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Coronavirus से लड़ने के लिए Mahindra और Maruti बना रही हैं वेंटिलेटर, Hyundai मंगाएगी टेस्ट किट
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अवधेश कुमार
Updated Sat, 28 Mar 2020 08:42 PM IST
सार
- मारुति सुजुकी ने वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनी से किया करार
- मारुति के वेंडर्स करेंगे जरूरी कलपुर्जों की आपूर्ति
- महिंद्रा ने मात्र 7,500 की कीमत में तैयार किया वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप
- ह्यूंदै मोटर्स कोरिया से आयात करेगी वायरस की जांच किट
- अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप ने जनरल मोटर्स को दिया वेंटिलेटर बनाने का आदेश
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Coronavirus- Hospital Prepration
- फोटो : PTI
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विस्तार
दुनियाभर को कोरोना वायरस ने अपने शिकंजे में ले रखा है। इसके संक्रमण से अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में मास्क, वेंटिलेटर की कमी पड़ गई है। जिसके चलते देश की ऑटो कंपनियों को सामने आना पड़ा है। देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने देश में वेंटिलेटर के उत्पादन का एलान किया है, तो वहीं महिंद्रा ग्रुप ने भी महज 48 घंटे के भीतर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया। इसके अलावा ह्यूंदै ने भी अपना योगदान देने का फैसला किया है। उधर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनरल मोटर्स से रक्षा उत्पादन अधिनियम के तहत कोरोना वायरस के रोगियों के लिए वेंटिलेटर का उत्पादन करने के लिए आदेश जारी किया है।
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वेंटिलेटर उत्पादन बढ़ाने को मारुति ने एग्वा हेल्थकेयर से हाथ मिलाया
मारुति बनाएगी वेंटिलेटर
देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने देश में वेंटिलेटर उत्पादन बढ़ाने के लिए AgVa हेल्थकेयर के साथ मिलकर काम करने की घोषणा की है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से वेंटिलेटरों की जरूरत बढ़ गई है। मारुति ने शनिवार को बयान में कहा कि उसने एग्वा हेल्थकेयर साथ एक करार किया है। एग्वा वेटिंलेटर सरकार से मंजूरी प्राप्त वेंटिलेटर निर्माता हैं।मारुति ने कहा कि वह देश में वेंटिलेटर उत्पादन बढ़ाने के लिए एग्वा हेल्थकेयर के साथ मिलकर काम करेगी। मारुति का कहना है कि हमारा इरादा वेंटिलेटर उत्पादन को 10 हजार इकाई प्रति माह करने का है। दोनों कंपनियों के बीच हुई व्यवस्था के तहत एग्वा हेल्थकेयर उसके बनाए और बेचे जाने वाले सभी वेंटिलेटर की प्रौद्योगिकी, प्रदर्शन और अन्य संबंधित मामलों को देखेगी। वहीं मारुति सुजुकी अपने आपूर्तिकर्ताओं के जरिये जरूरी कलपुर्जों की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। साथ ही, उत्पादन में अपने अनुभव और ज्ञान का इस्तेमाल प्रणाली को बेहतर करेगी। इससे अधिक उत्पादन में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा सकेगा।
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ऑटो कंपनी महिंद्रा ने 48 घंटे में बनाया वेंटीलेटर प्रोटोटाइप, 10 लाख की चीज 7500 रुपये से कम में मिलेगी
महिंद्रा ने बनाया प्रोटोटाइप
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में वेंटिलेटर बनाने के लिए ट्विटर पर एक संदेश लिखा था। ग्रुप चेयरमैन द्वारा संदेश को ट्विटर पर डालने के महज 48 घंटे के भीतर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया गया। टीमों का कहना है कि वेंटिलेटर काम कैसे काम करता है, इसके बारे में यह इंटरनेट पर बहुत सारे रिसर्च होने के कारण यह संभव हुआ है। अब तक टीमें क्या हासिल कर पाई हैं, इस बारे में महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन - आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया है।विशेषज्ञ और अधिक रिसर्च के फीडबैक के आधार पर टीमें अब तीन और प्रोटोटाइप पर काम करेंगी। ये नए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की मदद करेंगे। प्रोटोटाइप हल्के और अधिक कॉम्पैक्ट हैं और टीमों का लक्ष्य है कि वो 2 से 3 दिनों के भीतर इस काम को पूरा कर लेगी। महत्वपूर्ण बात यह है कि आनंद महिंद्रा ने बताया कि ये जीवन रक्षक उपकरण जिनकी लागत 5-10 लाख रुपये के बीच होती है, एक बार बनाने के बाद ये केवल 7,500 रुपये से कम में मिलेंगी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक डॉ. पवन गोयनका ने यह भी खुलासा किया है कि समूह दो बड़े सार्वजनिक उपक्रमों और मौजूदा वेंटिलेटर निर्माता के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि उन्हें डिजाइन को आसान बनाने और क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सके और महिंद्रा की इंजीनियरिंग टीम भी उनके साथ इस काम में जुटी हुई है।
डॉ. गोयनका ने ट्विटर पर यह भी साझा किया कि कंपनी Bag Valve Mask (बैग वाल्व मास्क) वेंटिलेटर के एक ऑटोमैटिक वर्जन पर भी काम कर रही है, जिसे आमतौर पर अम्बु बैग के रूप में जाना जाता है। कंपनी उम्मीद कर रही है कि अगले 3 दिनों में आवश्यक मंजूरी के लिए इसका एक प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा।
ह्यूंदै मोटर इंडिया कोरोनोवायरस की लड़ाई में हुई शामिल, दक्षिण कोरिया से परीक्षण किट का दिया आदेश
हयूंदै द. कोरिया से मंगवाएगी किट
ह्यूंदै मोटर इंडिया फाउंडेशन (HMIF) की Hyundai Motor इंडिया की सीएसआर शाखा ने भारत को कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने में मदद करने के लिए कदम बढ़ाया है। इसके लिए कंपनी ने दक्षिण कोरिया से परीक्षण किट आयात करने के लिए एक आदेश जारी किया है। कंपनी ने शनिवार को कहा कि इन परीक्षण किटों में उच्च स्तर की सटीकता है और यह 25 हजार लोगों के काम आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि किट का वितरण प्रभावित क्षेत्रों में अस्पतालों में केंद्र और राज्य सरकारों के परामर्श से किया जाएगा।वहीं ह्यूंदै मोटर इंडिया के एमडी और सीईओ एसएस किम ने कहा कि इससे कोरोना वायरस से लड़ने में मदद मिल सकती है। उनका मानना है कि यह 25 हजार लोगों की मदद करेगा। उन्होंने कहा कि हम इस पर करीब से नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही सामान्य स्थिति लाने के लिए भारत सरकार का समर्थन करेंगे।
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के करीब 900 मामले हो गए हैं। जबकि कई लोगों की मौत हो गई है। इसके चलते पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। सरकार बड़े पैमाने पर लोगों से बार बार आग्रह कर रही है कि वह घर पर रहें और अपने आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखें।
ट्रंप ने वेंटिलेटर के उत्पादन के लिए जनरल मोटर्स को जारी किया आदेश
ट्रंप का जनरल मोटर्स को वेंटिलेटर बनाने का आदेश
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को जनरल मोटर्स से रक्षा उत्पादन अधिनियम के तहत कोरोना वायरस के रोगियों के लिए वेंटिलेटर का उत्पादन करने के लिए आदेश जारी किया है। ट्रंप ने कहा कि जनरल मोटर्स के साथ बातचीत सकारात्मक थी, लेकिन कोरोनावायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई को समय सीमा में पूरा करने के लिए यह बहुत जरूरी है।पहले कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई में योगदान करने के लिए व्यवसायों को मजबूर करने वाले अधिनियम का उपयोग करने के लिए ट्रंप तैयार नहीं थे। आदेश के बाद ट्रंप ने कहा कि जीएम समय बर्बाद कर रहा था और उनके इस कार्य से वेंटिलेटर का त्वरित उत्पादन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी, जो अमेरिकी लोगों के जीवन को बचाएंगे।
जीएम वेंटिलेटर मशीनों को बनाने के लिए इंडियाना के कोकोमो में अपने ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स प्लांट का उपयोग करेगा। जीएम ने कहा कि अप्रैल से प्रतिमाह 10 हजार वेंटिलेटर का निर्माण वह कर सकता है। अमेरिकी अस्पतालों में अभी लगभग 65 हजार वेंटिलेटर कोरोनावायरस रोगियों के इलाज के लिये उपलब्ध हैं।
ट्रम्प ने कहा कि सरकार 40 हजार वेंटिलेटर बनवाना चाहती है, लेकिन जीएम ने संख्या घटाकर 6 हजार करने और पहले की तुलना में अधिक कीमत की बात कही है। व्हाइट हाउस के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने कहा कि अधिकारियों ने फोर्ड और जनरल इलेक्ट्रिक सहित 10 से अधिक कंपनियों के साथ काम किया है। जिससे वेंटिलेटर मिल सकें और लगभग सभी कंपनियां सहयोगी हो चुकी हैं। लेकिन सरकार को जीएम और वेंटेक के साथ समस्या थी। उन्होंने कहा कि हम एक भी दिन नहीं गंवा सकते।