Trade Talks: गोयल की कनाडा के मंत्री संग व्यापार वार्ता, अगले दौर की बातचीत पर किया गया यह एलान
उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कनाडा के व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू से मुलाकात कर द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने पर चर्चा की। बैठक में दोनों देशों के बीच सीईपीए (व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता) वार्ता की तैयारी, इसके ढांचे और उद्देश्यों पर सहमति बनी। गोयल ने घोषणा की कि नए साल में वे कनाडा में एक उच्च-स्तरीय व्यापार और निवेश प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
विस्तार
केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कनाडाई समकक्ष मनिंदर सिद्धू के साथ व्यापार संबंधों पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने नए साल में कनाडा में एक उच्च स्तरीय व्यापार और निवेश प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने की घोषणा की।
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गोयल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा कि उन्होंने कनाडा के साथ व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए मंत्री सिद्धू के साथ उपयोगी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमने सीईपीए वार्ता शुरू करने की तैयारियों के तहत समग्र दृष्टिकोण, रूपरेखा, बड़े उद्देश्यों और तौर-तरीकों पर प्रारंभिक रूपरेखा और व्यापक चर्चा की। साथ ही, नए साल में कनाडा में एक उच्च-स्तरीय व्यापार और निवेश प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने पर भी सहमति व्यक्त की ।
भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापार में आ रही है तेजी
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापार में तेजी जारी है। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के अनुसार, वस्तुओं और सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार 2024 में 23.66 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इसमें व्यापारिक व्यापार का मूल्य लगभग 8.98 अरब डॉलर था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की पर्याप्त वृद्धि दर्शाता है।
आपूर्ति शृंखला विविधीकरण में कनाडा के साथ सहयोग की संभावनाएं
इससे पहले, 24 नवंबर को नई दिल्ली में इंडो-कैनेडियन बिजनेस चैंबर को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा था कि भारत महत्वपूर्ण खनिजों, खनिज प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों, स्वच्छ ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा और आपूर्ति शृंखला विविधीकरण में कनाडा के साथ सहयोग की काफी संभावनाएं देखता है ।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग और अगली पीढ़ी के डेटा सेंटर जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में मजबूत लाभ प्रदान करता है, जिसे STEM स्नातकों के विश्व के सबसे बड़े वार्षिक पूल का समर्थन प्राप्त है। गोयल ने कहा कि कनाडा और भारत स्वाभाविक सहयोगी हैं, जिनकी पूरक शक्तियां दोनों देशों में व्यवसायों और निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण अवसर पैदा करती हैं।