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Challan: 7.5 करोड़ की फरारी… 1.42 करोड़ का चालान! दूसरे स्टेट में सुपर कार दौड़ाकर लुट गया कारोबारी
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Fri, 04 Jul 2025 05:51 PM IST
सार
Ferrari Challaned: बंगलूरू की सड़कों पर पिछले डेढ़ साल से फर्राटा भर रही करोड़ों की फरारी आखिरकार कानून के जाल में फंस गई। महाराष्ट्र रजिस्ट्रेशन के बहाने टैक्स चोरी करने पर कारोबारी को 1.42 करोड़ रुपये जुर्माना भरना पड़ा।
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लग्जरी कार का कटा तगड़ा चालान
- फोटो : AI
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विस्तार
बंगलूरू की सड़कों पर फर्राटा भरती एक चमचमाती लाल Ferrari SF90 Stradale आखिरकार टैक्स अधिकारियों की नजर में आ ही गई। तकरीबन 7.5 करोड़ रुपये की इस सुपरकार को टैक्स चोरी के मामले में गुरुवार सुबह लालबाग के पास रोका गया। कार मालिक, जो कि एक बड़ा कारोबारी है, ने 1.42 करोड़ रुपये का टैक्स और जुर्माना एक ही दिन में भरकर कार की जब्ती से खुद को बचा लिया।
18 महीने से चल रही थी बंगलूरू की सड़कों पर
यह फरारी महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड थी और बीते 18 महीनों से बंगलूरू में चलाई जा रही थी। नियमों के मुताबिक, कोई भी बाहरी राज्य की गाड़ी अगर एक साल से ज्यादा समय तक कर्नाटक में चलती है तो उस पर राज्य का लाइफटाइम टैक्स देना अनिवार्य है।
यह भी पढ़ें: नियम तोड़ने वालों के लिए सबक बनी ये कार्रवाई, नाबालिग को गाड़ी देने से पहले सोच लें 100 बार!
जयनगर RTO को इस महंगी कार की लगातार मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद एक विशेष जांच टीम ने गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे कार को लालबाग के पास रोका। जांच के दौरान ड्राइवर ने दस्तावेज न होने की बात कही, लेकिन बाद में रजिस्ट्रेशन नंबर से सब कुछ साफ हो गया।
कर्नाटक में टैक्स करीब 1.5 करोड़, महाराष्ट्र में सिर्फ 20 लाख
एक अधिकारी ने बताया, “महाराष्ट्र में इस तरह की कार पर 20 लाख रुपये का टैक्स है, जबकि कर्नाटक में यही टैक्स करीब 1.5 करोड़ रुपये लगता है। यही वजह है कि कारोबारी ने महाराष्ट्र में रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन गाड़ी को बंगलूरू में ही चलाता रहा।”
यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला! सड़क पर खुद की गलती से हुआ नुकसान, तो अब नहीं मिलेगा मुआवजा
जब RTO ने सीनियर अधिकारियों को जानकारी दी, तो आदेश मिला कि अगर टैक्स नहीं भरा गया तो कार को जब्त कर लिया जाए। इस पर कारोबारी ने टैक्स और जुर्माना मिलाकर 1.42 करोड़ रुपये भर दिए।
लग्जरी गाड़ियों पर लगातार कार्रवाई
इससे पहले भी बंगलूरू RTO ने बाहर की लग्जरी गाड़ियों पर कार्रवाई की है। मार्च में हुई एक विशेष जांच में विभाग ने 40 करोड़ रुपये का टैक्स इकट्ठा किया था। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।
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18 महीने से चल रही थी बंगलूरू की सड़कों पर
यह फरारी महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड थी और बीते 18 महीनों से बंगलूरू में चलाई जा रही थी। नियमों के मुताबिक, कोई भी बाहरी राज्य की गाड़ी अगर एक साल से ज्यादा समय तक कर्नाटक में चलती है तो उस पर राज्य का लाइफटाइम टैक्स देना अनिवार्य है।
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जयनगर RTO को इस महंगी कार की लगातार मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद एक विशेष जांच टीम ने गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे कार को लालबाग के पास रोका। जांच के दौरान ड्राइवर ने दस्तावेज न होने की बात कही, लेकिन बाद में रजिस्ट्रेशन नंबर से सब कुछ साफ हो गया।
कर्नाटक में टैक्स करीब 1.5 करोड़, महाराष्ट्र में सिर्फ 20 लाख
एक अधिकारी ने बताया, “महाराष्ट्र में इस तरह की कार पर 20 लाख रुपये का टैक्स है, जबकि कर्नाटक में यही टैक्स करीब 1.5 करोड़ रुपये लगता है। यही वजह है कि कारोबारी ने महाराष्ट्र में रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन गाड़ी को बंगलूरू में ही चलाता रहा।”
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जब RTO ने सीनियर अधिकारियों को जानकारी दी, तो आदेश मिला कि अगर टैक्स नहीं भरा गया तो कार को जब्त कर लिया जाए। इस पर कारोबारी ने टैक्स और जुर्माना मिलाकर 1.42 करोड़ रुपये भर दिए।
लग्जरी गाड़ियों पर लगातार कार्रवाई
इससे पहले भी बंगलूरू RTO ने बाहर की लग्जरी गाड़ियों पर कार्रवाई की है। मार्च में हुई एक विशेष जांच में विभाग ने 40 करोड़ रुपये का टैक्स इकट्ठा किया था। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।