने की कोशिश की गई है। यह रूसी जांच के दौरान खुफिया एजेंसियों की निर्णय-प्रक्रिया और कार्रवाई को चुनौती देने की भी कोशिश है। कांग्रेस में एक मुखर ट्रंप समर्थक रैटक्लिफ ने चुनाव में रूस के हस्तक्षेप पर 2019 की गवाही के दौरान पूर्व विशेष वकील रॉबर्ट मुलर से आक्रामक सवाल पूछे थे। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में अपने पद का इस्तेमाल रूसी खुफिया जानकारी को सार्वजनिक करने के लिए किया।
ये भी पढ़ें: अमेरिका में विमान दुर्घटना; सेसना 208B फ्लाइट रनवे से फिसली; 15 लोग अस्पताल में भर्ती
पिछले महीने रैटक्लिफ की ओर से शुरू की गई समीक्षा का उद्देश्य रूसी हस्तक्षेप पर खुफिया समुदाय के 2017 के आकलन में अपनाई गई नीति की जांच करना और इस निष्कर्ष की जांच करना था कि पुतिन ने ट्रंप को जीतने में मदद करने की आकांक्षा की थी। रिपोर्ट में कई विसंगतियों का हवाला दिया गया है। इसमें कहा गया है कि खुफिया एजेंसियों ने जल्दबाजी में रिपोर्ट तैयार की और अपुष्ट सूचनाओं पर निर्भर रहे। रिपोर्ट में स्टील डोजियर के दो-पृष्ठ सारांश को खुफिया समुदाय के आकलन में शामिल करने पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें ट्रंप के रूस के साथ संबंधों के बारे में अफवाहें शामिल थीं। वहीं रैटक्लिफ ने शीर्ष खुफिया अधिकारियों को राजनीतिक माहौल में काम करने का दोषी ठहराया।
सिरैक्यूज विश्वविद्यालय में मोइनिहान इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल अफेयर्स के निदेशक और रूस विशेषज्ञ ब्रायन टेलर ने कहा कि यह रिपोर्ट अंतर्निहित साक्ष्यों में कोई परिवर्तन नहीं करती है। रिपोर्ट का उद्देश्य ट्रंप के इस दावे को पुष्ट करना हो सकता है कि रूस के साथ उनके संबंधों की जांच डेमोक्रेटिक धोखाधड़ी का हिस्सा है। टेलर ने कहा कि अच्छे खुफिया विश्लेषक आपको बताएंगे कि उनका काम सत्ता के सामने सच बोलना है। यदि वे नेता को वही बताते हैं जो वह सुनना चाहता है, तो आपको अक्सर त्रुटिपूर्ण खुफिया जानकारी मिलती है।
ये भी पढ़ें: कैलिफोर्निया में ट्रंप प्रशासन की आव्रजन संबंधी कार्रवाई 'नस्लीय'; संघीय कानून की अवहेलना के आरोप
खुफिया एजेंसियां नियमित रूप से पिछले ऑपरेशनों और जांचों से सीख लेने के लिए कार्रवाई के बाद रिपोर्ट तैयार करती हैं, लेकिन मूल्यांकनों को सार्वजनिक करना और उन्हें जनता के लिए जारी करना असामान्य बात है। रैटक्लिफ ने कहा है कि वह सार्वजनिक बहस के कई विषयों पर सामग्री जारी करना चाहते हैं और उन्होंने पहले ही राष्ट्रपति जॉन कैनेडी और उनके भाई, सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी की हत्याओं के साथ-साथ COVID-19 की उत्पत्ति से संबंधित रिकॉर्ड को सार्वजनिक कर दिया है।
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सिरैक्यूज विश्वविद्यालय में मोइनिहान इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल अफेयर्स के निदेशक और रूस विशेषज्ञ ब्रायन टेलर ने कहा कि यह रिपोर्ट अंतर्निहित साक्ष्यों में कोई परिवर्तन नहीं करती है। रिपोर्ट का उद्देश्य ट्रंप के इस दावे को पुष्ट करना हो सकता है कि रूस के साथ उनके संबंधों की जांच डेमोक्रेटिक धोखाधड़ी का हिस्सा है। टेलर ने कहा कि अच्छे खुफिया विश्लेषक आपको बताएंगे कि उनका काम सत्ता के सामने सच बोलना है। यदि वे नेता को वही बताते हैं जो वह सुनना चाहता है, तो आपको अक्सर त्रुटिपूर्ण खुफिया जानकारी मिलती है।
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