Viral: बनारस में रचाया सनातन विवाह, अमेरिकी कपल ने अंग्रेजी मंत्रों के साथ लिए सात फेरे, जानें पूरी कहानी
Viral Video: यह वीडियो लॉस एंजेलिस के रहने वाले जेसन मैट्जनर और उनकी पत्नी लॉरेन कोजाक का है, जिन्होंने काशी आकर गौरी केदारेश्वर मंदिर में वैदिक मंत्रों के बीच सनातन परंपरा से विवाह किया।
विस्तार
काशी को सदियों से सनातन संस्कृति, अध्यात्म और आस्था की नगरी माना जाता है। अब यह पवित्र शहर सिर्फ पूजा-पाठ और तीर्थ यात्रा तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि धीरे-धीरे शादी के लिए भी लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है। खास बात यह है कि अब केवल भारत के लोग ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग काशी आकर भारतीय रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह करना पसंद कर रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह भारतीय संस्कृति की गहराई, आध्यात्मिक सोच और वे परंपराएं हैं, जो आज भी दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करती हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने इस बात को फिर से साबित कर दिया है, जिसमें एक अमेरिकी कपल को हिंदू रीति-रिवाजों से शादी करते हुए देखा गया। तो आइए विस्तार से जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
यह वीडियो अमेरिका के लॉस एंजेलिस में रहने वाले जेसन मैट्जनर और उनकी पत्नी लॉरेन कोजाक से जुड़ा है। दोनों ने काशी आकर एक बार फिर सनातन हिंदू परंपरा के अनुसार विवाह किया। शनिवार के दिन काशी के प्रसिद्ध गौरी केदारेश्वर मंदिर में वैदिक मंत्रों के बीच उनका विवाह संपन्न हुआ। मंदिर के पुजारी ने पूरे विधि-विधान के साथ शादी की रस्में कराईं। अग्नि को साक्षी मानकर दोनों ने सात जन्मों तक साथ निभाने का संकल्प लिया। खास बात यह रही कि विवाह के दौरान पढ़े गए मंत्र अंग्रेजी भाषा में भी समझाए गए ताकि दोनों हर रस्म का अर्थ ठीक से जान सकें।
अमेरिका से आए कपल ने हिंदू रीति-रिवाज से की शादी
जेसन मैट्जनर का कहना है कि उनका झुकाव सनातन धर्म और भारतीय दर्शन की ओर बचपन से ही रहा है। उन्होंने बताया कि जब वह छोटे थे, तब अपने माता-पिता के साथ भारत आए थे। अमेरिका में उनके पड़ोसी भारतीय मूल के थे, जिनके संपर्क में रहकर उन्होंने सनातन परंपराओं को करीब से जाना और समझा। जेसन के अनुसार, यह उनकी भारत की चौथी यात्रा है और काशी की दूसरी। इस बार काशी में हुए विकास और बदलावों को देखकर वह बेहद खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि शहर की आध्यात्मिक ऊर्जा आज भी वैसी ही है, जैसी पहले थी।
भगवान शिव को मानते हैं अपना आराध्य
वहीं, लॉरेन कोजाक की यह भारत की पहली यात्रा है। उन्होंने बताया कि भारत आकर उन्हें यहां के लोगों का अपनापन और गर्मजोशी बहुत अच्छी लगी। भारतीय संस्कृति और परंपराओं ने उन्हें भीतर तक छू लिया। लॉरेन भगवान शिव को अपना आराध्य मानती हैं और उनके हाथ पर भगवान शिव के नटराज स्वरूप का टैटू भी बना हुआ है। दूसरी ओर, जेसन भगवान गणेश के भक्त हैं। दोनों ही सनातन धर्म के विचारों, दर्शन और जीवनशैली से गहराई से जुड़े हुए हैं।