निवेश के लिए शेयर चुनने में है उलझन, तो मल्टीकैप फंड करेगा आपकी मुश्किल आसान
रोहित शेयर बजार में निवेश करना चाहते हैं लेकिन लार्जकैप शेयरों में पैसा लगाएं या फिर मिडकैप या स्मॉलकैप में। अगर इनमें से कोई कैटेगिरी चुन भी लें तो कौनसे शेयर चुनें। इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। अगर आप भी इसी तरह की दुविधा में हैं तो आपके लिए मल्टीकैप म्यूचुअल फंड अच्छा विकल्प हो सकता है।
विस्तार
रोहित शेयर बजार में निवेश करना चाहते हैं लेकिन लार्जकैप शेयरों में पैसा लगाएं या फिर मिडकैप या स्मॉलकैप में। अगर इनमें से कोई कैटेगिरी चुन भी लें तो कौनसे शेयर चुनें। इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। रोहित की तरह बड़ी संख्या में निवेशक शेयर बाजार में लिस्टेड पांच हजार से ज्यादा कंपनियों में से कुछ अच्छे शेयर चुनने को लेकर अक्सर उलझन में रहते हैं। अगर आप भी इसी तरह की दुविधा में हैं तो आपके लिए मल्टीकैप म्यूचुअल फंड अच्छा विकल्प हो सकता है। सेबी रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजर जितेंद्र सोलंकी के मुताबिक, मल्टीकैप फंड ऐसे निवेशकों के लिए सही हैं जो शेयर बाजार में निवेश तो करना चाहते हैं लेकिन यह तय नहीं कर पा रहे कि किस कैटेगिरी में निवेश करें। मल्टीकैप फंड में फंड मैनेजर तय करता है कि स्कीम का पैसा शेयर बाजार में कहां और कितना लगाना है।
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कैसे काम करता है मल्टीकैप फंड
मल्टीकैप फंड ऐसे डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड होते हैं जो अलग-अलग तरह की मार्केट कैप वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। यानी एक ही फंड में निवेश करके आपको सभी कैटेगिरी के शेयरों में निवेश का फायदा मिल जाएगा। मार्केट रेगुलेटर सेबी के नियमों के मुताबिक मल्टी कैप फंड की न्यूनतम 75 फीसद रकम इक्विटी में निवेश करनी होगी। साथ ही कम से कम 25-25 फीसद रकम का अलोकेशन लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप कैटेगिरी में करना होगा। बाकी रकम फंड मैनेजर अपने हिसाब से निवेश कर सकता है। इस स्कीम में फंड मैनजेर को बाजार में शेयर चुनने के बड़े पैमाने पर विकल्प मिलते हैं इसलिए वह जिस कैटेगिरी या सेक्टर में फायदा दिखता है, वहां अपना अलोकेशन बढ़ा देता है।
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निवेश से पहले पिछला प्रदर्शन देखना जरूरी
जितेंद्र सोलंकी की सलाह है कि किसी स्कीम में निवेश करने से पहले उसका पिछला प्रदर्शन देखना भी जरूरी है. मल्टीकैप फंड इक्विटी कैटेगिरी की स्कीम है। घरेलू शेयर बाजार पिछले करीब चार महीने में 10 फीसद से ज्यादा टूट चुका है। बाजार में बड़ी गिरावट के बावजूद मल्टीकैप फंड की टॉप 5 स्कीमों ने पिछले एक साल में 20 से 24 फीसद तक का रिटर्न दिया है। इस दौरान एलआईसी के मल्टीकैप फंड ने 24 फीसद से ज्यादा का रिटर्न दिया है जबकि एक्सिस मल्टीकैप का फंड 22 फीसद से अधिक रहा है।
5 साल में मिला 28 फीसद तक रिटर्न
मल्टी एसेट फंड का 5 साल जैसी लंबी अवधि का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। अगर टॉप 5 स्कीम की बात करें तो इनका रिटर्न 20 से 28 फीसद के बीच रहा है। क्वांट एक्टिव फंड ने पिछले 5 साल में सालाना आधार पर 28 फीसद और निप्पॉन इंडिया मल्टीकैप फंड ने 23 फीसद से ज्यादा का रिटर्न दिया है। बाकी तीन स्कीमों का रिटर्न भी 20 फीसद से ज्यादा का रहा है।
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गिरते बाजार में भी अच्छा प्रदर्शन
एक्सपर्ट्स के अनुसार फंड मैनेजर को शेयर बाजार में कहीं भी निवेश करने की आजादी मिलने की वजह से ही मल्टी कैप फंड गिरते बाजार में भी अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड के प्रोडक्ट मैनेजमेंट हेड राजेश जयरामन कहते हैं, अगर आप इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं तो मल्टीकैप फंड अच्छा विकल्प है। यह फंड लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉलकैप का मिश्रण है। आमतौर पर मल्टीकैप फंड का 40 से 45 फीसद अलोकेशन लार्जकैप फंड में किया जाता है. बाकी रकम मिड और स्मॉलकैप फंड में लगाई जाती है। इससे पोर्टफोलियो का अच्छा संतुलन बन जाता है।
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इस तरह अगर बाजार में बड़ी गिरावट आती है तो लार्जकैप स्टॉक बड़े नुकसान से बचा सकते हैं। दूसरी ओर तेजी के दौर में मिड और स्मॉलकैप स्टॉक ज्यादा फायदा करा सकते हैं। अगर आपको बाजार की बारीकी जानकारी नहीं है और रिस्क लेना पसंद है तो मल्टी कैप फंड में निवेश कर सकते हैं।
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