Bihar: भागलपुर में 2400 मेगावाट पीरपैंती प्लांट का 15 सितंबर को हो सकता है शिलान्यास, पीएम मोदी की बड़ी सौगात
Bihar: भागलपुर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के अनुसार, करीब 85 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। केवल कुछ किसानों का मुआवजा विवाद लंबित है। डीएम ने कहा कि जिन किसानों की जमीन विवाद रहित है और जिनका खाता सत्यापित हो चुका है, उन्हें शीघ्र भुगतान कर दिया जाएगा।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 15 सितंबर को पूर्णिया दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान बिहार को एक बड़ी सौगात मिलने की संभावना है। पीएम अपने दौरे के दौरान भागलपुर जिले के पीरपैंती में प्रस्तावित अडानी पावर के 2400 मेगावाट क्षमता वाले पावर प्लांट का शिलान्यास कर सकते हैं। प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं।

इसी कड़ी में बिहार सरकार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत और ऊर्जा विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह मंगलवार को पीरपैंती पहुंचेंगे। दोनों अधिकारी यहां प्लांट की जमीन, अधिग्रहण और मुआवजा संबंधी मामलों की समीक्षा करेंगे।
मुख्य सचिव का कार्यक्रम
सूत्रों के अनुसार, मुख्य सचिव पटना से हेलीकॉप्टर द्वारा मंगलवार सुबह लगभग 11.45 बजे पीरपैंती पहुंचेंगे। इसके लिए सुंदरपुर कृषि मैदान और मानिकपुर खेल मैदान को अस्थायी हेलीपैड के रूप में तैयार किया गया है। अधिकारियों की टीम पावर प्लांट स्थल का स्थलीय निरीक्षण करेगी और किसानों के मुआवजा मुद्दों पर स्थानीय प्रशासन से चर्चा करेगी।
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भूमि अधिग्रहण की स्थिति
भागलपुर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के अनुसार, करीब 85 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। केवल कुछ किसानों का मुआवजा विवाद लंबित है। डीएम ने कहा कि जिन किसानों की जमीन विवाद रहित है और जिनका खाता सत्यापित हो चुका है, उन्हें शीघ्र भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसान विकास परियोजना के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि वे उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
बिहार का सबसे बड़ा पावर प्रोजेक्ट
पीरपैंती में बनने वाला यह ग्रीनफील्ड अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट बिहार का अब तक का सबसे बड़ा बिजली उत्पादन केंद्र होगा।
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कुल क्षमता : 2400 मेगावाट (800-800 मेगावाट की 3 यूनिट)
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अधिग्रहित भूमि : 1300 एकड़ (6 मौजा – सुंदरपुर, रायपुरा, श्रीमतपुर, हरिनकोल-1, हरिनकोल-2 और टुंडवा)
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प्रभावित किसान : 915 (जिनकी 1020 एकड़ रैयती भूमि ली गई)
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शेष भूमि : बिहार व भारत सरकार की स्वामित्व वाली
हाल ही में इस परियोजना के लिए अडानी पावर को लेटर ऑफ अवार्ड (LoA) भी जारी किया गया है।