Indigo Crisis: खुशियों पर विमानों के कैंसिल होने का ग्रहण; किसी की शादी छूटी, कोई बेटी के लिए मांगता रहा मदद
इंडिगो की उड़ानें रद्द और देरी से देशभर में यात्री परेशान रहे, कई एयरपोर्ट्स पर हंगामे की नौबत तक आ गई। इसी अव्यवस्था के चलते एक नवविवाहित दंपती को अपनी रिसेप्शन ऑनलाइन अटेंड करनी पड़ी, जबकि कुछ यात्रियों को भारी खर्च उठाना पड़ा। फ्रंटलाइन स्टाफ से बदसलूकी पर केरल कांग्रेस ने नाराजगी जताते हुए कहा कि गुस्सा जिम्मेदारों पर निकाला जाए, न कि उन कर्मचारियों पर जिनके पास कोई अधिकार नहीं।
विस्तार
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के संचालन में आ रही तकनीकी दिक्कतों और क्रू की कमी के बीच देशभर के यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। शुक्रवार को एयरलाइन की लगभग सभी उड़ानें रद्द रहीं, कई घंटों की देरी और अचानक कैंसिलेशन से हजारों लोग हवाई अड्डों पर फंसे रहे। हालांकि एयरलाइन ने यात्रियों से सभी परेशानियों के लिए माफी मांगी है और जल्द ही परिचालन सामान्य होने का आश्वासन दिया है।
रिसेप्शन ऑनलाइन अटेंड करने को मजबूर टेक दंपती
इसी अव्यवस्था का असर एक नवविवाहित टेक दंपती के शादी समारोह पर भी पड़ा। भुवनेश्वर से हुब्बाली आने वाली इंडिगो की उड़ान अंतिम समय में रद्द हो गई, जिसके कारण सॉफ्टवेयर इंजीनियर मेधा क्षीरसागर और संगमा दास अपनी ही रिसेप्शन में शामिल नहीं हो पाए। 3 दिसंबर को गुजरात भवन, हुब्बाली में रिसेप्शन आयोजित था, जहां रिश्तेदार पहले से मौजूद थे। ऐसे में दुल्हन के परिवार ने दंपती का लाइव वीडियो कॉल बड़े स्क्रीन पर प्रसारित कर मेहमानों को उनसे वर्चुअली मिलवाया।
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बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर हंगामा
देश के कई हवाई अड्डों पर यात्रियों का गुस्सा फूटते हुए देखा गया। एक यात्री के पिता ने क्रू से नाराज होकर कहते हुए नजर आए कि मुझे अपनी बेटी के लिए सैनिटरी पैड चाहिए। सोशल मीडिया पर वीडियो और शिकायतें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिनमें यात्रियों ने कहा कि बुनियादी सुविधाओं तक की कमी थी।
देरी को ‘अस्थायी’ बताकर बढ़ा दी पीड़ा
एक यात्री राम सरन ने बताया था कि उनकी 23:15 की उड़ान को 02:15 किया गया और इसे अस्थायी देरी कहा गया। वहीं मुंबई-चेन्नई की यात्रा कर रहे ग्यानेंद्र मिश्रा चेन्नई में फंस गए थे, जिसके बाद उन्हें मजबूरन 7,000 रुपये देकर तिरुपति टैक्सी से जाना पड़ा और फिर वहां से 30,000 रुपये खर्च कर मुंबई की फ्लाइट लेनी पड़ी थी।
मुम्बई एयरपोर्ट पर झड़प
मुंबई में यात्रियों और एयरलाइन कर्मचारियों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। फंसे यात्रियों का आरोप है कि न स्पष्ट जानकारी दी जा रही है, न रिफंड और न ही वैकल्पिक व्यवस्था।
फ्रंटलाइन स्टाफ से बदसलूकी पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
इसी घटनाक्रम पर केरल कांग्रेस समिति ने सोशल मीडिया के माध्यम से यात्रियों को संबोधित करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने बिना नाम लिए उन लोगों को 'Dear Shouter' कहकर संदेश दिया जो काउंटर पर मौजूद कर्मचारियों से बदसलूकी कर रहे हैं।
पोस्ट में कहा गया कि काउंटर पर बैठी 20-25 वर्ष की युवती, अपने पास मौजूद सीमित जानकारी के साथ यात्रियों की समस्या हल करने की कोशिश कर रही है और उड़ान में देरी के लिए जिम्मेदार नहीं है। टिकट के 5 या 10 हजार रुपये चुकाने का मतलब यह नहीं कि यात्री उसकी तनख्वाह का भुगतान कर रहे हैं और उन्हें उस पर चिल्लाने का अधिकार मिल जाता है।
केरल कांग्रेस ने यह भी लिखा कि अगर किसी को वास्तव में साहस दिखाना है, तो आवाज एयरलाइन के शीर्ष प्रबंधन, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, मंत्री या उस नेतृत्व की ओर उठानी चाहिए जिसने प्रतियोगिता खत्म कर बाज़ार को कुछ कंपनियों तक सीमित कर दिया। पोस्ट में कहा गया कि हिम्मत यह नहीं कि आप किसी ऐसे व्यक्ति पर चिल्लाएं जिसके पास कोई शक्ति नहीं, बल्कि उन लोगों से सवाल करें जिनके पास निर्णय लेने की ताकत है। संदेश में यह भी जोड़ा गया कि संस्कृति यह नहीं कि आप गालियां नहीं जानते, संस्कृति यह है कि आप उन्हें जानते हुए भी उनका इस्तेमाल न करने का चुनाव करें।