Satta Ka Sangram: महागठबंधन ने कहा- सरकार की विफलताओं से जनता त्रस्त, भाजपा नेता बोले- अब कुछ करना ही नहीं है
Bihar Assembly Election 2025: बिहार में 6 और 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी माहौल गर्म है। इसी सिलसिले में अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ गुरुवार को मुजफ्फरपुर पहुंचा। सुबह और दोपहर आम जनता तथा युवाओं से चर्चा में उनके मुद्दे जाने गए। अब राजनेताओं से चर्चा पक्ष-विपक्ष अपनी बात रख रहे हैं।

विस्तार
बिहार में सियासी पारा हर दिन चढ़ता ही जा रहा है और इस बीच अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ मुजफ्फरपुर की धरती पर पहुंच चुका है। आज 16 अक्तूबर की शाम को राजनेताओं से जनता के मुद्दे पर सवाल पूछे जा रहे हैं और उनके दावों-वादों को तोला जा रहा है। किसके पक्ष में बह रही है हवा? जनता की उम्मीदें और सवाल क्या हैं? जानिए अमर उजाला के चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ से, जहां हर राय, हर सवाल और हर उम्मीद बन रही है इस चुनावी कहानी का अहम हिस्सा।

इससे पहले सुबह टीम ने मुजफ्फरपुर के मतदाताओं से खुलकर बातचीत की। चाय की प्याली पर चर्चा के दौरान आम लोगों ने अपनी राय साझा की।
'योजनाओं से हो रहा है फायदा'
मुजफ्फरपुर के निवासी भोला ने कहा कि बिहार सरकार की योजनाओं से लोगों को फायदा मिल रहा है और लोग इसके बारे में चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि फ्री बिजली जैसी सुविधाओं से भी जनता को लाभ हो रहा है। उनका मानना है कि इस बार फिर से NDA की सरकार बनने वाली है। भोला ने तेजस्वी यादव के बारे में भी कहा कि इस पर चर्चा होती है, लेकिन लोग सोचते हैं कि लालू यादव अब परिवारवाद की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार की सरकार में विकासवाद पर जोर दिया जाता है।
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'तेजस्वी यादव पर नहीं है भरोसा'
वहीं, ओम कुमार शाह ने कहा कि एक बार फिर नीतीश कुमार की सरकार बनने वाली है। उनकी सरकार में काफी विकास हुआ है। उन्होंने बताया कि लालू यादव के समय यहां दंगे ज्यादा होते थे और लोग वोट डालने भी सुरक्षित नहीं रहते थे। ओम कुमार शाह ने तेजस्वी यादव के बारे में कहा कि अगर लालू यादव पर भरोसा नहीं किया गया, तो तेजस्वी पर कैसे होगा। उनका कहना है कि हम नीतीश कुमार के साथ हैं और फिर से उनकी सरकार बनेगी।
'सिर्फ कहते हैं नौकरी देंगे'
स्थानीय निवासी संजय चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार फिर से आएगी। उनका कहना है कि नीतीश कुमार ने अब तक बिहार में अच्छा काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी उम्र चाहे ज्यादा हो गई हो, लेकिन वह लगातार काम कर रहे हैं। संजय चौधरी ने महागठबंधन के नौकरी देने के वादे पर कहा कि सरकार बनने के बाद वे कोई नौकरी नहीं देंगे, सिर्फ वादा करते हैं कि देंगे। उनका मानना है कि एक बार फिर नीतीश कुमार ही सत्ता में आएंगे।
वहीं, दोपहर में युवाओं से मिलकर चुनावी मुद्दों और वोटिंग रुझानों को समझा गया।
'महागठबंधन की बनेगी सरकार'
निक्कू अब्बास ने कहा कि पढ़ाई के मामले में सिर्फ मुजफ्फरपुर, पटना और दरभंगा ही थोड़ा विकसित हैं, बाकी जगहों की स्थिति अच्छी नहीं है। तेजस्वी यादव के आने से उम्मीद है कि कुछ बेहतर बदलाव होगा और महागठबंधन की सरकार बनेगी।
'यूनिवर्सिटी और एयरपोर्ट होना चाहिए'
अपनी समस्याओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के लोग काम के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं, लेकिन दूसरे राज्यों के लोग यहां काम करने नहीं आते। वहीं सैयद हुसैन ने कहा कि यहां यूनिवर्सिटी और एयरपोर्ट होना चाहिए, ताकि युवा पढ़ाई पूरी कर नौकरी पा सकें। अभी यहां के लोग छोटी-छोटी नौकरियां करने को मजबूर हैं। प्रिंस कुमार ने कहा कि सरकार की हाल की योजनाएं अच्छी हैं, लेकिन ये ज्यादा चुनाव को ध्यान में रखकर बनाई गई लगती हैं। अभी तो परीक्षाएं समय पर हो रही हैं, लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था।
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‘जनता चाहती है बदलाव’
दाउद ने कहा कि अगर आप लोगों से बात करेंगे तो समझ आएगा कि जनता बदलाव चाहती है। प्रशांत किशोर कई जरूरी मुद्दे उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में पलायन सबसे बड़ी समस्या है और नीतीश कुमार के शासन में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। सईद अली अंसारी ने कहा कि वह बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी नौकरी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई का तरीका अभी भी पुराना है, जिसकी वजह से छात्रों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
राजनेताओं से चर्चा
राजद नेता रियाज अहमद ने कहा कि 20 साल तक जो एनडीए की सरकार रही है, उसकी विफलताओं से जनता त्रस्त है और इस बार सरकार बदलने के लिए वोट करेगी मुजफ्फरपुर में। ये अहम मुद्दा है जिसको लेकर सारे लोग चाहते हैं कि अब बदलाव हो जाना चाहिए। 20 वर्षों से हम लोग इंतजार में रहे कि अब कुछ होगा, अब कुछ होगा। लेकिन इस बीच में कुछ हो नहीं पाया, जो शहर का विकास हो सके। आज भी पानी, नाला की समस्या और स्वास्थ्य, स्मार्ट सिटी तथा जाम की समस्या बनी हुई है। एक किमी पार करने में आधा घंटा तक लगता है। शहर के विकास के लिए सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है। शिक्षा की दुर्दशा पूरे प्रदेश में ही है। शहर की जो व्यवस्था होनी चाहिए, जिस तरह से इस शहर को ‘मिनी मुंबई’ बनाने का हमने सपना संजो रखा था, उसमें कहीं न कहीं ये एनडीए सरकार पूरी तरह से विफल है। इसलिए जनता बदलाव चाहती है।
विकास को लेकर की 20 पहले के बिहार की तुलना
जदयू नेता इरशाद हुसैन ने राजद नेता रियाज के सवालों के जवाब में कहा कि मुजफ्फरपुर शहर में लगातार कांग्रेस के विधायक रहे हैं। दो बार भाजपा के सुरेश शर्मा भी विधायक रहे हैं और 20 वर्षों में बिहार में जो विकास हुआ है वह आम जनता भी देख रही है और ये लोग भी देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में चले जाइए, 20 साल पहले जो बिहार था और जो आज है उसमें जमीन-आसमान का अंतर है। शिक्षा के क्षेत्र में देखिए तो पहले जहां एक स्कूल नहीं था, लेकिन आज स्कूल हैं, टीचर हैं और बच्चे पढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में देखें तो 20 साल पहले एक कागज नहीं मिलता था, मोमबत्ती की रोशनी में ऑपरेशन होता था और आज अल्ट्रासाउंड होता है, सीटी स्कैन होता है, दवा मिलती है और डॉक्टर बैठते हैं। किसी क्षेत्र में आप इनकार नहीं कर सकते हैं। आम जनता से पूछ लीजिए कि बिहार में 20 साल में जो विकास हुआ है, आजादी के बाद उतना विकास नहीं हुआ।
'पीएम मोदी और सीएम नीतीश ने सबकी व्यवस्था कर दी है'
भाजपा नेता साकेत ठाकुर ने कहा कि नीतीश कुमार और मोदी जी ने इतना काम कर दिया कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। नीतीश जी ने बच्चों की पढ़ाई से लेकर इलाज और महिलाओं की रोजी-रोजगार तक सारी व्यवस्था ऐसी कर दी कि कोई सवाल ही इन लोगों के मन में नहीं है। मोदी जी ने गरीब के इलाज की व्यवस्था से लेकर महिलाओं के आंसू पोंछने की व्यवस्था तक कर दी। घर-घर सिलेंडर और शौचालय तक इतनी व्यवस्था हो गई कि अब कुछ करना ही नहीं है।