Bihar News : 593 पंचायतों के 605 खाली पदों पर 44.8% वोट; जिन 10 मुखिया की हत्या, वहां ज्यादा सुरक्षा में चुनाव
बिहार में पंचायत और प्रखंड में उपचुनाव शांतिपूर्व माहौल में संपन्न हो गए। यह उपचुनाव 300 प्रखंड अंतर्गत 593 पंचायतों के कुल 605 रिक्त पड़े पद के लिए वोटिंग हुए। 10 ऐसी जगह थी, जहां मुखिया की हत्या हुई थी, वहां पर अतिरिक्त बल तैनात किए थे।
विस्तार
बिहार में पंचायत और प्रखंड में उपचुनाव संपन्न हो गए। सभी जगह शांतिपूर्व माहौल में चुनाव हुआ। यह उपचुनाव 300 प्रखंड अंतर्गत 593 पंचायतों में उपचुनाव संपन्न हुआ। कुल 605 रिक्त पड़े पद के लिए वोटिंग हुए। इनमें 48 मुखिया, 41 पंचायत समिति, 52 सरपंच, 316 वार्ड सदस्य, 141 पंच सदस्यों के पद पर वोटिंग हुई। वहीं चुनावी मैदान में 1961 प्रत्याशी मैदान में हैं।
सबसे अधिक कैमूर में हुआ मतदान
गुरुवार को कुल 44.85 प्रतिशत लोगों में मतदान किया। सबसे ज्यादा वोट 51.91 प्रतिशत कैमूर में पड़े। इसके बाद अररिया में 51.06 प्रतिशत और पश्चिम चंपारण में 50.51 प्रतिशत वोट पड़े। इस बार चुनाव में 2805 बूथ बनाए गए थे। इसमें 15, 57, 034 मतदाता थे। इसमें 8, 15, 480 पुरुष और 7, 41, 504 महिला और 49 अन्य मतदाता थे। 27 मई को संबंधित प्रखंड मुख्यालयों पर वोटों की गिनती की जाएगी।
जहां मुखिया की हुई थी हत्या, वहां विशेष थी तैयारी
कुल 605 रिक्त पड़े पद के लिए वोटिंग हुए। इनमें 48 मुखिया, 41 पंचायत समिति, 52 सरपंच, 316 वार्ड सदस्य, 141 पंच सदस्यों के पद पर वोटिंग हो रही है। वहीं चुनावी मैदान में 1961 प्रत्याशी मैदान में हैं। आज के चुनाव में 14025 मतदान कर्मी, 6137 पुलिस पदाधिकारी और 24504 पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। 10 ऐसी जगह थी, जहां मुखिया की हत्या हुई थी, वहां पर अतिरिक्त बल तैनात किए थे।
जानिए, चुनाव में पहली बार क्या हुआ...
राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि इस उपचुनाव में पहली बार डिजिटल फोटोग्राफी सर्विलांस (DPS) का प्रयोग किया गया। इसे 38 जिलों के 2171 बूथ पर उपयोग किया गया। वही डुप्लीकेट वोटर डिटेक्शन सिस्टम का काम फेस टैग द्वारा करवाया गया।
सीतामढ़ी जिले में पंचायत उप चुनाव की वोटिंग में पुलिस और प्रशासन पूरी तरीके से सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद रही। वही मतदाता भी मतदान के केंद्रो पर कतार बद्ध तरीके से खड़े होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि बथनाहा में उपचुनाव के दौरान ग्रामीणों ने वोटिंग का बहिष्कार कर दिया था। बखरी पंचायत स्थित बूथ संख्या 105 पर मतदाता वोट देने नहीं आए। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि गांव के कई लोगों का नाम बगल के रनौली पंचायत में जोड़ा गया है। रनौली पंचायत के लोगों का नाम बखरी पंचायत में है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मतदाता सूची की यह गड़बड़ी कई साल है। हालत यह है कि वर्तमान वार्ड पार्षद, सचिव और गांव के चौकीदार का नाम भी दूसरे पंचायत की मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है। इसके कारण नाराज होकर लोग वोट डालने नहीं गए।
कई मतदान केंद्रों पर नहीं दिखी भीड़
रोहतास में मतदाता अपनेबूथों पर सुबह से कतार में लग कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सभी बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया सुरक्षा-व्यवस्था के बीच शुरू हो गयी थी। वहीं प्रत्येक बूथों पर एसडीपीओ, एसडीएम व अन्य आला अधिकारियों ने पहुंचकर मतदान का जायजा लिया और मतदाताओं से अपने मत का प्रयोग करने की अपील की। नासरीगंज और नोखा समेत कई अन्य प्रखंडों में पंचायत उप चुनाव का मतदान हुआ। नोखा प्रखंड के कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह कम देखी गई। कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ नहीं दिखी। जिसके कारण मतदान केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा। रोहतास जिले के कई प्रखंडों में चल रहे पंचायत उपचुनाव के प्रत्येक बूथों पर मजिस्ट्रेट के साथ साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात रही।