{"_id":"65a73110d1ccc6090d088404","slug":"insurance-industry-growth-rate-will-be-seven-percent-by-2034-premium-will-reach-450-billion-dollars-2024-01-17","type":"story","status":"publish","title_hn":"बीमा: 2034 तक सात फीसदी होगी उद्योग की वृद्धि दर, 450 अरब डॉलर तक पहुंचेगा प्रीमियम","category":{"title":"Banking Beema","title_hn":"बैंकिंग बीमा","slug":"banking-beema"}}
बीमा: 2034 तक सात फीसदी होगी उद्योग की वृद्धि दर, 450 अरब डॉलर तक पहुंचेगा प्रीमियम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: यशोधन शर्मा
Updated Wed, 17 Jan 2024 07:14 AM IST
विज्ञापन
सार
स्विस रे इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, अगले पांच वर्षों में (2024-28) कुल बीमा प्रीमियम आय सालाना 7.1 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। वैश्विक विकास की औसत दर 2.4 फीसदी और उभरते बाजारों में दर 5.1 फीसदी रह सकती है।

इंश्योरेंस
- फोटो : सोशल मीडिया

Trending Videos
विस्तार
घरेलू बीमा क्षेत्र अगले एक दशक तक सात फीसदी की दर से विकास कर सकता है। इस दौरान वित्त वर्ष 2034 तक इसका प्रीमियम दोगुना बढ़कर 450 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इस समय प्रीमियम आय 224 अरब डॉलर है। स्विस रे इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, अगले पांच वर्षों में (2024-28) कुल बीमा प्रीमियम आय सालाना 7.1 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। वैश्विक विकास की औसत दर 2.4 फीसदी और उभरते बाजारों में दर 5.1 फीसदी रह सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक,बीमा जागरूकता अभी 3.8 फीसदी है, जो 10 वर्षों में बढ़कर 4.5 फीसदी हो सकती है।
विज्ञापन
Trending Videos
अर्थव्यवस्था को श्रेय
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2034 तक घरेलू बीमा उद्योग के बढ़ने की दर वैश्विक औसत वृद्धि के दोगुने से भी अधिक होगी। इसका श्रेय भारत की लचीली अर्थव्यवस्था को जाता है, जो अगले पांच वर्षों तक सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी जीडीपी बनी रहेगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
सालाना 8 अरब डॉलर नुकसान
रिपोर्ट में भूकंप, बाढ़, चक्रवात, सूखा और जंगल में आग लगने जैसी प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती घटनाओं का हवाला देते हुए कम जोखिम वाले संरक्षण पर भी प्रकाश डाला गया है। इन घटनाओं से पिछले एक दशक में बीमा कंपनियों को सालाना 8 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है।
तो अब ज्यादा लगता झटका
रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात का भुज भूकंप अब आया होता तो नुकसान 30-40 अरब डॉलर का होता। उस समय केवल 10 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ था।