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US: 'कुशल विदेशी लोगों का अमेरिका आना जरूरी, ताकि प्रशिक्षण दे सकें...', आव्रजन नीति पर बोले राष्ट्रपति ट्रंप
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, न्यूयॉर्क।
Published by: निर्मल कांत
Updated Thu, 20 Nov 2025 08:06 AM IST
सार
US: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को ऐसे कुशल विदेशी कामगारों की जरूरत है, जो अमेरिकी लोगों को बड़ी फैक्ट्रियों में प्रशिक्षण दे सकें। उन्होंने कहा, कुछ लोग इसका विरोध करते हैं, लेकिन अमेरिका ऐसे बड़े कारखाने बिना कुशल विदेशी मदद के नहीं चला सकता।
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डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति
- फोटो : ANI
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विस्तार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आव्रजन (इमिग्रेशन) पर सख्त रुख के लिए जाने जाते हैं। लेकिन बुधवार को उन्होंने कहा कि कुछ विदेशी कुशल लोगों का अमेरिका में आना जरूरी है। उन्होंने माना कि उनके अपने 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (मागा) समर्थक इस बात पर उनसे नाराज हैं। ट्रंप न्यूयॉर्क में अमेरिका-सऊदी अरब निवेश मंच में बोल रहे थे। कार्यक्रम में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी मौजूद थे।
ट्रंप ने व्यापार जगत के दिग्गजों से कहा कि अमेरिका को ऐसे प्रवासियों की जरूरत है, जो हाई-टेक फैक्ट्रियों में अमेरिकी कामगारों को प्रशिक्षण दे सकें। यह बात उनके राजनीतिक विचारों के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, मैं अपने मेक अमेरिका ग्रेट अगेन के समर्थकों से प्यार करता हूं। लेकिन यह भी मेक अमेरिका ग्रेट अगेन ही है। उन्होंने कहा कि विदेशी कुशल लोग अमेरिकियों को कंप्यूटर चिप बनाना सिखाएंगे। कुछ ही समय बाद अमेरिकी लोग खुद यह काम करने लगेंगे। उसके बाद विदेशी लोग अपने देश वापस जा सकते हैं।
ये भी पढ़ें: अमेरिका ने भारत को 93 मिलियन डॉलर के हथियार बेचने की दी मंजूरी, सौदे में मिलेंगी ये मिसाइलें
इस बात पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं। लेकिन पिछले हफ्ते ट्रंप की फॉक्स न्यूज की एंकर लॉरा इनग्राहम से इसी मुद्दे पर बहस हो गई थी। लॉरा ने इंटरव्यू में कहा था कि देश को हजारों-लाखों विदेशी कामगारों से नहीं भरा जा सकता, जिस पर ट्रंप ने जवाब दिया था,आपको प्रतिभाओं (टैलेंट) को लाना ही पड़ेगा। जब लॉरा ने कहा कि हमारे पास यहां काफी प्रतिभाशाली लोग हैं, तो ट्रंप ने कहा- नहीं, आपके पास नहीं हैं। लोगों को सीखना पड़ेगा।
इस बात पर मेक अमेरिका ग्रेट अगेन के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी, जो अक्सर एच-1बी वीजा बढ़ाने जैसे कदमों के खिलाफ रहते हैं। फिर भी ट्रंप ने बुधवार को यही बात दोहराई। उन्होंने कहा कि आलोचक बहुत समझदार और देशभक्त हैं। लेकिन वे यह बात नहीं समझते कि हमारे लोगों को प्रशिक्षण चाहिए।
ये भी पढ़ें: जेन-जी आंदोलन में 80 अरब की संपत्ति का नुकसान; उद्योगों से लेकर सरकारी ढांचे तक बड़ा नुकसान
ट्रंप ने कहा कि कंप्यूटर, मोबाइल और मिसाइल जैसे 'बहुत जटिल' कारखानों में आप बेरोजगारों की लाइन से किसी को पकड़कर काम पर नहीं लगा सकते। उन्होंने कहा कि विदेशी कंपनियां जब अमेरिका में ऐसे कारखाने लगाती हैं तो उन्हें अपने साथ हजारों कुशल लोग लाने पड़ते हैं। ट्रंप ने कहा, मैं ऐसे लोगों का स्वागत करूंगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सितंबर में जॉर्जिया के हुंडई इलेक्ट्रिक कार प्लांट पर छापे में सैकड़ों दक्षिण कोरियाई लोग पकड़े गए थे और उन्हें बाहर जाना पड़ा था। कुछ अब वापस आकर वही काम कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा, उन्हें बाहर निकालने का आदेश दिया गया था। लेकिन मैंने कहा- रुकिये, बेवकूफी मत कीजिए।
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इस बात पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं। लेकिन पिछले हफ्ते ट्रंप की फॉक्स न्यूज की एंकर लॉरा इनग्राहम से इसी मुद्दे पर बहस हो गई थी। लॉरा ने इंटरव्यू में कहा था कि देश को हजारों-लाखों विदेशी कामगारों से नहीं भरा जा सकता, जिस पर ट्रंप ने जवाब दिया था,आपको प्रतिभाओं (टैलेंट) को लाना ही पड़ेगा। जब लॉरा ने कहा कि हमारे पास यहां काफी प्रतिभाशाली लोग हैं, तो ट्रंप ने कहा- नहीं, आपके पास नहीं हैं। लोगों को सीखना पड़ेगा।
इस बात पर मेक अमेरिका ग्रेट अगेन के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी, जो अक्सर एच-1बी वीजा बढ़ाने जैसे कदमों के खिलाफ रहते हैं। फिर भी ट्रंप ने बुधवार को यही बात दोहराई। उन्होंने कहा कि आलोचक बहुत समझदार और देशभक्त हैं। लेकिन वे यह बात नहीं समझते कि हमारे लोगों को प्रशिक्षण चाहिए।
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ट्रंप ने कहा कि कंप्यूटर, मोबाइल और मिसाइल जैसे 'बहुत जटिल' कारखानों में आप बेरोजगारों की लाइन से किसी को पकड़कर काम पर नहीं लगा सकते। उन्होंने कहा कि विदेशी कंपनियां जब अमेरिका में ऐसे कारखाने लगाती हैं तो उन्हें अपने साथ हजारों कुशल लोग लाने पड़ते हैं। ट्रंप ने कहा, मैं ऐसे लोगों का स्वागत करूंगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सितंबर में जॉर्जिया के हुंडई इलेक्ट्रिक कार प्लांट पर छापे में सैकड़ों दक्षिण कोरियाई लोग पकड़े गए थे और उन्हें बाहर जाना पड़ा था। कुछ अब वापस आकर वही काम कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा, उन्हें बाहर निकालने का आदेश दिया गया था। लेकिन मैंने कहा- रुकिये, बेवकूफी मत कीजिए।
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