ED: मेघालय में 28.66 करोड़ रुपये के घोटाले पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, तुरा में पांच ठिकानों की ली गई तलाशी
ईडी ने मेघालय में गारो हिल्स स्वायत्त जिला परिषद (GHADC) से जुड़े कथित धन शोधन मामले में तुरा के पांच ठिकानों पर छापेमारी की। यह शिलांग स्थित ईडी के नए उप क्षेत्रीय कार्यालय की पहली बड़ी कार्रवाई है। जांच में आरोप है कि असनांग क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए जारी 28.66 करोड़ रुपये में घोटाला हुआ, जिसमें नियमों को दरकिनार कर ठेकेदारों को 60% राशि अग्रिम दी गई और फंड का दुरुपयोग किया गया।
विस्तार
ईडी ने गुरुवार को मेघालय में कथित धन शोधन और फंड की हेराफेरी के मामले में कई ठिकानों पर छापे मारे। कार्रवाई गारो हिल्स स्वायत्त जिला परिषद (जीएचएडीसी) में विकास कार्यों के नाम पर हुए घोटाले से जुड़ी है।
पहली बार हुई इतनी बड़ी कार्रवाई
शिलांग स्थित ईडी के नए उप क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा पहली बार की गई इस बड़े पैमाने की कार्रवाई में पश्चिम गारो हिल्स जिले के तुरा शहर में कम से कम पांच ठिकानों की तलाशी ली गई।
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28.66 करोड़ रुपये के फंड में कथित हेराफेरी
अधिकारियों के अनुसार, असनांग निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए आवंटित कुल 28.66 करोड़ रुपये में अनियमितता पाई गई। आरोप है कि GHADC के कुछ सदस्यों ने कुछ ठेकेदारों के साथ मिलीभगत करके स्थापित नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए धनराशि का हस्तांतरण और दुरुपयोग किया।
60% फंड अग्रिम में जारी
जांच में सामने आया कि ठेकेदार कुबोन संगमा और निकसेंग संगमा को नियमों के विपरीत 60 प्रतिशत राशि एडवांस के तौर पर जारी कर दी गई। बाद में, कुबोन संगमा ने पूरी राशि नकद निकालकर कथित तौर पर इस्माइल मरक को सौंप दी, जबकि निकसेंग संगमा ने निर्देश के अनुसार रकम सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। ईडी ने कहा कि मामले में नियमों को दरकिनार कर चेक जारी किए गए और फंड का बड़ा हिस्सा बिना किसी काम के भुगतान किया गया।