{"_id":"682130b3debe66e7f0019fdb","slug":"business-updates-india-uk-fta-global-trade-strategy-asian-shares-stock-market-news-in-hindi-2025-05-12","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Biz Updates: चालू वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था; इस हफ्ते तय होगी शेयर बाजार की चाल","category":{"title":"Business Diary","title_hn":"बिज़नेस डायरी","slug":"business-diary"}}
Biz Updates: चालू वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था; इस हफ्ते तय होगी शेयर बाजार की चाल
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला
Published by: शुभम कुमार
Updated Mon, 12 May 2025 04:50 AM IST
विज्ञापन

शेयर बाजार, कारोबार और वाणिज्य जगत की अहम खबरें
- फोटो : अमर उजाला ग्राफिक्स

देश की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। हम एक उचित आधार, मजबूत आर्थिक बुनियाद के साथ शुरुआत कर रहे हैं। अर्थव्यवस्था देशों के मुद्दों के अल्पकालिक प्रभाव से उबरने में भी सक्षम है। भारतीय उद्योग परिसंघ यानी सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा, देश को बढ़ती व्यापार बाधाओं की पृष्ठभूमि में राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते करने चाहिए। पुरी ने कहा, ऊर्जा, परिवहन, मेटल, केमिकल और हॉस्पिटालिटी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निजी निवेश में वृद्धि हो रही है। देशों में मौजूदा तनाव से उपजी अनिश्चितता के कारण निवेश में कुछ कमी आ रही है। विकास और प्रतिस्पर्धा के घरेलू चालकों पर ध्यान देने की जरूरत है।
पाक पर भारत का फैसला सही
पुरी ने कहा, भारत ने निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को दंडित करने का सही काम किया है। उद्योग जगत सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। देश की आर्थिक प्रगति को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष, भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने सहित राष्ट्र निर्माण के लिए खुद को पुनः समर्पित करने और ऊर्जा से भरने का क्षण है।
विज्ञापन
Trending Videos
पाक पर भारत का फैसला सही
पुरी ने कहा, भारत ने निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को दंडित करने का सही काम किया है। उद्योग जगत सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। देश की आर्थिक प्रगति को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष, भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने सहित राष्ट्र निर्माण के लिए खुद को पुनः समर्पित करने और ऊर्जा से भरने का क्षण है।
विज्ञापन
विज्ञापन
तनाव के घटनाक्रमों से इस हफ्ते तय होगी शेयर बाजार की चाल
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते पर पहुंचने के बाद इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार देशों के बीच तनाव जैसे घटनाक्रमों पर नजर रखेगा। इसके अलावा,व्यापक आर्थिक आंकड़ों की घोषणाएं, चौथी तिमाही की आय, विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और वैश्विक बाजार के रुझान से भी भावनाओं को प्रभावित करने की संभावना है। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे ने कहा, भारत-पाक तनाव कम होने से निवेशकों की धारणा पर एक बड़ा असर खत्म हो गया है और इसे वित्तीय बाजारों द्वारा एक बड़े सकारात्मक विकास के रूप में देखा जा सकता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते पर पहुंचने के बाद इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार देशों के बीच तनाव जैसे घटनाक्रमों पर नजर रखेगा। इसके अलावा,व्यापक आर्थिक आंकड़ों की घोषणाएं, चौथी तिमाही की आय, विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और वैश्विक बाजार के रुझान से भी भावनाओं को प्रभावित करने की संभावना है। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे ने कहा, भारत-पाक तनाव कम होने से निवेशकों की धारणा पर एक बड़ा असर खत्म हो गया है और इसे वित्तीय बाजारों द्वारा एक बड़े सकारात्मक विकास के रूप में देखा जा सकता है।
सेबी वायदा एवं विकल्प कारोबारी गतिविधियों की कर रहा है जांच
नई दिल्ली। डेरिवेटिव सेगमेंट में इंडेक्स ऑप्शंस पर खुदरा निवेशकों की गतिविधि में उतनी गिरावट नहीं आई है जितनी कि सेबी को उम्मीद थी। नियामक सेबी इस गतिविधि की फिर से जांच करेगा। यदि जरूरी हुआ तो आगे की कार्रवाई करेगा। नियामक ने दिसंबर, 2024 और मार्च, 2025 के बीच इंडेक्स ऑप्शंस में गतिविधि की जांच की और पाया कि सालाना आधार पर कुछ गिरावट आई है, लेकिन दो साल पहले की तुलना में अब भी बहुत अधिक है। वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सेगमेंट में ट्रेड करने वाले 90 फीसदी से ज्यादा खुदरा निवेशक अपनी गाढ़ी कमाई को गंवा रहे हैं। इसलिए नवंबर, 2024 से भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने व्यक्तिगत गतिविधि को सीमित करने के लिए इस सेगमेंट पर कुछ प्रतिबंध लगाए थे। सेबी ने चार महीनों के आंकड़ों के विश्लेषण में पाया कि इक्विटी डेरिवेटिव्स में कारोबार करने वाले खुदरा निवेशकों की संख्या सालाना आधार पर 12 फीसदी घट गई है। लेकिन दिसंबर, 2022 और मार्च, 2023 के बीच की तुलना में इसमें 77 फीसदी की वृद्धि हुई है।
नई दिल्ली। डेरिवेटिव सेगमेंट में इंडेक्स ऑप्शंस पर खुदरा निवेशकों की गतिविधि में उतनी गिरावट नहीं आई है जितनी कि सेबी को उम्मीद थी। नियामक सेबी इस गतिविधि की फिर से जांच करेगा। यदि जरूरी हुआ तो आगे की कार्रवाई करेगा। नियामक ने दिसंबर, 2024 और मार्च, 2025 के बीच इंडेक्स ऑप्शंस में गतिविधि की जांच की और पाया कि सालाना आधार पर कुछ गिरावट आई है, लेकिन दो साल पहले की तुलना में अब भी बहुत अधिक है। वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सेगमेंट में ट्रेड करने वाले 90 फीसदी से ज्यादा खुदरा निवेशक अपनी गाढ़ी कमाई को गंवा रहे हैं। इसलिए नवंबर, 2024 से भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने व्यक्तिगत गतिविधि को सीमित करने के लिए इस सेगमेंट पर कुछ प्रतिबंध लगाए थे। सेबी ने चार महीनों के आंकड़ों के विश्लेषण में पाया कि इक्विटी डेरिवेटिव्स में कारोबार करने वाले खुदरा निवेशकों की संख्या सालाना आधार पर 12 फीसदी घट गई है। लेकिन दिसंबर, 2022 और मार्च, 2023 के बीच की तुलना में इसमें 77 फीसदी की वृद्धि हुई है।
पीएनबी तुरंत देता है रेपो दर में कटौती का लाभ
आरबीआई जब भी रेपो दर में कटौती करता है, उसके अगले कार्यकारी दिन में हम ग्राहकों को तुरंत उसका फायदा दे देते हैं। फरवरी से अभी तक आरबीआई ने दो बार दरों में कटौती की है और इन दोनों बार का 0.50 फीसदी का फायदा हमने ग्राहकों के दे दिया है। पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी के प्रबंध निदेशक अशोक चंद्रा ने कहा, हमारा एक ऐसा खाता है जो नाबालिग के नाम खुलता है और नौकरी के सेवानिवृत्त के बाद भी काम आता है। यह नाबालिग के नाम से खोला जाता है तो युवा होने पर युवा के रूप में तब्दील हो जाएगा। जब नौकरी करेगा तो यह सैलरी खाता हो जाएगा। सेवानिवृत्त के बाद पेंशन खाते के रूप में बदल जाता है। यह एक ही खाता पूरे जीवन चलता है।
34 नई योजनाएं शुरू
बैंक ने हाल में 34 नई योजनाएं शुरू कीं। इनमें विशेष खाता योजनाएं शामिल हैं। इनमें सैलरी और गैर-सैलरी व्यक्तियों, डिफेंस कर्मियों, अग्निवीर, पेंशनर्स, युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए अलग-अलग खाते शामिल हैं। इन खातों में ओटीटी सब्सक्रिप्शन, मेडिकल चेकअप, टर्म लाइफ और दुर्घटना बीमा जैसी सुविधाएं मुफ्त में दी जा रही हैं।
आरबीआई जब भी रेपो दर में कटौती करता है, उसके अगले कार्यकारी दिन में हम ग्राहकों को तुरंत उसका फायदा दे देते हैं। फरवरी से अभी तक आरबीआई ने दो बार दरों में कटौती की है और इन दोनों बार का 0.50 फीसदी का फायदा हमने ग्राहकों के दे दिया है। पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी के प्रबंध निदेशक अशोक चंद्रा ने कहा, हमारा एक ऐसा खाता है जो नाबालिग के नाम खुलता है और नौकरी के सेवानिवृत्त के बाद भी काम आता है। यह नाबालिग के नाम से खोला जाता है तो युवा होने पर युवा के रूप में तब्दील हो जाएगा। जब नौकरी करेगा तो यह सैलरी खाता हो जाएगा। सेवानिवृत्त के बाद पेंशन खाते के रूप में बदल जाता है। यह एक ही खाता पूरे जीवन चलता है।
34 नई योजनाएं शुरू
बैंक ने हाल में 34 नई योजनाएं शुरू कीं। इनमें विशेष खाता योजनाएं शामिल हैं। इनमें सैलरी और गैर-सैलरी व्यक्तियों, डिफेंस कर्मियों, अग्निवीर, पेंशनर्स, युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए अलग-अलग खाते शामिल हैं। इन खातों में ओटीटी सब्सक्रिप्शन, मेडिकल चेकअप, टर्म लाइफ और दुर्घटना बीमा जैसी सुविधाएं मुफ्त में दी जा रही हैं।