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Bihar Election: 'एम्स और रोजगार नहीं तो सिर्फ धर्म की बात क्यों?', प्रियंका गांधी ने NDA सरकार से पूछा सवाल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पूर्णिया
Published by: शबाहत हुसैन
Updated Sat, 08 Nov 2025 06:22 PM IST
सार
Bihar Election: प्रियंका गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही पूर्णिया को अस्पताल और एम्स न मिलने का मुद्दा उठाया और पूछा कि जब जनता बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रही है, तो नेता सिर्फ धर्म की बात क्यों कर रहे हैं।
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प्रियंका गांधी
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
चुनावी रणभेदी के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को पूर्णिया में महागठबंधन के उम्मीदवारों सदर से जितेंद्र कुमार और कसबा से इरफान आलम , धमदाहा संतोष कुशवाहा और बनमनखी के उम्मीदवार के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रियंका गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और एनडीए गठबंधन पर तीखे हमले किए, उन्हें विकास, रोजगार और किसानों के मुद्दों पर विफल बताया। जनता को संबोधित करते हुए प्रियंका ने भावनात्मक अपील की और उनसे धर्म और जाति के बजाय रोटी, कपड़ा और मकान की राजनीति को चुनने का आह्वान किया।
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प्रियंका गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही पूर्णिया को अस्पताल और एम्स न मिलने का मुद्दा उठाया और पूछा कि जब जनता बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रही है, तो नेता सिर्फ धर्म की बात क्यों कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी के वादे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को घेरा है। कहा मोदी जी ने कहा था आपके कर्ज माफ किए जाएंगे, मगर आज तक किसानों के कर्ज माफ नहीं किए गए। कर्ज माफ हुए तो अडानी और अंबानी के, उनके कर्ज माफ होते हैं जिनके पास पहले से हजारों करोड़ रुपए हैं।
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उन्होंने कहा कि किसानों को मक्का और मखाना का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) नहीं मिल रहा। खाद की कालाबाजारी, महंगी जीएसटी और कोल्ड स्टोरेज की कमी से बिहार की खेती बर्बाद हो रही है। प्रियंका ने कहा कि केंद्र सरकार ने एक दशक पहले एक करोड़ रोजगार का वादा किया था, लेकिन वह पूरा नहीं हुआ।अगर आपको रोजगार मिला होता, वादे पूरे किए होते, तो यह स्थिति होती आपकी? आप लाइन लगाकर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता क्यों जा रहे हो? आपके परिवार ही अलग हो रहे हैं। एक सदस्य कहीं और है तो दूसरा कहीं और। यह कैसा जीवन है जो इन लोगों ने आपको दिया है?
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उन्होंने आरोप लगाया कि 65 लाख बिहारियों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए हैं, जो दर्शाता है कि वोटों की चोरी हो रही है क्योंकि अब घबराहट हो रही है। प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार की नीतियों को झूठा राष्ट्रवाद करार दिया और चुनाव के समय 10 हजार देने की घोषणा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 10 साल से कुछ नहीं किया, अपराध तीन गुना बढ़ा है। अब चुनाव आ रहा है तो महिलाओं के वोट के लिए 10,000 पकड़ा रहे। यह सम्मान नहीं, यह नियत को भ्रष्ट करने की कोशिश है।
जनता को नियत पहचानकर वोट करने की अपील करते हुए प्रियंका गांधी ने जोर देकर कहा कि महागठबंधन की सरकार ने बिहार के हर वर्ग के लिए एक व्यापक एजेंडा तैयार किया है। महागठबंधन का प्रमुख वादा में महिला सशक्तीकरणहर महीने 25,000 महिलाओं के खाते में डाले जाएंगे।भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल ज़मीन और स्थाई रोजगार (30,000 प्रतिमाह)। विधवा माताओं को ₹1500 पेंशन मिलेगा, जिसे हर साल ₹200 बढ़ाया जाएगा।महिलाओं के लिए हर अनुमंडल में कॉलेज या पाठशाला बनाई जाएगी। पेपर लीक के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई। परीक्षा फॉर्म निशुल्क होगा और आने-जाने का खर्च सरकार उठाएगी।
हर विधानसभा में स्थानीय उद्योगों के लिए 10 करोड़ अलग से दिए जाएंगे। नौजवानों को छोटा कारोबार शुरू करने के लिए ₹2,00,000 की सहायता दी जाएगी।प्रियंका गांधी ने वादा किया कि उनकी सरकार अडानी को 1 प्रति एकड़ पर दी गई जमीन के बजाय 2000 एकड़ जमीन युवाओं के लिए शिक्षण संस्थानों और स्थानीय उद्योग लगवाने के लिए रखेगी।सभा के अंत में उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वह अपना भविष्य बनाने के लिए जागे और धर्म या जाति के नाम पर नहीं, बल्कि अपने काम करने वाले के लिए वोट करे। इस दौरान राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, सांसद पप्पू यादव सहित अन्य मौजूद थे।