Royal enfield classic 350 एबीएस के साथ लांच, देखें कैसे काम करता है यह नया फीचर
रॉयल एनफील्ड ने अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली बाइक क्लासिक 350 गनमेटल ग्रे को डुअल-चैनल एबीएस के साथ लांच कर दिया है। इस बाइक में डुअल-चैनल एबीएस फीचर के जुड़ने से कीमतों में लगभग 20 हजार का इजाफा किया गया है। जिसके बाद इसकी आॅन रोड कीमत 1,80,000 हो गई है।
एनफील्ड क्लासिक 350 दोनों पहिए में डिस्क ब्रेक होने वाली पहली बाइक बन गई है। क्लासिक 350 गनमेटल ग्रे में कंपनी ने 1370 मिलीमीटर का व्हीलबेस दिया गया है और इस बाइक का ग्राउंड क्लीयरेंस 135 मिलीमीटर है।
बता दें, भारत सरकार ने 1 अप्रैल 2019 के बाद 125 सीसी से ऊपर की सभी बाइक्स में एबीएस और 125 सीसी से नीचे की बाइक्स में सीबीए का होना अनिवार्य कर दिया है। जिसके चलते सभी बाइक कंपनिंया इस ओर अग्रसर हो रही हैं।
रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 गनमेटल ग्रे में फिलहाल एबीएस के अलावा और कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस बाइक में 346 सीसी सिंगल-सिलिंडर वाला एयर-कुल्ड इंजन दिया गया है जो कि 19.8 बीएचपी की पावर और 28 एनएम का टॉर्क जेनरेट करता है साथ ही इस इंजन को 5-स्पीड गियरबॉक्स से लैस किया गया है।
एनफील्ड की यह बाइक 1 लीटर में करीब 37 किलोमीटर तक जाती है। वहीं इसे 0 से 60 किमी की रफ्तार पकड़ने में मात्र 5 सेकेंड का समय लगता है। हालांकि रॉयल एनफील्ड ने अपनी हिमालयन और क्लासिक 500 बाइक में इस फीचर को पहले ही अपडेट कर दिया है।
कैसे काम करता है एबीएस
यदि आप ऐसा मानते हैं कि एबीएस बस आपके वाहन के पूरे ब्रेकिंग सिस्टम को दुरुस्त करता है तो आपकी ये जानकारी पूर्ण नहीं है। दरअसल, एबीएस बस वाहन के पहियों को लॉक होने से बचाता है। हालांकि एक एबीएस सिस्टम से लैस वाहन ब्रेकिंग के दौरान पूरी तरह से रुकने के लिए एक सामान्य वाहन की तुलना में ज्यादा जगह लेता है, लेकिन एबीएस सिस्टम वाहन के पहियों को वो ग्रीप प्रदान करता है कि वो तयशुदा समय पर आसानी से रूक जाती हैं।
चाहे इसकी कंडीशन कोई भी हो यदि आपके वाहन का पहिया भीगा हो या फिर कुछ भी, एबीएस सिस्टम पहियों के गीला होने के दौरान भी बेहतर ग्रीप प्रदान करता है और उसे एक ड्राय व्हील की ही तरह परफार्म करने के लिए बाध्य करता है। ये सभी जानते हैं कि, भीगे हुए पहियों के लॉक होने की संभावनायें ज्यादा होती हैं।
क्यों है जरुरी
यदि ड्राइविंग के दौरान वाहन का पहिया हाई ब्रेकिंग प्रेशर के चलते लॉक हो जाता है। उस दशा में वाहन एक सीधी लाइन पर आगे बढ़ती है लेकिन पहिया लॉक होने के नाते वाहन चालक का नियंत्रण स्टीयरिंग व्हील पर कम हो जाता है।
ऐसी स्थिती में यदि कार में एबीएस तकनीकी मौजूद हो तो वो वाहन के पहियों को एक नियंत्रित स्थिती में ब्रेक प्रदान करता है जिसके चलते चालक स्टीयरिंग व्हील पर अपना नियंत्रण वापस प्राप्त कर लेता है और किसी भी तरह के आपात स्थिती से आसानी से बच सकता है।