Satta Ka Sangram Live: जमुई में युवाओं से चर्चा, रोजगार, भ्रष्टाचार, पलायन के मुद्दे पर हुई बात; क्या कहा?
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए 6 और 11 नवंबर को मतदान होना है। चुनाव नजदीक आते ही माहौल पूरी तरह चुनावी हो गया है। इसी के तहत, अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ जमुई पहुंचा।
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पिंटू कुमार ने कहा, “हम सरकारी नौकरी कर रहे हैं क्योंकि यहां और कोई विकल्प नहीं है। प्राइवेट नौकरी का मौका नहीं मिलता, इसलिए मजबूरी में सरकारी नौकरी की ही तैयारी करनी पड़ती है। इस बार हम नोटा दबाएंगे।” उन्होंने आगे कहा, “यहां की सड़कें बहुत खराब हैं। इसकी वजह से हर दिन जाम लगता है। अगर कोई बीमार व्यक्ति जाम में फंस जाए, तो उसकी जान भी जा सकती है क्योंकि वह वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंच पाता।”
राजकुमार ने कहा, “यहां पर एनडीए का प्रभाव ज्यादा है। कोई बड़ा नेता नहीं है। रोजगार की समस्या बहुत बड़ी है और कोई बड़ी फैक्ट्री नहीं लगी है। यूपी आगे बढ़ रहा है, लेकिन बिहार अभी पीछे है।” उन्होंने आगे कहा, “बिहार में लोग पढ़े-लिखे हैं, लेकिन नौकरी न मिलने के कारण दूसरे राज्यों में काम करने जाते हैं, जहां उन पर कई बार हमला भी होता है। अगर यहां प्राइवेट कंपनियां आएंगी, तो लोगों को रोजगार मिलेगा।”
पीयूष कुमार ने कहा, “हमें लगता है कि एनडीए की सरकार दोबारा बनेगी। नीतीश कुमार के आने के बाद यहां काफी सुधार हुआ है। अब पहले जैसा भ्रष्टाचार नहीं है। पहले बूथ कैप्चरिंग होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होता।”
स्थानीय निवासी नीतीश कुमार ने कहा, “बिहार में नौकरी या रोजगार के अवसर बहुत कम हैं। इस बार हम पहली बार वोट देने जा रहे हैं, इसलिए उम्मीद है कि इस बार चुनाव में शिक्षा, रोजगार और विकास पर बात होनी चाहिए। लेकिन लोग इन मुद्दों की बजाय वोट चोरी जैसी बातों पर ध्यान दे रहे हैं।”
सौरव कुमार ने कहा, “सरकार को शिक्षा मुफ्त कर देनी चाहिए। अगर हम पढ़-लिख लेंगे तो खुद कमाकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकते हैं। आरजेडी के नेता इस बार नौकरी देने की बात कर रहे हैं।”