{"_id":"69443a9c5ecc88d630003fa2","slug":"delhi-traffic-challans-go-digital-pay-fines-instantly-via-upi-without-cash-or-court-visits-2025-12-18","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Traffic Fine: दिल्ली ट्रैफिक चालान भुगतान हुआ डिजिटल, अब UPI से तुरंत जुर्माना भरें, न नकद न कोर्ट के चक्कर","category":{"title":"Automobiles","title_hn":"ऑटो-वर्ल्ड","slug":"automobiles"}}
Traffic Fine: दिल्ली ट्रैफिक चालान भुगतान हुआ डिजिटल, अब UPI से तुरंत जुर्माना भरें, न नकद न कोर्ट के चक्कर
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Thu, 18 Dec 2025 11:02 PM IST
सार
दिल्ली में ट्रैफिक चालान भरना अब काफी आसान और तेज होने वाला है। एक बड़े डिजिटल कदम के तहत, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक चालान के लिए UPI-आधारित पेमेंट शुरू कर दिया है।
विज्ञापन
Delhi Traffic Police Challan
- फोटो : PTI
विज्ञापन
विस्तार
दिल्ली के वाहन चालकों के लिए ट्रैफिक चालान भरना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने यूपीआई के जरिए चालान भुगतान की सुविधा शुरू कर दी है। जिससे अब जुर्माना भरने के लिए न तो नकद रखने की जरूरत होगी। और न ही सरकारी दफ्तरों या अदालतों के चक्कर लगाने पड़ेंगे। इस पहल के साथ, चालान का भुगतान सीधे मोबाइल फोन से कुछ ही मिनटों में किया जा सकेगा।
यह नई व्यवस्था भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) के माध्यम से लागू की गई है और गूगल पे, फोनपे, पेटीएम जैसे सभी BBPS-सपोर्टेड यूपीआई एप पर उपलब्ध होगी। इसका मकसद चालान भुगतान प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना है, ताकि लोग समय पर जुर्माना जमा करें।
यह भी पढ़ें - PUCC: यूपी में एक जनवरी से वाहन प्रदूषण जांच शुल्क बढ़ेगा, डीजल वाहनों को राहत, वाहन मालिकों को दी गई यह सलाह
Trending Videos
यह नई व्यवस्था भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) के माध्यम से लागू की गई है और गूगल पे, फोनपे, पेटीएम जैसे सभी BBPS-सपोर्टेड यूपीआई एप पर उपलब्ध होगी। इसका मकसद चालान भुगतान प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना है, ताकि लोग समय पर जुर्माना जमा करें।
विज्ञापन
विज्ञापन
यह भी पढ़ें - PUCC: यूपी में एक जनवरी से वाहन प्रदूषण जांच शुल्क बढ़ेगा, डीजल वाहनों को राहत, वाहन मालिकों को दी गई यह सलाह
दिल्ली में ट्रैफिक चालान भुगतान की बदली तस्वीर
अब तक दिल्ली में ट्रैफिक चालान भरना वाहन चालकों के लिए एक झंझट भरा काम रहा है। लंबी कतारें, सीमित कोर्ट तारीखें और नकद भुगतान की मजबूरी आम समस्याएं थीं। यूपीआई के जुड़ने से यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और यूजर-फ्रेंडली हो गई है।
जैसे ही किसी वाहन का चालान कटेगा, वाहन मालिक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस आएगा, जिसमें चालान से जुड़ी पूरी जानकारी होगी। इससे वाहन मालिक तुरंत कार्रवाई कर सकता है और भुगतान टालने की स्थिति नहीं बनेगी।
BBPS और यूपीआई को जोड़ने से अब अलग-अलग वेबसाइट या पोर्टल पर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। एक ही प्लेटफॉर्म पर चालान देखना और भुगतान करना संभव होगा।
यह भी पढ़ें - GRAP-4: दिल्ली-एनसीआर में लागू हुए कड़े प्रदूषण नियम, जानें ताजा पाबंदियों से किन्हें मिली छूट
अब तक दिल्ली में ट्रैफिक चालान भरना वाहन चालकों के लिए एक झंझट भरा काम रहा है। लंबी कतारें, सीमित कोर्ट तारीखें और नकद भुगतान की मजबूरी आम समस्याएं थीं। यूपीआई के जुड़ने से यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और यूजर-फ्रेंडली हो गई है।
जैसे ही किसी वाहन का चालान कटेगा, वाहन मालिक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस आएगा, जिसमें चालान से जुड़ी पूरी जानकारी होगी। इससे वाहन मालिक तुरंत कार्रवाई कर सकता है और भुगतान टालने की स्थिति नहीं बनेगी।
BBPS और यूपीआई को जोड़ने से अब अलग-अलग वेबसाइट या पोर्टल पर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। एक ही प्लेटफॉर्म पर चालान देखना और भुगतान करना संभव होगा।
यह भी पढ़ें - GRAP-4: दिल्ली-एनसीआर में लागू हुए कड़े प्रदूषण नियम, जानें ताजा पाबंदियों से किन्हें मिली छूट
Delhi Traffic Police Challan
- फोटो : ANI
UPI से ट्रैफिक चालान कैसे करें जमा
यूपीआई के जरिए ट्रैफिक चालान भरने की प्रक्रिया बेहद सरल रखी गई है। वाहन मालिक को अपने स्मार्टफोन में मौजूद किसी भी BBPS-सपोर्टेड यूपीआई एप को खोलना होगा। इसके बाद बिल या चालान भुगतान सेक्शन में जाकर वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर डालना होगा। इससे उस वाहन से जुड़े सभी लंबित चालान स्क्रीन पर दिखाई देंगे। मनचाहा चालान चुनकर यूपीआई के जरिए भुगतान किया जा सकता है।
भुगतान सफल होते ही तुरंत एसएमएस के जरिए पुष्टि मिल जाएगी और ट्रैफिक पुलिस के रिकॉर्ड में चालान अपने आप अपडेट हो जाएगा। इससे किसी तरह की मैनुअल वेरिफिकेशन या फॉलो-अप की जरूरत नहीं रहेगी।
यह भी पढ़ें - Car Safety: अपडेट के बाद मेड-इन-इंडिया सुजुकी बलेनो को लैटिन NCAP में मिली 2-स्टार रेटिंग, जानें डिटेल्स
यूपीआई के जरिए ट्रैफिक चालान भरने की प्रक्रिया बेहद सरल रखी गई है। वाहन मालिक को अपने स्मार्टफोन में मौजूद किसी भी BBPS-सपोर्टेड यूपीआई एप को खोलना होगा। इसके बाद बिल या चालान भुगतान सेक्शन में जाकर वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर डालना होगा। इससे उस वाहन से जुड़े सभी लंबित चालान स्क्रीन पर दिखाई देंगे। मनचाहा चालान चुनकर यूपीआई के जरिए भुगतान किया जा सकता है।
भुगतान सफल होते ही तुरंत एसएमएस के जरिए पुष्टि मिल जाएगी और ट्रैफिक पुलिस के रिकॉर्ड में चालान अपने आप अपडेट हो जाएगा। इससे किसी तरह की मैनुअल वेरिफिकेशन या फॉलो-अप की जरूरत नहीं रहेगी।
यह भी पढ़ें - Car Safety: अपडेट के बाद मेड-इन-इंडिया सुजुकी बलेनो को लैटिन NCAP में मिली 2-स्टार रेटिंग, जानें डिटेल्स
मौके पर ही चालान भुगतान की सुविधा
नई व्यवस्था से मौके पर ही चालान भरना भी आसान हो गया है। ट्रैफिक चेकिंग के दौरान यदि पुलिस अधिकारी चालान काटता है, तो वाहन चालक उसी समय यूपीआई के जरिए भुगतान कर सकता है।
पहले जहां QR कोड स्कैन कर या नकद भुगतान का विकल्प पूछा जाता था, अब चालान की जानकारी सीधे UPI एप में दिखाई देगी। इससे लेनदेन ज्यादा पारदर्शी होगा और भुगतान को लेकर होने वाले विवाद भी कम होंगे।
यह भी पढ़ें - CAFE: छोटे पेट्रोल वाहनों को कैफे छूट का टाटा मोटर्स ने किया विरोध, ईवी और सुरक्षा पर असर की चेतावनी
नई व्यवस्था से मौके पर ही चालान भरना भी आसान हो गया है। ट्रैफिक चेकिंग के दौरान यदि पुलिस अधिकारी चालान काटता है, तो वाहन चालक उसी समय यूपीआई के जरिए भुगतान कर सकता है।
पहले जहां QR कोड स्कैन कर या नकद भुगतान का विकल्प पूछा जाता था, अब चालान की जानकारी सीधे UPI एप में दिखाई देगी। इससे लेनदेन ज्यादा पारदर्शी होगा और भुगतान को लेकर होने वाले विवाद भी कम होंगे।
यह भी पढ़ें - CAFE: छोटे पेट्रोल वाहनों को कैफे छूट का टाटा मोटर्स ने किया विरोध, ईवी और सुरक्षा पर असर की चेतावनी
Delhi Traffic Police Challan
- फोटो : AI
दिल्ली में लंबित चालानों की बड़ी चुनौती
यूपीआई भुगतान की शुरुआत ऐसे समय में की गई है, जब दिल्ली में ट्रैफिक चालानों का बड़ा बकाया मौजूद है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, शहर में करीब चार करोड़ ट्रैफिक चालान लंबित हैं। हर दिन औसतन 25,000 नए चालान कटते हैं, जबकि शाम की अदालतों और वर्चुअल कोर्ट के जरिए रोज सिर्फ 12,000 से 15,000 चालानों का निपटारा हो पाता है।
मासिक लोक अदालतों में भी लगभग 1.8 लाख चालान सुलझाए जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में चालान लंबित रहते हैं। आसान डिजिटल भुगतान से इस अंतर को कम करने की उम्मीद जताई जा रही है।
यह भी पढ़ें - Nitin Gadkari: 'टोल प्लाजा पर 80 Kmph की रफ्तार से गुजरेंगी गाड़ियां', नितिन गडकरी ने बताया क्या है नया सिस्टम
यूपीआई भुगतान की शुरुआत ऐसे समय में की गई है, जब दिल्ली में ट्रैफिक चालानों का बड़ा बकाया मौजूद है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, शहर में करीब चार करोड़ ट्रैफिक चालान लंबित हैं। हर दिन औसतन 25,000 नए चालान कटते हैं, जबकि शाम की अदालतों और वर्चुअल कोर्ट के जरिए रोज सिर्फ 12,000 से 15,000 चालानों का निपटारा हो पाता है।
मासिक लोक अदालतों में भी लगभग 1.8 लाख चालान सुलझाए जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में चालान लंबित रहते हैं। आसान डिजिटल भुगतान से इस अंतर को कम करने की उम्मीद जताई जा रही है।
यह भी पढ़ें - Nitin Gadkari: 'टोल प्लाजा पर 80 Kmph की रफ्तार से गुजरेंगी गाड़ियां', नितिन गडकरी ने बताया क्या है नया सिस्टम
दिल्ली पुलिस और SBI के बीच समझौता
इस डिजिटल सुविधा को लागू करने के लिए दिल्ली पुलिस ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके बाद यूपीआई आधारित चालान भुगतान की तकनीकी और संचालन प्रक्रिया को पूरे शहर में लागू किया जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का मुख्य उद्देश्य नकद लेनदेन को कम करना, भुगतान प्रक्रिया को सरल बनाना और लोगों को समय पर चालान भरने के लिए प्रेरित करना है।
यह भी पढ़ें - Supreme Court: सरकार BS-IV से पुराने वाहनों पर कर सकती है कार्रवाई, सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में किया बदलाव
इस डिजिटल सुविधा को लागू करने के लिए दिल्ली पुलिस ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके बाद यूपीआई आधारित चालान भुगतान की तकनीकी और संचालन प्रक्रिया को पूरे शहर में लागू किया जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का मुख्य उद्देश्य नकद लेनदेन को कम करना, भुगतान प्रक्रिया को सरल बनाना और लोगों को समय पर चालान भरने के लिए प्रेरित करना है।
यह भी पढ़ें - Supreme Court: सरकार BS-IV से पुराने वाहनों पर कर सकती है कार्रवाई, सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में किया बदलाव
Delhi Traffic Police Challan
- फोटो : AI
क्यों अहम है यह बदलाव
ट्रैफिक चालान भुगतान में यूपीआई का इस्तेमाल 'डिजिटल इंडिया' और कैशलेस अर्थव्यवस्था की दिशा में एक और अहम कदम माना जा रहा है। इससे दिल्ली के लोगों को नकद रखने की चिंता से राहत मिलेगी, भुगतान तेज और सुरक्षित होगा, कागजी कार्रवाई और कोर्ट के चक्कर कम होंगे, और हर भुगतान की तुरंत पुष्टि मिल सकेगी।
जैसे-जैसे यूपीआई रोजमर्रा के लेनदेन का आधार बनता जा रहा है, वैसे-वैसे ट्रैफिक चालान जैसे जरूरी नागरिक सेवाओं में इसका इस्तेमाल शहरी जीवन को और सुगम बनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
यह भी पढ़ें - Overspeeding: वर्ली सी लिंक पर लैंबॉर्गिनी 252 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी, वीडियो वायरल होने के बाद गाड़ी जब्त
यह भी पढ़ें - Car Ban: दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती, एनसीआर से आने वाले 12 लाख वाहनों पर असर, जानें पूरी डिटेल्स
ट्रैफिक चालान भुगतान में यूपीआई का इस्तेमाल 'डिजिटल इंडिया' और कैशलेस अर्थव्यवस्था की दिशा में एक और अहम कदम माना जा रहा है। इससे दिल्ली के लोगों को नकद रखने की चिंता से राहत मिलेगी, भुगतान तेज और सुरक्षित होगा, कागजी कार्रवाई और कोर्ट के चक्कर कम होंगे, और हर भुगतान की तुरंत पुष्टि मिल सकेगी।
जैसे-जैसे यूपीआई रोजमर्रा के लेनदेन का आधार बनता जा रहा है, वैसे-वैसे ट्रैफिक चालान जैसे जरूरी नागरिक सेवाओं में इसका इस्तेमाल शहरी जीवन को और सुगम बनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
यह भी पढ़ें - Overspeeding: वर्ली सी लिंक पर लैंबॉर्गिनी 252 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी, वीडियो वायरल होने के बाद गाड़ी जब्त
यह भी पढ़ें - Car Ban: दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती, एनसीआर से आने वाले 12 लाख वाहनों पर असर, जानें पूरी डिटेल्स