{"_id":"69441dd64efa19e11c01d263","slug":"made-in-india-suzuki-baleno-scores-2-star-rating-in-latin-ncap-crash-test-results-2025-12-18","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Car Safety: अपडेट के बाद मेड-इन-इंडिया सुजुकी बलेनो को लैटिन NCAP में मिली 2-स्टार रेटिंग, जानें डिटेल्स","category":{"title":"Automobiles","title_hn":"ऑटो-वर्ल्ड","slug":"automobiles"}}
Car Safety: अपडेट के बाद मेड-इन-इंडिया सुजुकी बलेनो को लैटिन NCAP में मिली 2-स्टार रेटिंग, जानें डिटेल्स
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Thu, 18 Dec 2025 08:59 PM IST
सार
लैटिन अमेरिका और कैरिबियन के लिए न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम, लैटिन NCAP ने 2025 के लिए अपने नौवें और आखिरी क्रैश टेस्ट के नतीजे पब्लिश किए हैं। जिसमें अपडेटेड सुजुकी बलेनो को 2-स्टार रेटिंग दी गई है।
विज्ञापन
Suzuki Baleno scores 2-star rating in Latin NCAP
- फोटो : Latin NCAP
विज्ञापन
विस्तार
भारत में बनी सुजुकी बलेनो को लैटिन अमेरिका और कैरेबियन क्षेत्र के न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Latin NCAP) की 2025 की अंतिम क्रैश टेस्ट रिपोर्ट में 2-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। इससे पहले, दो एयरबैग और स्टैंडर्ड इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) के साथ आने वाली बलेनो को केवल 1-स्टार रेटिंग दी गई थी। इसके बाद सुजुकी ने कार के सेफ्टी पैकेज को अपडेट करते हुए साइड बॉडी और साइड कर्टेन एयरबैग्स को स्टैंडर्ड फीचर के तौर पर शामिल किया, जिससे अब बलेनो में कुल छह एयरबैग मिलते हैं। इन्हीं बदलावों का असर ताजा क्रैश टेस्ट नतीजों में साफ दिखाई दिया है।
यह भी पढ़ें - CAFE: छोटे पेट्रोल वाहनों को कैफे छूट का टाटा मोटर्स ने किया विरोध, ईवी और सुरक्षा पर असर की चेतावनी
Trending Videos
यह भी पढ़ें - CAFE: छोटे पेट्रोल वाहनों को कैफे छूट का टाटा मोटर्स ने किया विरोध, ईवी और सुरक्षा पर असर की चेतावनी
विज्ञापन
विज्ञापन
कुल स्कोर और सेफ्टी कैटेगरी में प्रदर्शन
अपडेटेड बलेनो ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 35 में से 31.75 अंक हासिल किए, जो 79.38 प्रतिशत सुरक्षा स्तर को दर्शाता है। चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में कार को 49 में से 32.08 अंक मिले, यानी 65.46 प्रतिशत स्कोर। पैदल यात्रियों और कमजोर सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के मामले में बलेनो को 36 में से 23.17 अंक मिले, जो 48.28 प्रतिशत रेटिंग के बराबर है।
वहीं सेफ्टी असिस्ट कैटेगरी में कार ने 25 अंक हासिल किए और इसका स्कोर 58.14 प्रतिशत रहा। इन परीक्षणों में फ्रंटल इंपैक्ट, साइड इंपैक्ट, साइड पोल इंपैक्ट, व्हिपलैश, पैदल यात्री सुरक्षा और ESC जैसे मानकों को शामिल किया गया।
यह भी पढ़ें - Nitin Gadkari: 'टोल प्लाजा पर 80 Kmph की रफ्तार से गुजरेंगी गाड़ियां', नितिन गडकरी ने बताया क्या है नया सिस्टम
अपडेटेड बलेनो ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 35 में से 31.75 अंक हासिल किए, जो 79.38 प्रतिशत सुरक्षा स्तर को दर्शाता है। चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में कार को 49 में से 32.08 अंक मिले, यानी 65.46 प्रतिशत स्कोर। पैदल यात्रियों और कमजोर सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के मामले में बलेनो को 36 में से 23.17 अंक मिले, जो 48.28 प्रतिशत रेटिंग के बराबर है।
वहीं सेफ्टी असिस्ट कैटेगरी में कार ने 25 अंक हासिल किए और इसका स्कोर 58.14 प्रतिशत रहा। इन परीक्षणों में फ्रंटल इंपैक्ट, साइड इंपैक्ट, साइड पोल इंपैक्ट, व्हिपलैश, पैदल यात्री सुरक्षा और ESC जैसे मानकों को शामिल किया गया।
यह भी पढ़ें - Nitin Gadkari: 'टोल प्लाजा पर 80 Kmph की रफ्तार से गुजरेंगी गाड़ियां', नितिन गडकरी ने बताया क्या है नया सिस्टम
क्रैश टेस्ट में अपडेटेड बलेनो का व्यवहार
लेटेस्ट अवतार में बलेनो ने क्रैश टेस्ट के दौरान यात्रियों की सुरक्षा के मामले में पहले की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। इसका सबसे बड़ा कारण स्टैंडर्ड तौर पर दिए गए साइड और कर्टेन एयरबैग हैं, जिनसे साइड टक्कर की स्थिति में सिर की सुरक्षा में स्पष्ट सुधार देखने को मिला। साइड इंपैक्ट के दौरान छाती की सुरक्षा भी पहले की तुलना में बेहतर और संतोषजनक स्तर पर पहुंची।
यह भी पढ़ें - GRAP-4: दिल्ली-एनसीआर में लागू हुए कड़े प्रदूषण नियम, जानें ताजा पाबंदियों से किन्हें मिली छूट
लेटेस्ट अवतार में बलेनो ने क्रैश टेस्ट के दौरान यात्रियों की सुरक्षा के मामले में पहले की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। इसका सबसे बड़ा कारण स्टैंडर्ड तौर पर दिए गए साइड और कर्टेन एयरबैग हैं, जिनसे साइड टक्कर की स्थिति में सिर की सुरक्षा में स्पष्ट सुधार देखने को मिला। साइड इंपैक्ट के दौरान छाती की सुरक्षा भी पहले की तुलना में बेहतर और संतोषजनक स्तर पर पहुंची।
यह भी पढ़ें - GRAP-4: दिल्ली-एनसीआर में लागू हुए कड़े प्रदूषण नियम, जानें ताजा पाबंदियों से किन्हें मिली छूट
फ्रंटल इंपैक्ट और संरचनात्मक मजबूती
फ्रंटल क्रैश टेस्ट में बलेनो की बॉडी स्ट्रक्चर और फुटवेल को स्थिर पाया गया। ड्राइवर और आगे बैठे यात्री दोनों के लिए सुरक्षा स्तर एक समान और संतुलित रहा। जिससे यह संकेत मिलता है कि टक्कर की स्थिति में केबिन की संरचना अच्छी तरह से ऊर्जा को अवशोषित करने में सक्षम है।
यह भी पढ़ें - Supreme Court: सरकार BS-IV से पुराने वाहनों पर कर सकती है कार्रवाई, सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में किया बदलाव
फ्रंटल क्रैश टेस्ट में बलेनो की बॉडी स्ट्रक्चर और फुटवेल को स्थिर पाया गया। ड्राइवर और आगे बैठे यात्री दोनों के लिए सुरक्षा स्तर एक समान और संतुलित रहा। जिससे यह संकेत मिलता है कि टक्कर की स्थिति में केबिन की संरचना अच्छी तरह से ऊर्जा को अवशोषित करने में सक्षम है।
यह भी पढ़ें - Supreme Court: सरकार BS-IV से पुराने वाहनों पर कर सकती है कार्रवाई, सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में किया बदलाव
बच्चों की सुरक्षा में मजबूती, लेकिन एक कमी
चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के मामले में बलेनो ने अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर तब जब ISOFIX माउंट्स के जरिए रियर-फेसिंग चाइल्ड सीट्स लगाई गईं। हालांकि, सामने वाली सीट पर चाइल्ड सीट को सुरक्षित तरीके से लगाने के लिए पैसेंजर एयरबैग डीएक्टिवेशन स्विच की कमी को एक नकारात्मक पहलू के तौर पर दर्ज किया गया।
यह भी पढ़ें - Overspeeding: वर्ली सी लिंक पर लैंबॉर्गिनी 252 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी, वीडियो वायरल होने के बाद गाड़ी जब्त
चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के मामले में बलेनो ने अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर तब जब ISOFIX माउंट्स के जरिए रियर-फेसिंग चाइल्ड सीट्स लगाई गईं। हालांकि, सामने वाली सीट पर चाइल्ड सीट को सुरक्षित तरीके से लगाने के लिए पैसेंजर एयरबैग डीएक्टिवेशन स्विच की कमी को एक नकारात्मक पहलू के तौर पर दर्ज किया गया।
यह भी पढ़ें - Overspeeding: वर्ली सी लिंक पर लैंबॉर्गिनी 252 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी, वीडियो वायरल होने के बाद गाड़ी जब्त
पैदल यात्रियों और एडवांस फीचर्स में सीमित सुधार
पैदल यात्रियों की सुरक्षा के नतीजों में ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिला। सिर के टकराने की स्थिति में सुरक्षा स्तर कहीं संतोषजनक तो कहीं सीमित पाया गया, जबकि ऊपरी पैर के हिस्से के लिए सुरक्षा कमजोर रही। इसके अलावा, एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) से जुड़े फीचर्स की कमी भी बलेनो की रेटिंग को ऊपर जाने से रोकती दिखी।
यह भी पढ़ें - Car Ban: दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती, एनसीआर से आने वाले 12 लाख वाहनों पर असर, जानें पूरी डिटेल्स
पैदल यात्रियों की सुरक्षा के नतीजों में ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिला। सिर के टकराने की स्थिति में सुरक्षा स्तर कहीं संतोषजनक तो कहीं सीमित पाया गया, जबकि ऊपरी पैर के हिस्से के लिए सुरक्षा कमजोर रही। इसके अलावा, एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) से जुड़े फीचर्स की कमी भी बलेनो की रेटिंग को ऊपर जाने से रोकती दिखी।
यह भी पढ़ें - Car Ban: दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती, एनसीआर से आने वाले 12 लाख वाहनों पर असर, जानें पूरी डिटेल्स
कुल मिलाकर क्या बदला
कुल मिलाकर, साइड इंपैक्ट सेफ्टी में किए गए सुधारों की वजह से अपडेटेड सुजुकी बलेनो ने लैटिन NCAP में अपनी रेटिंग बेहतर की है। हालांकि, पैदल यात्री सुरक्षा और एडवांस सेफ्टी टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में अभी भी सुधार की गुंजाइश बनी हुई है।
यह भी पढ़ें - Maruti WagonR: मारुति सुजुकी वैगनआर में स्विवेल सीट, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए नई पहल, जानें इसके फायदे
कुल मिलाकर, साइड इंपैक्ट सेफ्टी में किए गए सुधारों की वजह से अपडेटेड सुजुकी बलेनो ने लैटिन NCAP में अपनी रेटिंग बेहतर की है। हालांकि, पैदल यात्री सुरक्षा और एडवांस सेफ्टी टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में अभी भी सुधार की गुंजाइश बनी हुई है।
यह भी पढ़ें - Maruti WagonR: मारुति सुजुकी वैगनआर में स्विवेल सीट, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए नई पहल, जानें इसके फायदे