{"_id":"66d2e5f1b4be3e11eb0ed0af","slug":"new-cars-tested-under-bharat-ncap-will-soon-have-safety-label-to-showcase-car-safety-ratings-2024-08-31","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Bharat NCAP: भारत एनसीएपी क्रैश टेस्ट से गुजरने वाली नई कारों पर लगाया जाएगा ये सुरक्षा लेबल, जानें डिटेल्स","category":{"title":"Automobiles","title_hn":"ऑटो-वर्ल्ड","slug":"automobiles"}}
Bharat NCAP: भारत एनसीएपी क्रैश टेस्ट से गुजरने वाली नई कारों पर लगाया जाएगा ये सुरक्षा लेबल, जानें डिटेल्स
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Sat, 31 Aug 2024 03:14 PM IST
सार
भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) (भारत एनसीएपी) के तहत परीक्षण किए गए नए कारों पर जल्द ही उनकी सुरक्षा रेटिंग दिखाने के लिए एक सुरक्षा लेबल होगा।
विज्ञापन
Crash Test
- फोटो : NCAP
विज्ञापन
विस्तार
भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) (भारत एनसीएपी) के तहत परीक्षण किए गए नए कारों पर जल्द ही उनकी सुरक्षा रेटिंग दिखाने के लिए एक सुरक्षा लेबल होगा। भारत एनसीएपी ने यह भी बताया है कि नया सुरक्षा लेबल कैसा दिखेगा, जो क्रैश टेस्ट नतीजों के आखिर में कार निर्माताओं को जारी किया जाएगा। सुरक्षा लेबल मॉडल और वेरिएंट के लिए निर्माता को मिले सुरक्षा रेटिंग, परीक्षण का महीना और वर्ष, साथ ही क्रमशः वयस्क और बच्चों के सुरक्षा रेटिंग को दिखाएगा।
Trending Videos
Bharat NCAP सुरक्षा लेबल
नई पहल का मकसद ग्राहकों को नई कार खरीदते समय ज्यादा इंफॉर्म्ड चॉइस (सूचित विकल्प) उपलब्ध कराना है। इस समय, भारत एनसीपीए यात्री वाहन निर्माताओं के लिए ऑप्शनल (स्वैच्छिक) है। जिसका मतलब है कि हर वाहन पर सुरक्षा लेबल नहीं भी हो सकता है। फिर भी, इस कार्यक्रम के तहत परीक्षण किए गए वाहनों पर लेबल होगा और स्टार रेटिंग से परे विस्तृत सुरक्षा क्रैश टेस्ट रिपोर्ट तक पहुंच प्रदान करने के लिए एक QR कोड भी होगा।
नई पहल का मकसद ग्राहकों को नई कार खरीदते समय ज्यादा इंफॉर्म्ड चॉइस (सूचित विकल्प) उपलब्ध कराना है। इस समय, भारत एनसीपीए यात्री वाहन निर्माताओं के लिए ऑप्शनल (स्वैच्छिक) है। जिसका मतलब है कि हर वाहन पर सुरक्षा लेबल नहीं भी हो सकता है। फिर भी, इस कार्यक्रम के तहत परीक्षण किए गए वाहनों पर लेबल होगा और स्टार रेटिंग से परे विस्तृत सुरक्षा क्रैश टेस्ट रिपोर्ट तक पहुंच प्रदान करने के लिए एक QR कोड भी होगा।
“Demand safety first! 🚗🔍Introducing the Bharat NCAP display sticker with a QR code for Safety rated vehicles for instant access to vehicle safety ratings. Empower yourself with the knowledge to choose safer vehicles.”#BharatNCAP #SafetyFirst #DemandSafety #BNCAP pic.twitter.com/oFr8mPMvCt
— Bharat NCAP (@bncapofficial) August 30, 2024
विज्ञापन
विज्ञापन
Bharat NCAP के तहत टेस्ट की गई कारें
भारत एनसीपीए अक्तूबर 2023 में लॉन्च किया गया था। और निर्माता सरकारी नेतृत्व वाले क्रैश टेस्टिंग पहल के लिए कारें भेज रहे हैं। अब तक, टाटा मोटर्स ने हैरियर, सफारी, पंच ईवी और नेक्सन ईवी सहित अधिकतम कारों की टेस्टिंग कराई है। जिनमें से सभी को 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग हासिल हुई है। मारुति सुजुकी और ह्यूंदै की कारों सहित अधिक कारों के लाइनअप में शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि आधिकारिक नतीजे अभी घोषित नहीं किए गए हैं।
भारत एनसीपीए अक्तूबर 2023 में लॉन्च किया गया था। और निर्माता सरकारी नेतृत्व वाले क्रैश टेस्टिंग पहल के लिए कारें भेज रहे हैं। अब तक, टाटा मोटर्स ने हैरियर, सफारी, पंच ईवी और नेक्सन ईवी सहित अधिकतम कारों की टेस्टिंग कराई है। जिनमें से सभी को 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग हासिल हुई है। मारुति सुजुकी और ह्यूंदै की कारों सहित अधिक कारों के लाइनअप में शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि आधिकारिक नतीजे अभी घोषित नहीं किए गए हैं।
Bharat NCAP क्या है
भारत एनसीएपी के तहत सभी कारों को न्यूनतम 3-स्टार रेटिंग हासिल करने के लिए स्टैंडर्ड तौर पर इलेक्ट्रॉनिक स्टैबलिटी कंट्रोल (ESC) से लैस होना जरूरी है। वाहन मूल्यांकन कार्यक्रम को अपडेटेड Global NCAP (ग्लोबल एनसीएपी) और Euro NCAP (यूरो एनसीएपी) प्रोटोकॉल और परीक्षणों के आधार पर डिजाइन किया गया है। भारतीय कार निर्माता ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (AIS) 197 के तहत स्वैच्छिक परीक्षण के लिए अपनी कारें जमा कर सकते हैं। इसके अलावा, भारत एनसीएपी स्थानीय स्तर पर निर्मित या देश में आयातित कारों का चयन कर उन्हें रैंडम क्रैश टेस्ट के लिए ले जा सकता है।
भारत एनसीएपी के तहत सभी कारों को न्यूनतम 3-स्टार रेटिंग हासिल करने के लिए स्टैंडर्ड तौर पर इलेक्ट्रॉनिक स्टैबलिटी कंट्रोल (ESC) से लैस होना जरूरी है। वाहन मूल्यांकन कार्यक्रम को अपडेटेड Global NCAP (ग्लोबल एनसीएपी) और Euro NCAP (यूरो एनसीएपी) प्रोटोकॉल और परीक्षणों के आधार पर डिजाइन किया गया है। भारतीय कार निर्माता ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (AIS) 197 के तहत स्वैच्छिक परीक्षण के लिए अपनी कारें जमा कर सकते हैं। इसके अलावा, भारत एनसीएपी स्थानीय स्तर पर निर्मित या देश में आयातित कारों का चयन कर उन्हें रैंडम क्रैश टेस्ट के लिए ले जा सकता है।