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Bihar News: गलत स्कूटी, गलत रास्ता… और चली मौत की गोली! शिक्षिका शिवानी की हत्या की कहानी कर देगी हैरान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला,अररिया
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Fri, 05 Dec 2025 04:50 PM IST
सार
अररिया जिले के नरपतगंज में शिक्षिका शिवानी वर्मा की गोली मारकर की गई हत्या का पुलिस ने सिर्फ 48 घंटे में खुलासा कर दिया। SIT की तकनीकी जांच और लगातार छापेमारी के बाद दो शूटर मो. मारूफ और मो. सोहैल के साथ मुख्य साजिशकर्ता हुश्न आरा को गिरफ्तार किया गया।
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शिक्षिका हत्याकांड का हुआ खुलासा
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अररिया में कन्हैली मध्य विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका शिवानी वर्मा (25 वर्ष) की गोली मारकर की गई हत्या के मामले का पुलिस ने मात्र 48 घंटे में सफल उद्भेदन कर लिया है। इस सनसनीखेज हत्याकांड में शामिल दोनों शूटरों के साथ-साथ घटना की मुख्य साजिशकर्ता महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त यामाहा FZ बाइक, देशी कट्टा, कपड़े और जूते समेत कई अहम साक्ष्य भी बरामद किए हैं।
एसपी ने प्रेस वार्ता कर किया बड़ा खुलासा
नरपतगंज शिक्षिका हत्याकांड का पर्दाफाश करने के बाद अररिया पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि विशेष अन्वेषण दल (SIT) की तेज कार्रवाई, तकनीकी विश्लेषण और समन्वित प्रयासों की बदौलत पुलिस ने केवल 48 घंटे में इस हत्या की गुत्थी सुलझा ली। एसपी ने तीनों गिरफ्तार अभियुक्तों, साजिश, सुपारी की प्रक्रिया, बरामद हथियार और बाइक सहित पूरे मामले का विस्तार से खुलासा किया।
घटना 03 दिसंबर 2025 की सुबह लगभग 9:20 बजे हुई, जब शिक्षिका शिवानी वर्मा विद्यालय जाने के क्रम में कन्हैली शिव मंदिर के पास पहुंची थीं। तभी दो बाइक सवार अपराधियों ने पीछे से गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल शिवानी को तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए फारबिसगंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष अन्वेषण दल (SIT) का गठन किया गया। इसमें नरपतगंज, फुलकाहा, घुरना, फारबिसगंज थानों के थानाध्यक्षों के साथ DIU की टीम शामिल थी। SIT ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी व वैज्ञानिक विश्लेषण के आधार पर पूरे मामले को सुलझाते हुए अभियुक्तों की पहचान की।
पढ़ें: रोहतास में पीएचईडी विभाग पर 12 करोड़ का बिजली बिल बकाया, डीएम के निर्देश के बाद भी नहीं हुआ भुगतान
पुलिस ने जिन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उनमें मो० मारूफ, पिता मो० ताहिर, निवासी रामपुर वार्ड 01, फारबिसगंज शामिल है, जिसने कट्टे से गोली चलाई थी। दूसरा अभियुक्त मो० सोहैल, पिता फिरोज, निवासी रेफरल अस्पताल रोड, फारबिसगंज है, जो मारूफ के साथ घटना में शामिल था। वहीं इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता महिला हुशनन उर्फ हुश्न आरा, पति मो० साकिर, निवासी फारबिसगंज को भी गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। हुश्न आरा को संदेह था कि उसके पति के किसी दूसरी महिला शिक्षिका से अवैध संबंध हैं। इसी शक में उसने राजा और छोटू के साथ मिलकर उस शिक्षिका को मारने की साजिश रची। हत्या की सुपारी 3 लाख रुपये में मारूफ और सोहैल को दी गई थी। दोनों अपराधियों को महिला शिक्षिका का नाम, स्कूटी, उसका आने-जाने का मार्ग और समय तक बता दिया गया था। लेकिन जिस शिक्षिका को मारने की योजना थी वह उस दिन अवकाश पर थी, जबकि दोनों शिक्षिकाओं के मार्ग और स्कूटी एक जैसी होने के कारण अपराधियों ने गलती से शिवानी वर्मा को ही टारगेट समझकर गोली मार दी। घटना से एक दिन पहले दोनों अपराधियों ने तय जगहों की रेकी की थी और घटना के दिन शाहनवाज से बाइक लेकर शिव मंदिर के पास घात लगाकर बैठे थे।
पुलिस ने उनके पास से हत्या में प्रयुक्त देशी कट्टा, यामाहा FZ बाइक और घटना के दौरान पहने गए कपड़े व जूते बरामद किए हैं। छापेमारी दल में SDPO फारबिसगंज मुकेश कुमार साहा, SDPO अररिया सुशील कुमार, थानाध्यक्ष नरपतगंज संजय कुमार, थानाध्यक्ष फारबिसगंज राघवेन्द्र कुमार सिंह, थानाध्यक्ष जोकीहाट राजीव कुमार झा, थानाध्यक्ष फुलकाहा विकास कुमार मौर्य, थानाध्यक्ष घुरना मुकेश कुमार और DIU टीम शामिल थी। पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द सभी को पकड़ लिया जाएगा।
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एसपी ने प्रेस वार्ता कर किया बड़ा खुलासा
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घटना 03 दिसंबर 2025 की सुबह लगभग 9:20 बजे हुई, जब शिक्षिका शिवानी वर्मा विद्यालय जाने के क्रम में कन्हैली शिव मंदिर के पास पहुंची थीं। तभी दो बाइक सवार अपराधियों ने पीछे से गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल शिवानी को तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए फारबिसगंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष अन्वेषण दल (SIT) का गठन किया गया। इसमें नरपतगंज, फुलकाहा, घुरना, फारबिसगंज थानों के थानाध्यक्षों के साथ DIU की टीम शामिल थी। SIT ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी व वैज्ञानिक विश्लेषण के आधार पर पूरे मामले को सुलझाते हुए अभियुक्तों की पहचान की।
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पुलिस ने जिन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उनमें मो० मारूफ, पिता मो० ताहिर, निवासी रामपुर वार्ड 01, फारबिसगंज शामिल है, जिसने कट्टे से गोली चलाई थी। दूसरा अभियुक्त मो० सोहैल, पिता फिरोज, निवासी रेफरल अस्पताल रोड, फारबिसगंज है, जो मारूफ के साथ घटना में शामिल था। वहीं इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता महिला हुशनन उर्फ हुश्न आरा, पति मो० साकिर, निवासी फारबिसगंज को भी गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। हुश्न आरा को संदेह था कि उसके पति के किसी दूसरी महिला शिक्षिका से अवैध संबंध हैं। इसी शक में उसने राजा और छोटू के साथ मिलकर उस शिक्षिका को मारने की साजिश रची। हत्या की सुपारी 3 लाख रुपये में मारूफ और सोहैल को दी गई थी। दोनों अपराधियों को महिला शिक्षिका का नाम, स्कूटी, उसका आने-जाने का मार्ग और समय तक बता दिया गया था। लेकिन जिस शिक्षिका को मारने की योजना थी वह उस दिन अवकाश पर थी, जबकि दोनों शिक्षिकाओं के मार्ग और स्कूटी एक जैसी होने के कारण अपराधियों ने गलती से शिवानी वर्मा को ही टारगेट समझकर गोली मार दी। घटना से एक दिन पहले दोनों अपराधियों ने तय जगहों की रेकी की थी और घटना के दिन शाहनवाज से बाइक लेकर शिव मंदिर के पास घात लगाकर बैठे थे।
पुलिस ने उनके पास से हत्या में प्रयुक्त देशी कट्टा, यामाहा FZ बाइक और घटना के दौरान पहने गए कपड़े व जूते बरामद किए हैं। छापेमारी दल में SDPO फारबिसगंज मुकेश कुमार साहा, SDPO अररिया सुशील कुमार, थानाध्यक्ष नरपतगंज संजय कुमार, थानाध्यक्ष फारबिसगंज राघवेन्द्र कुमार सिंह, थानाध्यक्ष जोकीहाट राजीव कुमार झा, थानाध्यक्ष फुलकाहा विकास कुमार मौर्य, थानाध्यक्ष घुरना मुकेश कुमार और DIU टीम शामिल थी। पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द सभी को पकड़ लिया जाएगा।