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Bihar:'10 साल सांसद रहे, अब किस मुंह से वोट मांगने आए?' RJD प्रत्याशी पर फूटा जनता का गुस्सा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पूर्णिया
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Sun, 02 Nov 2025 12:30 PM IST
सार
धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में राजद प्रत्याशी और पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा को चुनाव प्रचार के दौरान जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि 10 साल सांसद रहने के बावजूद उन्होंने क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं किया।
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धमदाहा में RJD प्रत्याशी संतोष कुशवाहा को करना पड़ा विरोध का सामना
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को उस वक्त माहौल गरमा गया जब राजद प्रत्याशी और पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा को प्रचार के दौरान स्थानीय जनता के तीखे विरोध का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार, संतोष कुशवाहा अपने काफिले के साथ जब धमदाहा के एक ग्रामीण इलाके में पहुंचे और गाड़ी से उतरकर लोगों से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के चुनाव चिन्ह लालटेन के पक्ष में वोट देने की अपील की, तभी स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया और सवालों की बौछार शुरू कर दी।
गांववालों ने गुस्से में कहा, “दस साल सांसद रहे, अब किस मुंह से वोट मांगने आए हैं?” लोगों ने आरोप लगाया कि सांसद रहते उन्होंने क्षेत्र के विकास की कोई सुध नहीं ली। ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने 10 साल तक पूर्णिया लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन क्षेत्र में कोई ठोस काम नहीं हुआ। दरअसल, संतोष कुशवाहा (RJD) पहले जदयू के सांसद रहे हैं और 2014 से 2024 तक पूर्णिया लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था। अब वे जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुए हैं और धमदाहा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार धमदाहा सीट पर उनका सीधा मुकाबला जदयू की पांच बार की विधायक और मंत्री लेसी सिंह से है।
पढ़ें: '20 साल दिया उन्हें, अब मुझे 20 माह दीजिए बिहार बदल दूंगा', तेजस्वी यादव का पीएम
स्थानीय लोगों के विरोध से मौके पर कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि, राजद कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर भीड़ को शांत कराया, जिसके बाद संतोष कुशवाहा ने अपना प्रचार अभियान जारी रखा। इस घटना ने धमदाहा की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। यह विरोध इस बात का संकेत है कि इस बार मतदाता केवल पार्टी नहीं, बल्कि प्रत्याशी के पिछले प्रदर्शन और कामकाज पर भी सवाल उठा रहे हैं। वहीं, जदयू प्रत्याशी और मंत्री लेसी सिंह ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “संतोष कुशवाहा दो बार लोकसभा जीत चुके हैं, ऐसे में जनता का सवाल पूछना स्वाभाविक है। जब कोई नेता जनता के बीच लंबे समय बाद लौटता है, तो लोग जवाब तो मांगेंगे ही।”
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गांववालों ने गुस्से में कहा, “दस साल सांसद रहे, अब किस मुंह से वोट मांगने आए हैं?” लोगों ने आरोप लगाया कि सांसद रहते उन्होंने क्षेत्र के विकास की कोई सुध नहीं ली। ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने 10 साल तक पूर्णिया लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन क्षेत्र में कोई ठोस काम नहीं हुआ। दरअसल, संतोष कुशवाहा (RJD) पहले जदयू के सांसद रहे हैं और 2014 से 2024 तक पूर्णिया लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था। अब वे जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुए हैं और धमदाहा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार धमदाहा सीट पर उनका सीधा मुकाबला जदयू की पांच बार की विधायक और मंत्री लेसी सिंह से है।
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स्थानीय लोगों के विरोध से मौके पर कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि, राजद कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर भीड़ को शांत कराया, जिसके बाद संतोष कुशवाहा ने अपना प्रचार अभियान जारी रखा। इस घटना ने धमदाहा की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। यह विरोध इस बात का संकेत है कि इस बार मतदाता केवल पार्टी नहीं, बल्कि प्रत्याशी के पिछले प्रदर्शन और कामकाज पर भी सवाल उठा रहे हैं। वहीं, जदयू प्रत्याशी और मंत्री लेसी सिंह ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “संतोष कुशवाहा दो बार लोकसभा जीत चुके हैं, ऐसे में जनता का सवाल पूछना स्वाभाविक है। जब कोई नेता जनता के बीच लंबे समय बाद लौटता है, तो लोग जवाब तो मांगेंगे ही।”